रांची: राजधानी में अवैध शराब का कारोबार तेज होता जा रहा है। शराब के शौकीन और शराब के आदि हो चुके लोग कम कीमत पर शराब खरीदकर शहर में नकली शराब के कारोबार को बढ़ाया दे रहे हैं। शहर की शराब दुकानों में मिलने वाली शराब काफी महंगी हो गई है। पहले के रेट में करीब 10 परसेंट से ज्यादा दाम बढ़ने से लोग दुकानो से शराब नहीं खरीद रहे। इस कारण शराब की सेल भी प्रभावित हुई है और राजस्व का नुकसान भी हो रहा है। लोकल मार्केट में अवैध तरीके से शराब का कारोबार हो रहा है, जो जहरीला भी निकल चुका है और उसके कारण लोगों की जान भी जा चुकी है। शहर के प्रमुख शराब व्यवसायियों ने कई बार चेतावनी भी दी कि इधर-उधर की शराब खरीदकर ना पीएं। ब्लैक में काफी सस्ती दर पर मिलने वाली ये शराब जानलेवा हो सकती है।

स्पेशल ब्रांच ने ब्लैकलिस्ट किया है

राजधानी रांची के 17 थाना क्षेत्रों में अवैध शराब का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। इसकी रिपार्ट स्पेशल ब्रांच ने जारी की थी, जिसमें डोरंडा, नामकुम, लोअर बाजार, कांके, कोतवाली, लालपुर, सुखदेवनगर, पंडरा, धुर्वा, तुपुदाना, रातू, नगड़ी, गोंदा, चुटिया, सदर और ओरमांझी थाना क्षेत्र शामिल हैं। शराब कारोबारी अवैध शराब का कारोबार कर रहे हैं।

पुलिस की मिलीभगत

अवैध शराब का कारोबार करने वाले शराब माफिया को स्थानीय थानों का सपोर्ट है। इस कारण माफिया धड़ल्ले से अवैध शराब का कारोबार कर रहे हैं। बन्द होटलों और ढाबों से अवैध तरीके से शराब सप्लाई कर रहे हैं, जिसपर पुलिस भी किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। मिली जानकारी के अनुसार, शराब कारोबारी स्थानीय थाना के पुलिसकर्मियों को मिलाकर रखते हैं।

उत्पाद विभाग अनजान

जिला प्रशासन द्वारा लगातार अवैध शराब के खिलाफ अभियान चलाए जाने और अवैध शराब बरामद किए जाने के बाद भी उत्पाद विभाग अनजान बना हुआ है। अलग-अलग थाना क्षेत्रों में अवैध शराब बरामद की गई है, लेकिन इन थाना क्षेत्रों में हो रहे अवैध शराब के कारोबार से स्थानीय थाना की पुलिस और उत्पाद विभाग भी अनजान बना हुए हैं। डोरंडा इलाके और गोंदा थाना क्षेत्र की हातमा बस्ती में अवैध जहरीली शराब पीने से हुई 7 लोगों की मौत के बाद पुलिस और उत्पाद विभाग द्वारा बरती गई। बता दें कि सख्ती के बाद कुछ दिनों के लिए अवैध शराब का कारोबार रुक गया था। कारोबारी भूमिगत हो गए थे। लेकिन कुछ ही दिनों बाद फिर से अवैध शराब का कारोबार धड़ल्ले से चल पड़ा है।

हरियाणा-पंजाब से आती है शराब की खेप

राजधानी रांची में हरियाणा, पंजाब के अलावा अरुणाचल प्रदेश, दिल्ली सहित कई अन्य राज्यों से अवैध शराब की खेप मंगाई जाती है। यह शराब की खेप रात के समय राजधानी रांची में पहुंचती है और सुबह होते-होते शराब से भरे ट्रक पूरी तरह से खाली हो जाते हैं। शराब माफिया छोटे-छोटे वाहनों में लोड करके शराब को अलग-अलग जगहों पर सप्लाई करने निकल जाते हैं।

ये किए गए चिन्हित

नामकुम नवाटोली के रामदास, राजाउलातू के परमेश्वर, जितेंद्र बैठा, गोव‌र्द्धन, दर्शन महतो, सादिर मुंडा, गणेश महतो, अमित, सुरेंद्र सिंह, सुरेश साहू, नंदू, अशोक साहू, लखन मिस्त्री, विजय बैठा, गोबरा मुंडा, सियाराम महतो, भरत महतो, शिवनाथ कुम्हार, लालदेव मुंडा, सुखदेवनगर के मोहन मेहता, सुरेश महतो, सहदेव मेहता, अभय, प्रमोद, योगेंद्र साहू, फागू उरांव, नारायण मिर्धा, निरंजन मिर्धा, विजय, संतोष गाड़ी, राजेश मुंडा, सदर और बरियातू इलाके के सोनू, रंजीत उरांव, छोटू उरांव, राधवा देवी, शनिचरिया, मानदेव लोहरा, भोला उरांव, बड़की देवी, कांके के सोना राम, राजेंद्र नायक, मुन्नी देवी, मुन्ना उरांव, राधु कच्छप, सुरेश मुंडा, भोसा उरांव समेत कई अन्य लोगों को अवैध शराब का निर्माण और तस्करी करने वालों के तौर पर चिन्हित किया गया है।

बाहर से अगर शराब आ रही है तो ये नकली, जहरीली हो सकती है। इसका सेवन लोगों के लिए जानलेवा हो सकता है। अलर्ट रहें और अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें।

निशांत सिंह, शराब व्यवसायी

कुछ लोग सेना का स्टॉक बताकर माल रखते हैं और कुछ लोग ऐसे ही ब्लैक में बेचते हैं। यह गैरकानूनी है और ब्लैक में बिकने वाली यह शराब जहरीली भी हो सकती है। सावधान रहें और संयम रखें।

सुबोध जायसवाल, शराब व्यवसायी

Posted By: Inextlive