आसमान से बरसा आफत का सैलाब
RANCHI : तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश ने झारखंड के कई जिलों में तबाही मचा दी है। पिछले कई वर्षो से सूखे की मार झेल रहे जिलों में इस बार आसमान से मानों आफत का सैलाब बरस रहा है। पलामू से लेकर गढ़वा तक और जमशेदपुर से लेकर चतरा तक तमाम छोटी-बड़ी नदियां उफन पड़ी हैं। हजारीबाग, चतरा, कोडरमा, गुमला, गढ़वा, लातेहार , मेदिनीनगर, चाईबासा, रामगढ़ सहित कई जिलों में ब्लैकआउट की स्थिति है। कहीं 14 घंटे तो कहीं 24 घंटे से बिजली आपूर्ति ठप है। कहीं घरों में पानी में घुस गया है, तो कहीं पुल और सड़कें बह गई हैं। उत्तर और दक्षिण छोटानागपुर प्रमंडल में अलग-अलग नदियों का पानी सड़क पर भर जाने और डायवर्सन, पुल-पुलिया बहने की वजह से कम से कम 30 सड़कों पर आवागमन ठप हो गया है। ट्रेनों का परिचालन भी प्रभावित हुआ है। उत्तर प्रदेश के रिहंद डैम से सोन नदी में पानी छोड़े जाने के कारण गढ़वा-पलामू के सोनतटीय इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हैं। उधर चतरा में नीलाजन नदी के उफान ने तबाही मचाई है। सैकड़ों एकड़ में लगी फसलें बाढ़ के पानी में डूब गई हैं। रामगढ़ में भैरवा नदी में बाढ़ के चलते कई परिवारों को दूसरी जगहों पर शरण लेनी पड़ी है। आठ दिन पहले भी 48 घंटों की लगातार बारिश ने इन जिलों में तबाही मचाई थी। लोग उबरे भी नहीं थे कि एक बार फिर बारिश ने तबाही मचा दी है।
पलामू -पांकी में नदी की तेज धार में बहने से दो लोगों की मौत हो गई है। -सोन,कोयल व अमानत नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं। - दो दर्जन से ज्यादा पुल-पुलिया व चैकडम डैम बहने के कगार पर - पंडवा व विश्रामपुर प्रखंड में दुर्गावती नदी उफान पर, एनएच 75 व 98 पर आवागमन ठप - मेदिनीनगर शहर में पेयजलापूर्ति अनिश्चितकाल के लिए बंद। बाढ़ से यंत्र खराब। -9 घंटे तक ठप रही बिजली आपूर्ति, कई जगह बिजली के खंभे व तार गिरे गढ़वा सोन नगर-गढ़वा रेल खंड के सतबहिनी-मोहम्मदगंज रेल ट्रैक पर दरार। ट्रेनों का परिचालन घंटो बाधित रहा। बरकाकाना-वाराणसी पैसेंजर ट्रेन को सतबहिनी रेलने स्टेशन पर घंटो खड़ा रहना पड़ा। जमशेदपुर -ओडिशा के ब्यांगबिल डैम का एक व चांडिल डैम के नौ गेट खुलने और तीन-चार दिनों से हो रही भारी बारिश से शहर में बाढ़ के हालात हैं। -स्वर्णरेखा और खरकई नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।-बागबेड़ा, सोनारी, कदमा, मानगो और कपाली में बाढ़ आ गई है।
-बड़ौदा घाट, शिवघाट, गरीब नवाज कॉलोनी, बागबेड़ा नया बस्ती, सिदो-कान्हू बस्ती, शिवनगर, गणेश नगर, लोहा सिंह बागान, भुवनेश्वर नगर, बाबा कुटी के डेढ़ सौ घरों में पानी घुसा पश्चिमी सिंहभूम -चक्रधरपुर-सोनुवा-गोईलकेरा मुख्य मार्ग पर चार जगहों पर डायवर्सन बह जाने से सड़क मार्ग से पांच प्रखंडों का संपर्क पूरी तरह कट गया है। -चक्रधरपुर मिनी पॉवर ग्रिड में खराबी आ जाने के कारण शहरी, ग्रामीण एवं रेलवे क्षेत्रों में 13 घंटे तक पूरी तरह से विद्युत आपूर्ति ठप रही सरायकेला -सरायकेला में विभिन्न मार्गों के नदी-नाले पर बने दो दर्जन पुल-पुलिए डूबे। -गम्हरिया प्रखंड के कोलाबीरा में रेलवे सुरंग पुल के पास नाला पर बनी पुलिया जलमग्न, ़- लगभग दस घंटे तक सरायकेला-जमशेदपुर मार्ग पर यातायात ठप रहा चतरा नीलाजन नदी उफान मार रही है। पानी धीरे-धीरे गांवों में प्रवेश कर रहा है। संभावित खतरों की आशंका को देखते हुए जाम नदी के किनारे बसे घरों को खाली करा कर सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है। चतरा-बालूमाथ एनएच-99 पर स्थित सदर थाना क्षेत्र के नीलाजन नदी में पानी का बहाव पुल के ऊपर। चतरा-रांची वाया बालूमाथ मार्ग के वाहनों का परिचालन करीब चार घंटों तक ठप रहा।-जिले की बिजली आपूर्ति पूरी तरह से ठप है। संपूर्ण जिला पिछले 24 घंटों से अंधकार में डूबा हुआ है।
लातेहार -सरयू में बांध टूटने के कारण खेतों में लगी धान और मकई की फसल बर्बाद हो गई। -हेरहंज प्रखंड में करनदाग- हेरहंज मुख्य मार्ग धंसा, आवागमन बंद -हेरहंज प्रखंड के लावागढ़ा गांव में चेकडैम और तालाब टूटने से सैकड़ों एकड़ में लगी फसल डूबी। लोहरदगा -शहर के कई भाग के साथ उप नगरीय क्षेत्रों के कई इलाके पानी में डूब चुके हैं। -ं कोयल, शंख , कंदिनी नदी, सुकरी नदी, नंदिनी नदी उफान पर। कई इलाके जलमग्न हजारीबाग हजारीबाग शहर के सैकड़ों घरों में घुसा पानी, निचले इलाकों के मुहल्ले जलमग्न। -गुरुवार सुबह 4 बजे बिजली गुल, जिले में ब्लैकआउट की स्थिति --दारु में दुकान पर गिरा पेड़, बड़कागांव में बस पर गिरा पेड़ --हजारीबाग से चतरा व डाल्टेनगंज का सड़क संपर्क कट गया है। -बड़कागांव के कांड़तरी में बड़की नदी में दो करोड़ की लागत से बना पुल बह गया। - हजारीबाग की बड़ी झील पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। पानी झील के बांध के उपर से बह रहा है। चतरा सिमरिया पथ पर बने कई डायवर्सन भी बहने की सूचना है। रामगढ़-जिले की महत्वकांक्षी परियोजना भैरवा जलाशय में पानी भर जाने के बाद वहां के विस्थपितों के समक्ष विकट स्थिति
-डैम का पानी विस्थापित गांव सरनाटोला में घुस गया है। कई घर डूब गए हैं। -जिले के बरकाकाना सहित कई क्षेत्र में लगभग 24 घंटे तक बिजली गुल रही।