महिला आयोग उत्पीड़न के मामलों में नहीं है गंभीर

एक साल में दर्ज किए गये 1831 मामले, निपटाए सिर्फ 614

RANCHI: झारखंड महिला आयोग उत्पीड़न मामलों के निपटारे को लेकर गंभीर नहीं है। आलम ये है कि पीएमओ ने 50 मामले भेजे थे, जिसमें से सिर्फ पांच का ही निपटारा आयोग कर पाया है। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि आयोग जब पीएमओ की नहीं सुनता तो फिर आम लोगों के मामलों की स्थिति क्या होगी। गौरतलब हो कि पीएमओ की ओर से भेजे गए मामलों में विक्टिम ने सीधे पीएमओ को कंप्लेन की थी। एक साल में झारखंड राज्य महिला आयोग में कुल 1831 मामले दर्ज किए गए, जिसमें से मात्र 631 का ही निपटारा हो पाया है।

3478 मामले हैं विचाराधीन

झारखंड राज्य महिला आयोग के पास फिलहाल 3478 मामले विचाराधीन हैं। इनमें से ज्यादा मामले ऐसे हैं, जिनमें पीडि़ता ने सिर्फ आवेदन देकर छोड़ दिया है। आयोग का कहना है कि पीडि़ता शिकायत तो दर्ज करा देती हैं लेकिन जब सुनवाई के लिए उन्हें बुलाया जाता है तो आयोग के सामने उपस्थित नहीं होती हैं।

किसके कार्यकाल में कितने मामले

अध्यक्ष आवेदन निपटे

कल्याणी सिंह 1831 614

महुआ माजी 4680 3587

हेमलता एस मोहन 2070 1383

लक्ष्मी सिंह 1134 550

Posted By: Inextlive