RANCHI(5 स्द्गश्च) : यूपी एटीएस की गिरफ्त में आया जमालुद्दीन पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी, आईएसआई द्वारा उपलब्ध कराए गए पैसे भारत में काम कर रहे आईएसआई एजेंटों व आतंकियों को देता था। खुफिया एजेंसीज के मुताबिक, पाकिस्तान से हवाला के जरिए यह पैसा यूपी के गाजीपुर में रहने वाला जमालुद्दीन के पास आता था। यह पैसा फिर राजस्थान में गोवर्धन नाम के शख्स के खाते में जमा किया जाता था। उसके खाते में हर महीने तीस हजार रुपए जमा होते थे। इसकी जानकारी मिलने के बाद यूपीएस की टीम ने जलालुद्दीन को गिरफ्तार करने के लिए मुहिम छेड़ दी थी। आखिरकार वह 24 अगस्त को लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में उसने खुलासा किया कि वह पाक के आईएसआई के लिए काम करता था।

इंडियन आर्मी के दिए नक्शे

सेना में नौकरी कर चुके गोवर्धन की गिरफ्तारी के बाद कई अहम खुलासे हुए। उसने बताया कि वह जमालुद्दीन के कहने पर ही इंडियन आर्मी से संबंधित कई नक्शे आईएसआई को दिए थे। इसके लिए उसे पैसे दिए जाते थे। मालूम हो कि राजस्थान पुलिस ने पिछले साल 27 दिसंबर को गोवर्धन को राजस्थान से गिरफ्तार किया था। उसकी निशानदेही पर ही जमालुद्दीन को पकड़ा गया है।

इलाहाबाद से हो रही थी फंडिंग

आईबी और यूपी एटीएस की जांच में में यह बात सामने आई है कि आईएसआई एजेंट के तौर पर जमालुद्दीन राजस्थान के जैसलमेर में पटवारी गोवर्धन सिंह को इलाहाबाद से फंडिंग करता था। ऐसे में अब उस बैंक की भी जांच हो रही है, जहां से पैसे का लेन-देन होता था।

रांची के एक होटल में काम कर चुका है जमालुद्दीन

यूपी एटीएस के हत्थे चढ़ा जमालुद्दीन रांची के मेन रोड स्थित होटल कैपिटोल हिल में एक साल तक बावर्ची के तौर पर काम कर चुका है। इसके अलावा वाराणसी, इलाहाबाद और भोपाल के भी कई बड़े होटलों में कई सालों तक नौकरी की थी। उसके पकड़े जाने के बाद पुलिस उसके बायोडाटा और अन्य दस्तावेजों को कब्जे में कर खंगाल रही है। खास बात है कि उसकी गिरफ्तारी के बाद रांची के तार एक बार फिर आतंकियों से जुड़ गए हैं।

क्वोट

इस मामले में फिलहाल कुछ कह पाना मुश्किल है। रांची से आईएसआई के तार जुड़े होने के मामले की जांच के लिए शीर्षस्थ अधिकारियों के निर्देश का इंतजार है।

धनंजय सिंह

एसपी, एटीएस

Posted By: Inextlive