--हाई कोर्ट में बहस पूरी, जस्टिस एसके द्विवेदी की बेंच में सुनवाई

रांची : साहिबगंज की महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की की मौत मामले में सीबीआइ जांच की मांग वाली याचिका पर हाई कोर्ट के जस्टिस एसके द्विवेदी की अदालत में सुनवाई हुई। सभी पक्षों की बहस सुनने के बाद अदालत ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। इस मामले में भी कोर्ट बुधवार को अपना फैसला सुनाएगी। सुनवाई के दौरान वरीय अधिवक्ता आरएस मजूमदार और राजीव कुमार ने कहा कि पुलिस इस मामले को शुरू से ही प्रेम प्रसंग में आत्महत्या बता रही है। जब घटना पर पुलिस पहुंचती और रूपा तिर्की का मोबाइल देखती है, तभी ही अपनी फाइं¨डग दे देती है। जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है? कि रूपा तिर्की मौत से पहले उसे शरीर पर जख्म के निशान थे। रूपा तिर्की के पिता देवानंद उरांव ने हाई कोर्ट में याचिका दाखिल कर इस मामले की सीबीआइ जांच की मांग की है। उनका कहना है कि रूपा तिर्की ने आत्महत्या नहीं की है, बल्कि हत्या की गई है।

सुसाइड का रंग

पुलिस इसे प्रेम प्रसंग का मामला बता आत्महत्या का रंग दे रही है। उनकी बेटी की मौत के बाद जिस परिस्थिति में शव मिला था उससे प्रतीत होता है कि वह आत्महत्या नहीं है। अदालत को बताया गया कि साहिबगंज में पंकज मिश्रा नामक एक राजनीतिक रसूख वाल व्यक्ति संदेह के घेरे में है। रूपा की मौत के बाद एसआइटी हेड डीएसपी से पंकज मिश्रा की कई बार बात हुई है। पूर्व में अदालत में पंकज मिश्रा का कॉल डिटेल पेश करते हुए कहा कि एसपी, डीसी और डीएसपी से उसकी लगातार बात हुई है। अदालत को बताया गया कि रूपा तिर्की कई महत्वपूर्ण मामलों की जांच कर रही थी। इस कारण उनकी हत्या की साजिश रची गई और इसमें पंकज मिश्रा और कुछ पुलिस वाले शामिल हैं।

रूपा तिर्की ने की आत्महत्या : सरकार

महाधिवक्ता राजीव रंजन ने इन आरोपों को गलत बताया और कहा कि रूपा तिर्की ने आत्महत्या की है और पुलिस अनुसंधान में यह बात सामने आई है। रूपा के कॉल डिटेल और मैसेज से भी यह प्रमाणित हुआ है कि उसका एक एएसआइ से प्रेम प्रसंग चल रहा था। रूपा के मैसेज से भी आत्महत्या की बात सामने आई है। महाधिवक्ता ने कहा कि रूपा की मौत की जांच के लिए सरकार ने कमीशन ऑफ इंक्वायरी गठित की है। रिटायर चीफ जस्टिस बीके गुप्ता इसकी जांच कर रहे हैं। कोई भी इस मौत के मामले से जुड़ी जानकारी कमीशन को दे सकता है।

Posted By: Inextlive