--सभी दवाओं के साथ ही मिलेगी कोरोना की भी दवा

20 अगस्त को खोला जाएगा जन औषधि केंद्र का टेंडर लेने के लिए आए आवेदन को

रांची : रिम्स से दवाई दोस्त को हटाकर जन औषधि केंद्र को अपडेट कर खोलने की तैयारी शुरू कर दी गई है। सितंबर के पहले सप्ताह से जन औषधि केंद्र से हर दवा मरीजों को सस्ते दर मिलनी शुरू हो जाएगी। तीसरी लहर को लेकर इसके खोलने की कवायद पहले से तेज करने की बात थी। रिम्स निदेशक डा। कामेश्वर प्रसाद ने बताया कि इस केंद्र में हर एक दवा उपलब्ध कराई जाएगी। जब तक इसका टेंडर किसी को नहीं मिल जाता है, तब तक जरूरत पड़ने पर सदर अस्पताल से दवाओं की आपूर्ति की जाएगी। जन औषधि केंद्र का टेंडर लेने के लिए कई कंपनियों के आवेदन आए हैं, जिसे 20 अगस्त को खोला जाएगा और दवा एजेंसी का चुनाव किया जा सकता है।

मिलने लगेंगी दवाएं

अगले माह से रिम्स में जन औषधि केंद्र खुल जाएगा। इसके खुलने के बाद कई तरह की दवाएं मिल सकेगी, साथ ही कोरोना की दवाएं भी जरूरतमंद मरीजों के लिए उपलब्ध करायी जाएगी। प्रबंधन ने बताया कि जन औषधि केंद्र में सभी दवाएं जेनरिक दवाएं होंगी, जो ब्रांडेड दवा होती है और उसका मूल्य भी सामान्य दवाओं की तुलना में 85 प्रतिशत तक कम रहता है। दवाओं में कोरोना के साथ-साथ कैंसर की भी दवाएं मौजूद होगी। जिससे इलाज करा रहे मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी।

मरीजों को राहत

डाक्टरों का मानना है कि दूसरी लहर के दौरान जिस तरह से दवाओं की कालाबाजारी हुई और सस्ती दवाएं भी महंगे दर पर बिकने लगी। उसे देखकर कहा जा सकता है कि जन औषधि केंद्र में जो दवाएं मिलेंगी उससे मरीजों को काफी राहत होगी। केंद्र के पहले खुल जाने और पर्याप्त मात्रा में दवा उपलब्ध होगी तो आगे दवा की किल्लत जैसी परेशानी नहीं होगी। पिछली बार कई एंटीबायोटिक जैसी दवा बाजार से गायब हो गई थी इसकी कालाबाजारी शुरू कर दी गई थी। इस दवा को स्ट्रॉयड के रूप में मरीजों को दी जा रही थी, जो कोरोना की दवा तो नहीं लेकिन लक्षण के आधार पर मरीजों को दिए जाने से उन्हें लाभ मिल रहा था, फेफड़े के संक्रमण को कम करने में मदद मिल रही थी।

केंद्र की पूरी तैयारी

मालूम हो कि रिम्स से दवाई दोस्त को हटाने के बाद प्रबंधन जन औषधि केंद्र लगाने की तैयारी में है। रिम्स से दवाई दोस्त को 20 अगस्त तक ही रहने की अनुमति दी गई है। इसके बाद दुकान वहां से हटाने को कहा गया है। प्रबंधन ने बताया कि सारे निर्णय नियमानुसार लिए गए हैं। हालांकि इसका कई संगठन विरोध कर रहे हैं और कहा जा रहा है कि कोरोना काल में मरीजों के साथ गलत किया जा रहा है। अब मरीज मजबूरन महंगी दवा खरीदने को मजबूर हो जाएंगे।

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रिम्स में मरीजों की थाली में अब मिठाई भी

रिम्स में भर्ती मरीजों को मिलने वाले भोजन में अब जरूरत के हिसाब से मिठाई भी दी जा रही है। इसकी शुरुआत स्वतंत्रता दिवस से की गई है। इसके लिए मरीजों को दो हिस्सों में बांटा गया है। जिसमें सामान्य मरीज और मधुमेह मरीजों के लिए अलग-अलग डाइट तैयार की गई है। पहले दिन मरीजों को मिठाई में लड्डू दिया गया। साथ ही जो मधुमेह के जो मरीज हैं उन्हें सूजी का हलवा दिया गया। रिम्स में किचन के लिए चुनी गई नई एजेंसी जाना इंटरप्राइजेज ने बताया कि वे मरीजों को पहली बार शाम में चाय के साथ नाश्ता करा रहे हैं, जबकि इससे पहले अभी तक मरीजों को शाम में कोई नाश्ता नहीं मिलता था। प्रबंधन की ओर से मरीजों को स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य पर स्वादिष्ट भोजन कराने का निर्देश दिया गया था। साथ ही अन्य दिनों में भी भोजन के साथ मिठाई की भी व्यवस्था की जाएगी। जिसके बाद एजेंसी की ओर से यह व्यवस्था अस्पताल में भर्ती सभी मरीजों के लिए की गई है। भर्ती बच्चों के लिए अलग से भोजन की व्यवस्था कराई गई थी।

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Posted By: Inextlive