Ranchi : विजय हजारे ट्रॉफी के लिए चुनी गई झारखंड क्रिकेट टीम विवादों के घेरे में है. रणजी ट्रॉफी के लास्ट सीजन में स्टार बॉलर अजय यादव समेत कई बेहतर परफॉर्म करनेवाले क्रिकेटर्स को जगह नहीं दी गई है. ऐसे में टीम में प्लेयर्स के सेलेक्शन पर अंगुली उठ रही है. दूसरी ओर वैसे प्लेयर्स झारखंड को रिप्रेजेंट करेंगे जिनका खेल रणजी मैचेज में अवरेज रहा था. इतना ही नहीं अनुभव को भी दरकिनार करते हुए कई नए क्रिकेटर्स को भी टीम में शामिल कर लिया गया है. गौरतलब है कि रांची के जेएससीए इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में 27 फरवरी से विजय हजारे ट्रॉफी का आगाज हो रहा है जिसमें कई स्टेट्स की टीम पार्टिसिपेट कर रही है.


टैलेंट्स को जगह नहीं
रणजी ट्रॉफी में खराब परफॉर्मेंस के बाद भी झारखंड रणजी टीम में टैलेंट्स को तरजीह नहीं दी जा रही है। विजय हजारे ट्रॉफी के लिए टीम में वैसे प्लेयर्स को जगह देने का आरोप लग रहा है, जो जेएससीए मेंबर्स के चहेते हैं। यूं तो बोधनवाला ट्रॉफी की बेसिस पर झारखंड क्रिकेट टीम के सेलेक्शन की बात कही जा रही है, पर टीम में जिन प्लेयर्स को जगह मिली है, वह परफॉर्मेंस की बजाय पैरवी की ओर ज्यादा इशारा कर रही है। आशीष यादव को जहां स्टैंड बाई के तौर पर शामिल किया गया है, वहीं संदीप गुप्ता, अजय यादव और अजातशत्रु को टीम से चलता कर दिया गया है.  रणजी ट्रॉफी के लास्ट सीजन में महज चार मैचेज में 25 विकेट चटकाने वाले अजय यादव को टीम में जगह नहीं मिलना कहीं न कहीं टीम सेलेक्शन में मनमानी की ओर ही इशारा कर रही है। विजय हजारे ट्रॉफी के लिए झारखंड टीम में जमशेदपुर के सात, बोकारो और रांची के तीन-तीन और चाईबासा एवं धनबाद के एक-एक प्लेयर्स को जगह मिली है।

सेलेक्शन का आधार क्या?
कुछ दिनों पहले हुए बोधनवाला ट्रॉफी में परफॉर्मेंस की बेसिस पर ही विजय हजारे ट्रॉफी के लिए झारखंड क्रिकेट टीम चुनी गई है। इस टीम में राजू यादव और जसकरण टीम को शामिल किए जाने पर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि बोधनवाला ट्रॉफी में इनका परफॉर्मेंस अवरेज से नीचे रहा था, जबकि शानदार परफॉर्म करनेवाले प्लेयर्स को टीम से चलता कर दिया गया। सोर्सेज के मुताबिक, कैप्टन सौरभ तिवारी के कहने पर भी कुछ क्रिकेटर्स को झारखंड टीम में शामिल किया गया है।

अच्छे बॉलर्स स्टैंड बाई
टीम में 15 प्लेयर्स को जगह मिली है, जबकि पांच को स्टैंड बाई के तौर पर शामिल किया गया है। स्टैंड बाई के तौर जिन्हें टीम में शामिल किया गया है, वे सभी बॉलर्स हैं। आशीष यादव, राजू यादव, आशीष कुमार, प्रकाश, प्रदीप कुजूर और मिथुन मुखर्जी बतौर बॉलर्स व स्टैंड बाई के तौर पर टीम के साथ जुड़े रहेंगे। सोर्सेज के मुताबिक, स्टैंड बाई के तौर पर सिर्फ बॉलर्स को शामिल करने के पीछे का मकसद है कि वे बैट्समैन को नेट प्रैक्टिस करा सकें।

पैरवी पर चुने जाते हैं प्लेयर्स
झारखंड की रणजी टीम में सेलेक्शन के लिए परफॉर्मेंस मायने नहीं रखती है। टीम में वैसे प्लेयर्स को जगह दी जाती है जो झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन के मेंबर्स के करीबी अथवा  नजदीकी होते हैं। टीम में प्लेयर्स के परफॉर्मेंस की बजाय पैरवी पर जगह मिलती है। विजय हजारे ट्रॉफी के लिए चुनी गई टीम में बेहतर परफॉर्म करनेवाले प्लेयर्स को शामिल नहीं करना यही बता रही है।

टीम में इन्हें जगह मिली
सौरभ तिवारी (कैप्टन, जमशेदपुर), इशांत जग्गी (वाइस कैप्टन, जमशेदपुर), शाहबाज नदीम (धनबाद), राजू कुमार (बोकारो), रमीज नेमत (जमशेदपुर), कुमार देवव्रत (बोकारो), कौशल सिंह (रांची), एसपी गौतम (रांची) , राहुल शुक्ला(जमशेदपुर), विकास सिंह (रांची, केशव कुमार (बोकारो), विराट सिंह (जमशेदपुर), ईशान किशन रांची), जसकरण सिंह (जमशेदपुर) और समर कादरी (जमशेदपुर) स्टैंड बाई-  आशीष यादव, राजू यादव, आशीष कुमार, प्रकाश, प्रदीप कुजूर और मिथुन मुखर्जी।

Posted By: Inextlive