लो मीडियम व हाई इनकम ग्रुप के लिए सेपरेट आवास. शहर बसने के बाद यहां करीब डेढ़ लाख आबादी रहेगी. एचइसी क्षेत्र में करीब 650 एकड़ जमीन पर विश्वस्तरीय आधारभूत संरचना डेवलप होगी


रांची (ब्यूरो)। रांची स्मार्ट सिटी में कम पैसे वाले लोगों को भी आशियाना मिलेगा। जो लोग यह सोच रहे हैं कि हाईटेक और सभी सुख-सुविधाओं से सुसज्जित स्मार्ट सिटी में सिर्फ बड़े और पैसे वाले लोगों के लिए ही मकान और फ्लैट बनाया जाएगा, ऐसा नही है। यहां हर वर्ग के लोगों के लिए मकान बनाया जाएगा, लो इनकम ग्रुप के लिए अलग मकान होगा, मीडियम इनकम ग्रुप के लिए अलग होगा और हाई इनकम ग्रुप के लिए अलग आवास बनाए जाएंगे।सुविधाएं सभी के लिएस्मार्ट सिटी एरिया में सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध होंगी। वल्र्ड क्लास की सभी सुविधाएं यहां उपलब्ध कराई जा रही है। इस सुविधा का लाभ मंत्री, आईएएस अधिकारी तो लेंगे ही साथ ही यहां जो लो इनकम ग्रुप के लोगों के लिए मकान बनाए जाएंगे, उनको भी सारी सुविधाएं मिलेंगी। डेढ लाख लोग रहेंगे
रांची स्मार्ट सिटी में कॉमर्शियल, शैक्षणिक, स्वास्थ्य, हॉस्पिटैलिटी आदि क्षेत्र का विकास हो रहा है। शहर बसने के बाद यहां करीब डेढ़ लाख आबादी के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रहने का अनुमान है। यहां भवनों, संस्थानों के निर्माण के दौरान और निर्माण के बाद निर्बाध विद्युत आपूर्ति को लेकर पहले जीआईएस सबस्टेशन का निर्माण हुआ। यहां चार पावर सब स्टेशन का निर्माण लगभग पूरा हो गया है।


एयरपोर्ट, स्टेशन सब करीब स्मार्ट सिटी में स्ट्रीट लाइटिंग, 24 घंटे सातों दिन पानी, रोड और ट्रांसपोर्ट सिस्टम, गंदे पानी की निकासी के लिए ड्रेनेज सिस्टम, 24 घंटे बिजली, प्लांटेशन समेत सारी व्यवस्था की जा रही है। इसके अलावा सिटी की दूरी रांची एयरपोर्ट से 6 किमी है। नयी विधानसभा से इसकी दूरी 3.8 किमी है। जेएससीए स्टेडियम से यह 2.1 किमी दूर है। हटिया रेलवे स्टेशन यहां से 4.3 किमी पर है।हॉस्पिटल, पांच सितारा होटल भीरांची के एचईसी क्षेत्र में करीब 650 एकड़ जमीन पर विश्वस्तरीय आधारभूत संरचना के साथ स्मार्ट सिटी बसाई जा रही है। इसमें आवासीय क्षेत्र की जमीन फ्रीहोल्ड के रूप में और अन्य क्षेत्र की जमीन 99 साल की लीज पर ई नीलामी में सबसे ऊंची दर लगाने वाले निवेशक को दी गई है। अब तक कुल 10 प्लॉट की नीलामी हो चुकी है। इस नए शहर में सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल, आवासीय विद्यालय, दो पांच सितारा और एक तीन सितारा होटल का भी प्रावधान है। शहर के लिए जरूरी आधारभूत संरचनाओं का विकास अपने अंतिम चरण में है। हर 400 मीटर पर बस स्टैंड

निर्बाध बिजली और पानी की आपूर्ति के लिए जीआईएस पावर सब स्टेशन तथा डेडीकेटेड वाटर सप्लाई लाइन बिछाने का काम पूरा हो चुका है। सड़कों के किनारे साइकिल ट्रैक और फुटपाथ बनाए जा रहे हैं। सड़कों की चौड़ाई नौ मीटर से 45 मीटर तक रखी गई है। स्मार्ट सिटी में 37 प्रतिशत भाग खुली जगह के रूप में रखी जा रही है। इस क्षेत्र में सड़क, स्ट्रीट लाइट, मोबाइल टावर, पार्क समेत अन्य जरूरी संरचनाओं का विकास किया जा रहा है। यहां हर 400 मीटर की दूरी पर बस पड़ाव रहेगा, ताकि लोगों को ज्यादा पैदल नहीं चलना पड़े। शहर में प्रयोग होने वाले सीवर वाटर का इस्तेमाल रिसाइकिल वाटर के रूप में किया जा सकता है। हर प्लॉट तक पहुंचने वाली बुनियादी सुविधाएं अंडरग्राउंड डक्ट के माध्यम से पहुंचेगी। इसमें बिजली, टेलीफ ोन के तार तथा ऑप्टिकल फ ाइबर प्रमुख हैं। पूरे शहर में कहीं भी ओवरहेड तार नहीं रहेगा।

रांची स्मार्ट सिटी एरिया बेस्ड में जो लोगों के रहने के लिए बनाई जाएगी, उसमें हर वर्ग के लोगों के लिए निर्माण किया जाएगा। कम इनकम से लेकर अधिक इनकम ग्रुप वालों के लिए निर्माण होगा।-अमित कुमार, सीईओ, रांची स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन

Posted By: Inextlive