रांची: रांची समेत पूरे राज्य में कोरोना तेजी से फैल रहा है। वहीं लगातार मिल रहे मरीज यह बताते हैं कि कोरोना का कम्युनिटी ट्रांसमिशन शुरू हो चुका है। इसके बावजूद सरकार इसे फैलने से रोकने को लेकर कोई कदम नहीं उठा रही है। स्थिति को देखते हुए सरकार को तत्काल राज्य में लॉकडाउन लगाने की जरूरत है। साथ ही कहा कि अब तो मरीजों में कोई लक्षण भी नहीं मिल रहे हैं, जिससे कि पता लगा पाना मुश्किल है कि कौन कोरोना का मरीज है और कौन नहीं।

सर्विलांस तेज करने की जरूरत

राज्य में हर दिन चार सौ से अधिक कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं। बुधवार को रांची में 125 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। इसके अलावा मौत का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है। कोविड केयर सेंटर या आइसोलेशन वार्ड में बेड की कमी है। वहीं, सस्पेक्टेड मरीजों का न तो समय पर कोविड टेस्ट हो पा रहा है और न ही इलाज। यही वजह है कि कई संक्रमित मरीज निर्देशों को दरकिनार कर खुलेआम घूम रहे हैं। इसलिए अब वार्ड स्तर पर डोर-टू-डोर सर्विलांस करने की जरूरत है। जब तक शहरी क्षेत्र में हर व्यक्ति की जांच नहीं की जाएगी, कोरोना को फैलने से नहीं रोक पाएंगे।

ये दिए सुझाव

-हॉस्पिटलों में कोरोना से संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए पर्याप्त दवा व सुरक्षा उपकरणों की व्यवस्था

-प्राइवेट हॉस्पिटलों में भी कोरोना का टेस्ट फ्री में कराने की व्यवस्था की जाए

-संक्रमण को देखते हुए रांची समेत पूरे राज्य में 15 से 20 दिनों का लॉकडाउन

-पूर्ण लॉकडाउन के बिना शारीरिक दूरी व मास्क लगाने के निर्देशों का अनुपालन कराना संभव नहीं

-मरीजों की संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली को दुरुस्त करने की जरूरत

-सभी सरकारी व प्राइवेट हॉस्पिटलों के अधिकारियों/सिविल सर्जन से चर्चा कर कोविड केयर सेंटर, क्वारंटीन सेंटर व कोरोना जांच में तेजी लाएं

-रांची नगर निगम क्षेत्र में तत्काल अस्थाई कोविड केयर सेंटर (एक हजार बेड का) तैयार करने की जरूरत

-22 जुलाई 2020 को कैबिनेट की बैठक में कोरोना की रोकथाम से संबंधित पारित नियमों को पूर्ण लॉकडाउन करने के बाद ही लागू करें

Posted By: Inextlive