डीएवी पब्लिक स्कूल बरियातू में हवन का आयोजन. डीएवी पब्लिक स्कूल्स झारखंड जोन के शिक्षक व प्राचार्य शामिल.


रांची (ब्यूरो)। डीएवी पब्लिक स्कूल बरियातू में रविवार को साप्ताहिक हवन का आयोजन किया गया, जिसमें डीएवी पब्लिक स्कूल्स, झारखण्ड जोन एफ के स्कूलों के शिक्षक व प्राचार्य शामिल हुए। कार्यक्रम का उद्देश्य सामूहिक रूप से यह संकल्प लेना कि हम समाज के उत्थान के लिए प्रयत्नशील रहेंगे और जीवन में उन मूल्यों को आत्मसात करेंगे, जो हवन, भजन और शांति पाठ में निहित हैं। राष्ट्रीय कर्तव्य बताएइस हवन कार्यक्रम में डीएवी पब्लिक स्कूल्स, झारखंड जोन एफ के सहायक क्षेत्रीय पदाधिकारी मनोज कुमार सिन्हा, डीएवी बरियातू की आध्यक्षा सुशीला गुप्ता, आर्य समाजी शत्रुघ्न लाल गुप्ता, डीएवी गांधीनगर, कांके के प्राचार्य सुनील कुमार सिन्हा, डीएवी पुन्दाग के प्राचार्य सुशील कुमार मिश्रा एवं नीरजा सहाय डीएवी के प्राचार्य तरुण कुमार मिश्रा भी शामिल हुए। कार्यक्रम में हवन और भजन हुआ, जिसमें सत्पथ पर चलने और राष्ट्रीय कर्तव्य के महत्व पर प्रकाश डाला गया। श्रेष्ठ कर्म है यज्ञ
प्राचार्य विनय कुमार पाण्डेय ने हवन के बाद अपने उद्बोधन में कहा कि हम सही ज्ञान को धारण करें। सही ज्ञान से ही मनुष्य अपना और समाज का वास्तविक कल्याण कर पाते हैं। कक्षा 10वीं के आदर्श ने यज्ञ और हवन के उद्देश्य को बताते हुए कहा कि यह स्वयं और दूसरों के कल्याण का एक अनुष्ठान है। यज्ञ श्रेष्ठ कर्म है। मनसा सततम् स्मयणीयम्, वचसा सततम् वदनीयम्, लोकहितं मय करणीय गीत नृत्य प्रस्तुत किया गया।समाज का भला करेंसुनील कुमार सिन्हा ने सम्बोधित करते हुए कहा कि यज्ञ का मतलब समर्पण है, त्याग है। हमें सत्य और ग्रहण करने और असत्य का त्याग करने के लिए सदा तत्पर रहना चाहिए। मनोज कुमार सिन्हा ने कहा कि आर्य होने का अर्थ श्रेष्ठ गुणों को धारण करना है। यह हम पर निर्भर करता है कि हम आर्य बनें या अनार्य। कार्यक्रम का समापन इस संकल्प से हुआ कि हम सत्कर्मों की ओर प्रेरित हो सद्ज्ञान से अपनी पहचान बनाकर अपना और इस समाज का भला करेंगे।

Posted By: Inextlive