रांची: कभी पानी की पाइपलाइन में लीकेज होना, तो कभी सप्लाई करने वाला मोटर खराब हो जाना तो कभी साफ पानी नहीं आने की शिकायत से राजधानी की जनता परेशान रहती है। लेकिन अब इनकी परेशानी जल्द दूर होने वाली है। राजधानी के दो लाख लोगों को हर दिन हटिया डैम से पानी की आपूर्ति करने की पूरी व्यवस्था को आउटसोर्स होने जा रही है। पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा हटिया डैम को आउटसोर्स एजेंसी के हवाले कर लोगों के पानी की सप्लाई की जाएगी। इसके लिए एजेंसी चयन का काम भी शुरू कर दिया गया है।

एजेंसी को दिया जाएगा 7 करोड रुपए

हटिया डैम में जो एजेंसी काम करेगी उसको पानी की पाइपलाइन ठीक रखनी होगी। मोटर ठीक रखना होगा, पानी की क्वालिटी में सुधार भी एजेंसी को ही करना होगा। सप्लाई से जुड़े जितने भी मैनपावर की जरूरत होगी, वो एजेंसी को उपलब्ध कराना होगा। इस तरह इस डैम से जितने भी लोगों को पानी की सप्लाई की जाएगी, उस पूरी व्यवस्था का संचालन प्राइवेट एजेंसी करेगी। इसके बदले में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा एजेंसी को 7 करोड़ रुपए दिया जाएगा।

अभी डैम में पर्याप्त पानी

रांची क्षेत्र में जलापूर्ति के मुख्य स्रोत 3 जलाशय हैं। हटिया डैम, रुक्का डैम और कांके डैम से पेयजल आपूर्ति की जाती है, लेकिन हटिया डैम में कम पानी के चलते अप्रैल महीने से ही राशनिंग की जा रही थी। अब पानी की राशनिंग नहीं होगी क्योंकि डैम भले ही न भरा हो पर जुलाई 2021 तक के लिए पर्याप्त पानी जरूर जमा हो गया है।

38 फीट कैपासिटी में पानी 29 फीट

21 सितंबर तक हटिया डैम में जल स्तर 28.3 फीट हो जाने के बाद पेयजल एवम स्वच्छता विभाग और रांची नगर निगम ने बैठक कर फैसला लिया कि भले ही हटिया डैम अभी भी पूरी तरह ने नहीं भरा है फिर भी जितना जलस्तर है वह अगले साल जुलाई महीने तक कीजलापूर्ति के लिए पर्याप्त है। इसलिए अब अप्रैल से जारी सप्ताह में दो दिन सोमवार और गुरुवार की राशनिंग नहीं होगी और अब सातों दिन इस डैम क्षेत्र वाले एरिया में जलापूर्ति होगी।

इन इलाकों में मिलेगी राहत

हटिया डैम से होने वाली जलापूर्ति की राशनिंग फ्री होने से राजधानी के बड़े क्षेत्र के लोगों की परेशानी कम होगी। रांची के हटिया, हिनू, बिरसा चौक, हवाई नगर, पुंदाग, डिबडीह सहित कई इलाकों में अब हर दिन जलापूर्ति होगी। हटिया डैम के अधीक्षण सुरेश प्रसाद कहते हैं कि आपात स्थिति में 16 अप्रैल 2020 से हटिया डैम से होने वाली जलापूर्ति की राशनिंग करनी पड़ी थी। क्योंकि डैम में पानी ही इतना नहीं बचा था कि हर दिन पानी उपभोक्ताओं के घर तक पहुंचाया जा सके, अब जबकि मानसून की बारिश से 29 फीट से ज्यादा पानी डैम में है, इसलिए राशनिंग बंद करने का फैसला लिया गया है। सुरेश प्रसाद के अनुसार डैम में जुलाई 2020 तक के लिए पानी जमा हो गया है और यह अगले साल मानसून के आगमन तक के लिए पर्याप्त है। जबकि अभी भी मानसून की बारिश राज्य में होने की संभावना बनी हुई है।

Posted By: Inextlive