- नहीं आई सिटी में मशीन

- अब लोगों को सता रहा कोरोना का डर

- रिपोर्ट आने तक लोग घूम रहे बेफिक्र

रांची समेत पूरे राज्य में कोरोना तेजी से पांव पसार रहा है। हर दिन सैकड़ों की संख्या में मरीज सामने आ रहे हैं। वहीं सैंपल भी हर दिन हजारों की संख्या में कलेक्ट किए जा रहे हैं। लेकिन टेस्टिंग की रफ्तार आज भी धीमी है। यही वजह है कि अगर आप आज अपना सैंपल देंगे तो रिपोर्ट एक हफ्ते के बाद ही आएगी। इस वजह से लोग जहां अपनी रिपोर्ट को लेकर परेशान हैं, वहीं जाने अनजाने वह कोरोना साथ लेकर घूम रहे हैं। इससे न जाने कितने लोग कोरोना की चपेट में आ सकते हैं।

11 हजार सैंपल है पेंडिंग

हर दिन रांची के अलावा अन्य जगहों से 5000 से अधिक सैंपल कलेक्ट किए जा रहे हैं। लेकिन टेस्टिंग तेज होने के बावजूद कलेक्शन की तुलना में टेस्ट काफी कम है। इस वजह से एकबार फिर सैंपल पेंडेंसी 11 हजार हो गई है। जिससे साफ है कि रिपोर्ट के इंतजार में कितने लोग घूम रहे हैं। इनमें से कुछ को भी कोरोना होगा तो वह अनजाने में ही कई लोगों को यह बीमारी बांट देंगे। सैंपल दे चुके लोगों को यह पता ही नहीं है कि वह कोरोना पॉजिटिव है या नेगेटिव। ऐसे में वह बेफिक्र होकर घूम रहे हैं।

एक दिन में 1200 सैंपल

कोरोना के बढ़ते इंफेक्शन को देखते हुए दो महीने पहले सरकार ने केंद्र सरकार से कोबाज-6800 मशीन की मांग की थी। इससे टेस्टिंग की रफ्तार में तेजी लाई जा सके। वहीं इस मशीन से एक दिन में 1200 सैंपल टेस्ट किए जा सकते थे। जिससे कि अधिक लोगों का सैंपल टेस्ट किया जा सकता था। लेकिन आजतक इस मशीन की जानकारी नहीं है। इस मशीन में टेस्टिंग के दौरान स्टाफ के इंफेक्टेड होने की संभावना नहीं के बराबर थी। चूंकि यह मशीन में काम ऑटोमैटिक होता है।

सदर में हो चुका है हंगामा

सुपरस्पेशियलिटी सदर हॉस्पिटल में सैंपल कलेक्शन किए जा रहे हैं। जहां पर सैंपल देने के बाद भी लोगों को टाइम से रिपोर्ट नहीं दिए जाने को लेकर लोगों ने जमकर हंगामा किया था। लोगों का कहना था कि जब सैंपल देने के बाद दस दिन तक रिपोर्ट नहीं मिलेगी तो बीमारी और बढ़ जाएगी। इसके बाद मरीज की हालत बिगड़ जाए तो उसकी जिम्मेवारी कौन लेगा।

केस 1

सूरज कुमार (नाम परिवर्तित) ने 17 जुलाई को अपना सैंपल सदर हॉस्पिटल में दिया था। आजतक न तो उन्हें कोई मैसेज मिला और न ही यह पता चल पाया कि उनकी रिपोर्ट क्या आई। अब वह इस चक्कर में अपने घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं।

केस 2

रोहित सिंह (नाम परिवर्तित) 19 जुलाई को सैंपल सदर में देकर आए। इसके बाद उनसे एक हफ्ते बाद आने को कहा गया। आजतक उनकी रिपोर्ट नहीं आई है। अब वह आईडी लेकर हॉस्पिटल के चक्कर लगा रहे हैं।

Posted By: Inextlive