--सिटी में गैस सिलेंडर की डिलीवरी के वक्त ताक पर मानक

--रियल प्राइस से एक्स्ट्रा लेते है डिलीवरी ब्वाय

--सिलेंडर की हालत भी रहती है खराब

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RANCHI (26 स्नद्गढ्ड): गैस सिलेंडर जो हर घर की जरूरत है। इसके बिना किचन में खाना पकने की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। लेकिन इन गैस सिलेंडर को लेने से पहले लोग छोटी-छोटी बातों पर भी गौर नहीं करते। आवश्यक बिंदु जैसे सिलेंडर कब की रिफिल है, सील है या नहीं, लिकेज, सिलेंडर की स्थिति, वजन जैसे कई महत्वपूर्ण बातें हैं जिन पर कंज्यूमर ध्यान तक नहीं देते हैं। इसी का फायदा गैस एजेंसी वाले उठाते हैं। सिलेंडर डिलीवरी करने वाले भी लोगों को इन सब बातों की जानकारी नहीं देते। सिटी में कैसे गैस सिलेंडर की डिलीवरी की जा रही है और लोग इसे लेकर कितने अवेयर हैं डीजे आईनेक्स्ट की टीम ने रियलिटी चेक किया। जानते हैं क्या हालात हैं।

वजन नहीं करते डिलीवरी ब्वाय

गैस सिलेंडर की होम डिलीवरी देने वाले डिलीवरी ब्वाय कभी भी सिलेंडर का वजन कर लोगों को नहीं देते हैं। जबकि एजेंसी द्वारा हर गाड़ी में डिजिटल मापक दिया गया है लेकिन इसका इस्तेमाल नहीं करते। इसका दूसरा पहलू यह भी देखने को मिला कि अधिकतर लोग सिलेंडर वजन कराने को लेकर अवेयर ही नहीं हैं। जब लोगों से जानने का प्रयास किया गया तो लोगों ने बताया कि वजन की कोई जानकारी नहीं है। डिलीवरी ब्वाय जैसे देता है वैसे ही लेकर लगा देते हैं। आईनेक्स्ट द्वारा बताए जाने के बाद लोगो ने भी फ्यूचर में वजन कराकर सिलेंडर लेने की बात कहीं।

सिलेंडर की हालत खराब

रियलिटी चेक में यह देखा गया कि जिस टंकी में गैस रिफिल कर दी जा रही थी, उसकी हालत भी खराब थी। कई साल पुराने और गंदे सिलेंडर में ही गैस रिफिल कर मार्केट में उतार दिया जाता है। हालत इतनी खराब होती है कि उपभोक्ता बिना धोये सिलेंडर किचन में ले जाना तक पसंद नहीं करते। लेकिन डिलीवरी ब्वाय का कहना है कि प्लांट से जैसी टंकी आती है उसे उसी तरह डिस्ट्रीब्यूट कर दिया जाता है। हम लोग सील भी नहीं हटाते हैं। वैसे ही उपभोक्ता तक पहुंचा देते हैं। उपभोक्ता के सामने ही सील हटाकर हैंडओवर किया जाता है।

एक्सपायरी डेट की जानकारी नहीं

रियलिटी चेक में हमने जितने भी ऑटो ड्राइवर से टंकी का एक्सपायरी डेट बताने को कहा, किसी ने भी सही से जानकारी नहीं दी। ऑटो ड्राइवर और हेल्पर का कहना था कि एक्सपायरी के बारे में कुछ नहीं बताया गया है। जबकि सभी सिलेंडर की पट्टी में ही एक्सपायरी डेट लिखा होता है। इस बात की जानकारी आम कंज्यूमर को भी नहीं है। जिवासिया गैस एजेंसी के मैनेजर विक्रम ने इस बारे में बताया कि हर टंकी को ए, बी, सी और डी चार कैटेगरी में बांटा जाता है। सभी तीन-तीन महीने तक वैद्य होते हैं। यदि पट्टी पर ए 28 लिखा है तो यह जनवरी, फरवरी और मार्च 2028 तक के लिए वैद्य है। इसी प्रकार बी 28 रहने पर अप्रैल, मई, जून, सी 2028 में जुलाई, अगस्त, सितंबर और डी 2028 होने पर यह अक्टूबर, नवंबर एवं दिसंबर तक वैद्य होगा। एक टंकी की लाइफ पांच साल होती है।

अवैध वसूली 30 हजार रुपए

डिलीवरी ब्वाय हर बार गैस की रियल प्राइस से 20-30 रुपए बढ़ा कर ही चार्ज लेते हैं। अभी सिलेंडर की कीमत 925 रुपए है लेकिन डिलीवरी ब्वाय 940 से 950 रुपए तक वसूल रहे हैं। हिंदपीढ़ी में गैस की डिलीवरी दे रहे ऑटो ड्राइवर से गैस की कीमत पूछने पर उसने 940 रुपए बताया, जब उसे गैस की रियल प्राइस बताने को कहा गया तो उसने 925 रुपए बताए। कीमत से अधिक लेने के सवाल पर ड्राइवर ने बताया कि चाय पानी के लिए ले लेते हैं। इस तरह एक ऑटो से दिन भर में लगभग 50 सिलेंडर की डिलीवरी दी जाती है। ऐसे में लगभग 1200 रुपए की कमाई एक दिन हो गई। महीने का 30 हजार से अधिक का अवैध कमाई कर रहे हैं, जिसमें एजेंसी वालों का भी शेयर होता है। शाम में ऑफिस पहुंचने के बाद इसका हिसाब किया जाता है।

क्या कहते हैं कंज्यूमर

वजन कराकर सिलेंडर कभी नहीं लिया। इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी। टंकी का नोजल और सील देखकर सिलेंडर लेता हूं।

-अजगर अली, हिंदपीढ़ी

सिलेंडर की कीमत हर बार ये लोग बढ़ा कर ही लेते हैं। लेकिन घर तक पहुंचा देते हैं, इसलिए एक्स्ट्रा पैसे दे देते हैं। वजन कराकर कभी सिलेंडर नहीं लिया।

-मधुसूदन चौधरी, रातू रोड

कंपनी की ओर से स्टाफ को ट्रेनिंग दी जाती है। किसी भी स्टाफ को एक्स्ट्रा पैसे लेने को नहीं कहा जाता, लेकिन कंज्यूमर खुद ही चाय-पानी के लिए अपनी खुशी से पैसे दे देते हैं। रही बात वजन की तो हर ऑटो में डिजिटल मशीन दी गई है।

-विक्रम कर्मकार, मैनेजर, जिवासिया गैस एजेंसी

Posted By: Inextlive