RANCHI: कांटाटोली फ्लाइओवर निर्माण को शुरू हुए एक साल से ज्यादा समय हो गया। लेकिन, अब तक यहां 30 प्रतिशत काम भी पूरा नहीं हुआ है। पिलर निर्माण का काम जून 2019 में शुरू हुआ था। लेकिन यह भी अधूरा ही पड़ा है। 84 करोड़ के इस प्रोजेक्ट में लगभग 20 करोड रुपए खर्च हो चुके हैं। लेकिन कंस्ट्रक्शन के नाम पर एक पीलर तक कंप्लीट नहीं हो सका है। फ्लाइओवर के लिए कुल 19 पिलर का निर्माण होना है, जिसमें अब तक केवल दो पिलर ही कुछ लंबाई तक खड़े हो सके हैं। राशि खत्म होने की वजह से पिछले चार महीने से निर्माण कार्य बंद है। सभी आधे-अधूरे में ही अटका पड़ा है। निर्माण कार्य को 2019 में ही पूरा करने का लक्ष्य था, लेकिन काम की रफ्तार देख इस साल भी यह पूरा हो सकेगा या नहीं, यह कह पाना मुश्किल है।

डीपीआर की वजह से रुका काम

फ्लाईओवर निर्माण का काम डीपीआर की वजह से रुक गया है। दरअसल, डीपीआर में कुछ संशोधन किए गए थे जिसे पूर्व सरकार द्वारा स्वीकृति नहीं मिली और काम बीच में ही अटक गया। नई सरकार के गठित हुए महीने भर से ज्यादा का वक्त बीत गया है लेकिन हेमंत सरकार ने भी फ्लाईओवर निर्माण के संशोधित डीपीआर को हरी झंडी नहीं दी है। डीपीआर में पहले 900 मीटर लंबी फ्लाईओवर का जिक्र था, जिसे बाद में संशोधित कर 1250 मीटर कर दिया गया। जबकि पाइलिंग की लंबाई पूर्व में 1580 मीटर से बढ़ाकर अब 1700 मीटर कर दी गई है। लंबाई बढ़ने की वजह से प्रोजेक्ट की कॉस्टिंग भी बढ़ गई है।

आम जनजीवन प्रभावित

जब काम शुरू हुआ उस वक्त राजधानी के लोगों में एक उम्मीद जगी थी। फ्लाई ओवर बन जाने के बाद आवागमन सुगम होने की बात भी कही जा रही थी। लेकिन यही अब लोगों के लिए आफत बन चुका है। बीते कई महीने से प्रोजेक्ट में एक इंच भी काम आगे बढ़ा नहीं है। अब लोगों की समस्याएं भी बढ़ने लगी हैं। आस-पास में रहने वाले लोगों को ज्यादा परेशानी हो रही है। कंस्ट्रक्शन का काम होने के कारण धूल-मिट्टी से लोगों को गुजरना पड़ रहा है।

क्या कहती है पब्लिक

फ्लाईओवर का काम आगे बढ़ नहीं रहा है। हमलोगों को परेशानी हो रही है, सो अलग। रोड पर पिलर के छड़ निकले हुए है। आने-जाने में भी तकलीफ होती है।

-सीमा

फ्लाईओवर हमलोग की सुविधा के लिए ही बनाया जाना था। लेकिन यही अब आफत बन गया है। फ्लाईओवर का निर्माण काम कई दिनों से रुका है। आधे में रुकने के कारण काफी मुश्किल हो रही है।

-बबलू कुमार

जल्द से जल्द फ्लाईओवर बन कर रेडी होता तो हमलोग भी अपने-अपने घर को ठीक करते। पुल निर्माण की वजह से घर की मरम्मत भी नहीं करवा पा रहे हैं। डेढ साल में पिलर तक नहीं बना है।

-अनीता देवी

Posted By: Inextlive