- एक ही दिन में सब कुछ हो गया अव्यवस्थित

- हॉस्पिटल के अंदर हो गई गाडि़यों की पार्किग

-खाने का भी बदल गया जायका

हेल्थ डिपार्टमेंट के सेक्रेटरी गुरुवार को जब सदर हॉस्पिटल का इंसपेक्शन करने पहुंचे थे तो सबकुछ बदला-बदला सा नजर आ रहा था। एक-एक चीज सलीके से रखी गई थी। वहीं कैंपस में जहां-तहां गाडि़यों के लगाने पर रोक थी। इसके अलावा मरीजों को खाने में पनीर परोसा गया था, लेकिन उनके विजिट के 24 घंटे बाद ही मंजर पूरी तरह से बदल गया। शुक्रवार को हॉस्पिटल में चारों ओर अव्यवस्था का आलम नजर आया, जिससे साफ है कि कैसे अधिकारियों के विजिट पर व्यवस्था दिखाकर उनका आईवॉश किया जाता है। उनके जाते ही व्यवस्था ध्वस्त हो जाती है।

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जहां जगह मिली, वहीं लगा दी गाड़ी

हॉस्पिटल के अंदर गाडि़यों की पार्किग पर रोक है। इसके बावजूद गाडि़यों की पार्किग कराई जा रही है। गुरुवार को एक भी गाड़ी हॉस्पिटल बिल्डिंग एरिया में नहीं थी। शुक्रवार को फिर से पहले जैसी स्थिति हो गई। इतना ही नहीं जिसे जहां पर जगह मिली वहीं उसने अपनी गाड़ी लगा दी। इससे साफ है कि केवल इंसपेक्शन के समय दिखावे के लिए गाडि़यां बाहर लगवा दी जाती है।

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डायट चार्ट के हिसाब से खाना नहीं

इंसपेक्शन को देखते हुए मरीजों को स्पेशल डाइट दिया गया। बढि़या दाल के अलावा आलू-गोभी और पनीर की सब्जी भी परोसी गई थी, लेकिन शुक्रवार को मरीजों को फिर से आलू पालक परोस दिया गया। जबकि मरीजों के लिए डाइट चार्ट में नाश्ते में इडली, सांभर, दूध, फल, अंडा, ब्रेड, कॉर्न फ्लेक्स देना है। वहीं दिन के लंच में चावल, दाल, दही, अंडा करी, रोटी, पनीर देना है। इसके अलावा डिनर में रोटी, दाल, तड़का, सोयाबीन परोसने हैं।

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हॉस्पिटल मैनेजर है पर व्यवस्था दुरुस्त नहीं

हॉस्पिटल में व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए हॉस्पिटल मैनेजर को तैनात किया गया है, जिन्हें साफ-सफाई से लेकर ओपीडी, रजिस्ट्रेशन के अलावा मरीजों को किसी तरह की परेशानी न हो इसका ध्यान रखना है। लेकिन उन्हें इन सब चीजें देखने की फुर्सत ही नहीं है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कैसे वह केवल हॉस्पिटल में कैसे ड्यूटी कर रही हैं।

Posted By: Inextlive