- अब प्राइवेट हॉस्पिटल्स में ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड व आईसीयू है उपलब्ध

- जिन अस्पतालों में बेड हैं उपलब्ध वहां अमृत वाहिनी एप से करा सकते हैं बुक

राजधानी में एक सप्ताह पहले संक्रमण की जो रफ्तार थी, वह अब धीरे-धीरे कम हो रही है और उससे भी बड़ी बात यह है कि अब गंभीर हालत में मरीज इलाज के लिए नहीं पहुंच रहे हैं। पहुंच भी रहे हैं तो इनकी संख्या काफी कम हो गई है। इसका नतीजा यह है कि अब रांची में मरीजों के इलाज के लिए तैयार किए गए अक्सीजन युक्त बेड भी खाली होने लगे हैं। रिम्स, सदर अस्पताल, डोरंडा रिसलदार बाबा सीएचसी के अलावा कई प्राइवेट अस्पताल में भी बेड खाली हैं। कई जगह ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड खाली हैं तो कई जगह आईसीयू भी खाली हैं।

कई जगह आईसीयू भी उपलब्ध

राजधानी के सरकारी और प्राइवेट मिलाकर लगभग 300 आक्सीजन युक्त बेड खाली हो चुके हैं। हालांकि, रांची में 800 से अधिक ऑक्सीजन सपोर्टड बेड मरीजों के इलाज के लिए तैयार किए गए थे। इनमें से लगभग 500 बेड में ही मरीजों का इलाज किया जा रहा है तथा 300 बेड खाली हो चुके हैं। बीते एक सप्ताह पहले जो हालात बने थे और मरीजों की जैसी भीड़ पहुंच रही थी तथा गंभीर किस्म के मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे थे, वह निश्चित ही चिंताजनक बात कही जा रही थी, लेकिन समुचित प्रशासनिक व्यवस्था और स्वास्थ्य कर्मियों की सजगता के चलते हालात अब सामान्य होते जा रहे हैं।

दो घंटे में पहुंचें अस्पताल

सरकार ने सभी अस्पतालों में रियल टाइम बेड डाटा अपलोड करने का निर्देश दिया है। यानी जो भी सरकारी और प्राइवेट अस्पताल हैं, उनके यहां किस समय कितना बेड खाली हो रहा है, वह ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड है या आईसीयू है, इसका रियल टाइम अपडेट अमृत्वाहिनी एप पर अस्पतालों को करना है। सरकार ने इसमें एक शर्त यह भी जोड़ी है कि रांची जिले के अगर कोई मरीज हैं और रांची के अस्पताल में भर्ती होना चाहते हैं, अमृत्वाहिनी एप के माध्यम से उनको अगर किसी भी अस्पताल में उपलब्ध डेट दिखा रहा है, तो उन्हें 2 घंटे के अंदर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। रजिस्ट्रेशन कराने के 2 घंटे के अंदर वहां पहुंच जाना होगा। अगर मरीज दो घंटे के अंदर नहीं पहुंचेंगे तो उनका रजिस्ट्रेशन कैंसिल होगा और किसी दूसरे जरूरतमंद को बेड उपलब्ध कर दिया जाएगा।

यहां खाली हैं बेड

मंगलवार को दोपहर 3 बजे अमृत वाहिनी एप पर शहर के कई प्राइवेट अस्पतालों में ऑक्सीजन सपोर्टेड और आईसीयू बेड उपलब्ध नजर आए।

- लाइफ केयर अस्पताल में 4 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड खाली था।

-संत बरनाबास हॉस्पिटल बहू बाजार में ऑक्सीजन सपोर्टेड 13 बेड खाली था।

- जसलोक हॉस्पिटल में 15 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड खाली था।

- अमृत नर्सिंग होम में आठ ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड खाली था।

- हिल व्यू हॉस्पिटल में ऑक्सीजन सपोर्टेड 12 बेड खाली था और आईसीयू में भी तीन बेड़ उपलब्ध थे।

Posted By: Inextlive