पौधा लगाना सभी की है नैतिक जिम्मेदारी


रांची (ब्यूरो) । रांची यूनिवर्सिटी के अंग्रेजी विभाग, एन एस एस इकाई के तत्वावधान में अंतरराष्ट्रीय वन दिवस एवं एन एस एस ओरिएंटेशन कार्यक्रम विभागाध्यक्ष डॉ विष्णु चरण महतो की अध्यक्षता में विभाग के सभागार में आयोजित की गई।


कार्यक्रम के मुख्य वक्ता एन एस एस के कार्यक्रम समन्वयक डॉ ब्रजेश कुमार ने अपने सम्बोधन में कहा कि एन एस एस के स्वयंसेवकों द्वारा जहां कम, वहां हम एवं जहां हम वहां दिखे दम के सिद्धांत पर कार्य करती है$ उन्होंने कहा कि पौधा लगाना एवं उसका संरक्षण करना सभी की नैतिक जिम्मेदारी है$ विकास के अंधाधुंध में वनों का अवैध तरीकों से काटा जा रहा है जिसके कारण जलवायु परिवर्तन हो रहे हैं$ उन्होंने एन एस एस के स्वयंसेवकों से प्रत्येक शुभ कार्यों में एक-एक पौधा निश्चित लगाने और उसे बचाने को कहा। उन्होंने कहा कि एक पौधा जब विशाल रूप लेता है तो फल, छाया एवं ऑक्सिजन के कारण जनमानस को अच्छा पर्यावरण मिलता है। वन है तो जीवन है

अपने अध्यक्षीय संबोधन में विभागाध्यक्ष डॉ विष्णु चरण महतो ने कहा कि वन है तो जीवन है$ उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में पर्यावरण संतुलन एक वैश्विक चुनौती है एवं इसके लिए सबको सामुहिक रूप से प्रयास करना होगा$ उन्होंने एन एस एस के स्वयंसेवकों से वनों के महत्व को लेकर समाज के बीच जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने का आह्वान किया$कार्यक्रम का सफल संचालन एन एस एस कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ पूनम निगम सहाय ने किया और धन्यवाद ज्ञापन आरव ने किया।रैली निकाली गईकार्यक्रम को एन एस एस आर डी परेड, नई दिल्ली में शामिल दीक्षा कुमारी, एन एस एस टीम लीडर्स पुरषोत्तम कुमार, प्रीति कुमारी, प्रीति, रश्मि खलखो, गौतम सिंह मुंडा, शिवानी सिंह, लक्ष्मी, सुमित आदि ने भी संबोधित किया$ कार्यक्रम के पश्चात वनों के संरक्षण को लेकर जागरूकता रैली निकाली गई जिसे विभागाध्यक्ष डॉ विष्णु चरण महतो, एन एस एस कार्यक्रम समन्वयक डॉ ब्रजेश कुमार एवं कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ पूनम निगम सहाय ने संयुक्त रूप से रवाना किया$एन एस एस के स्वयंसेवकों ने एन एस एस ने ठाना है-पर्यावरण को बचाना है, वन है तो जीवन है, पौधा लगाएं, पर्यावरण बचाएं आदि नारा लगा रहे थे$ रैली विश्वविद्यालय अंग्रेजी विभाग से प्रारंभ होकर मोराबादी स्थित विश्वविद्यालय विभागों से होते हुए पुन: अंग्रेजी विभाग में समाप्त हुई।

Posted By: Inextlive