-गुरुनानक अस्पताल से गिरफ्तार सोनू कुमार व अमित कुमार ने किया खुलासा

-पटना में पहले ही पकड़ा जा चुका है बहादुरपुर बम ब्लास्ट कांड का आरोपी राहुल

-पीएलएफआई का नाम आने पर एटीएस कर रहा था एक सप्ताह से झारखंड में रेकी

RANCHI:गुरुनानक अस्पताल से गिरफ्तार बिहार के कुख्यात पीएलएफआई कमांडर सोनू कुमार को कदमकुंआ पुलिस कोर्ट में पेश कर अपने साथ पटना ले गई। पटना से सब-इंस्पेक्टर कृष्णमुरारी अपनी टीम के साथ पहुंचे थे। बताया जाता है कि 30 मार्च को बहादुरपुर भूतनाथ में हुए बम विस्फोट कांड में सोनू कुमार मुख्य अभियुक्त है। इस बाबत कदमकुआं थाना पुलिस में उसके खिलाफ केस भी दर्ज किए गए हैं। पुलिस के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, सोनू कुमार की गिरफ्तारी के लिए रांची और पटना पुलिस चार दिनों से लगी हुई थी।

मलेरिया का इलाज करा रहा था सोनू

सोनू कुमार बिहार पुलिस की दबिश के कारण भाग कर गुमला आ गया था। पुलिस ने उसकी तलाश में गुमला में भी छापेमारी की थी। इसकी सूचना पाकर वह सारंडा भाग गया था। सारंडा में उसे एक मच्छर ने काट लिया था, जिसकी वजह से उसे मलेरिया हो गया था। मलेरिया से ग्रसित होने के बाद वह किसी तरह रांची के गुरुनानक अस्पताल पहुंचा, जहां वह अपना इलाज करवा रहा था।

जब्त हुआ था जखीरा

गौरतलब हो कि 10 जुलाई को रांची पुलिस की गुप्त सूचना के आधार पर पटना पुलिस ने पटना के रामकृष्णनगर थाना के शिवनगर रोड नंबर तीन में नंदलाल छपरा निवासी रामप्रवेश राय उर्फ नेताजी के मकान के ग्राउंड फ्लोर से बमों और विस्फोटकों को जब्त किया था। पटना पुलिस ने उस वक्त उक्त मकान से 12 केन बम, 75 डेटोनेटर, 7 रिमोट व पांच किलो अमोनियम नाइट्रेट बरामद किया था। पुलिस ने जब जांच की तो सारे बम लोटस कंपनी के बने थे।

Posted By: Inextlive