रांची: विधायक खरीद फरोख्त के आरोपों से घिरे बिहार के पूर्व सीएम और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद का ठिकाना बदल दिया गया है। अरबों रुपए के पशुपालन घोटाला मामले में सजा काट रहे लालू प्रसाद को रिम्स डायरेक्टर के बंगले से पेइंग वार्ड नंबर 11 में शिफ्ट कर दिया गया है। वह पहले भी इस वार्ड में रह चुके हैं। बिहार विधानसभा के स्पीकर पद के लिए हुए चुनाव के पूर्व कुछ एनडीए विधायकों से कथित रूप से मोबाइल पर बात करने के आरोपों और इसका ऑडियो वायरल होने के बाद रिम्स प्रबंधन की ओर से आनन-फानन में गुरुवार को इसका आदेश जारी किया गया। लालू को फिलहाल रिम्स के डायरेक्टर बंगला, जिसे केली बंगला के नाम से भी जाना जाता है, में रखा गया था।

रिम्स प्रबंधन ने जारी की चिट्ठी

रिम्स प्रबंधन ने जेल आईजी वीरेन्द्र भूषण को चिट्ठी लिखकर लालू प्रसाद को पेइंग वार्ड के 11 नंबर कमरे में शिफ्ट करने के लिए कहा है। रिम्स की ओर से जारी चिट्ठी में कहा गया है कि अस्पताल की पूर्व निदेशक मंजू गाड़ी और लालू प्रसाद का इलाज करने वाले डॉ उमेश प्रसाद की बैठक में यह फैसला लिया गया है कि लालू प्रसाद को फिर से पेइंग वार्ड में शिफ्ट कर दिया जाए।

जेल मैनुअल के उल्लंघन का आरोप

ज्ञात हो कि हाल के दिनों में लालू प्रसाद के बारे में कई ऐसी जानकारी सामने आई, जिसमें कहा गया कि जेल मैनुअल का उल्लंघन हो रहा है। चारा घोटाला मामले में सजा भुगत रहे लालू प्रसाद के राजनीतिक विरोधियों ने आरोप लगाए थे कि राजद सुप्रीमो जेल से राजनीतिक गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल हो रहे हैं। इसके अलावा भी जेल से कई अपराधियों के रंगदारी मांगने का मामला सामने आ चुका है।

ऑडियो हो गया वायरल

लालू प्रसाद का एक ऑडियो वायरल हुआ, जिसके बाद बिहार भाजपा के नेताओं ने रांची में जेल मैनुअल के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए लालू प्रसाद को बेऊर जेल भेजने की मांग की। गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव 2020 से पहले राष्ट्रीय जनता दल के बिहार के एक नेता ने सोशल मीडिया पर लालू प्रसाद के साथ अपनी तस्वीर शेयर कर लिखा था। उन्हें बिहार चुनाव की तैयारियों के बारे में ब्रीफ किया। फेसबुक पर जारी इस तस्वीर के बाद झारखंड भाजपा ने काफी विरोध भी जताया था।

सुशील मोदी का ट्वीटर अकाउंट ब्लॉक

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सह बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी का अकाउंट ट्वीटर ने ब्लॉक कर दिया है। सुशील मोदी ने अपने ट्वीट में लालू यादव का नंबर शेयर किया था, जिसके बाद ट्विटर ने नियमों का उल्लंघन बताते हुए अकाउंट ब्लॉक कर दिया है। सुशील मोदी लगातार ट्वीट कर लालू यादव पर आरोप लगाते रहे हैं। उन्होंने ट्वीट कर आरोप लगाया था कि लालू यादव एनडीए के विधायकों को फोन कर राजद को सत्ता में लाने की बात कर रहे हैं और विधायकों को मंत्री पद का लालच दे रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने एक नंबर भी शेयर किया है, जो लालू यादव का बताया जा रहा है, जिससे लालू यादव जेल में बंद होने के बावजूद विधायकों को फोन कर रहे हैं।

हाईकोर्ट में दायर हुई जनहित याचिका

विधायक खरीद फरोख्त और मोबाइल इस्तेमाल के मामले में भाजपा नेता अनुरंजन अशोक ने हाई कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल कर दी है। इसमें कहा गया है कि किस नियम के तहत लालू को निदेशक बंगला दिया गया है, जहां पर वे जेल मैन्युअल की धज्जियां उड़ा रहे हैं। इस संबंध में अधिवक्ता राजीव कुमार ने बताया कि बीजेपी नेता अनुरंजन अशोक की ओर से हाई कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की गई है जिसमें कहा गया है कि लालू प्रसाद यादव जेल में रहते हुए मोबाइल फोन से बिहार के विधायकों को सत्ता का लोभ देते हुए नीतीश सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं। यह जेल मैनुअल का खुला उल्लंघन है।

जेल आईजी ने दिए जांच के आदेश

लालू यादव द्वारा जेल मैनुअल उल्लंघन के मामले पर जेल आईजी वीरेन्द्र भूषण ने जांच के आदेश दे दिए हैं। आईजी ने रांची डीसी और एसएसपी के साथ ही रांची जेल के अधीक्षक को भी कहा कि जो मीडिया में ऑडियो चल रहा है, उसकी जांच कर रिपोर्ट सौंपी जाए। जेल आईजी ने यह भी कहा है कि यह सुरक्षा के मामले में लापरवाही ठीक नहीं है। ऐसे मामलों में शिकायत पर जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई की जा सकती है। दूसरी तरफ रांची डीसी छवि रंजन ने भी जेल अधीक्षक से इस मामले में स्पष्टीकरण मांगा है।

Posted By: Inextlive