रांची: कोरोना से बचाव के पाठ पढ़ाए जा रहे हैं। हर किसी को मास्क और दो गज की दूरी का पालन करने को कहा जा रहा है। लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं हैं। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सदर हॉस्पिटल में लोग न तो दो गज की दूसरी मान रहे हैं और न ही मास्क लगा रहे हैं। जबकि देश में कोरोना का नया स्ट्रेन दस्तक दे चुका है। ऐसे में एकबार फिर कोरोना के संक्रमण का खतरा मंडराने लगा है। थोड़ी सी भी लापरवाही आपको सीधे कोविड सेंटर पहुंचा सकती है। इसलिए वक्त रहते संभल जाएं तो कोविड सेंटर जाने की नौबत नहीं आएगी।

कोई नहीं है टोकने वाला

हॉस्पिटल में वैक्सीनेशन के लिए हर दिन सैकड़ों लोग बच्चों को लेकर पहुंच रहे हैं। इनफेक्शन से बचाने और सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो करने को लेकर ही वैक्सीनेशन के लिए ओपन स्पेश में वैक्सीनेशन सेंटर को शिफ्ट कर दिया गया। इसके अलावा होम गार्ड के जवानों को भी लगाया गया जो नियमों का पालन कराएंगे। लेकिन कुछ दिन की सख्ती के बाद वे लोग गायब हो गए। अब वहां पर लोगों को कोई रोकने-टोकन वाला नहीं है।

जिम्मेवार नहीं कर रहे ड्यूटी

हॉस्पिटल की व्यवस्था देखने के लिए हॉस्पिटल मैनेजर को तैनात किया गया है। लेकिन उन्हें हॉस्पिटल की व्यवस्था से कोई मतलब नहीं है। जो जैसा चल रहा है सब ठीक है। ऐसे में न तो किसी से पूछताछ करती है और न ही किसी को कोई निर्देश दिया जाता है। आज स्थिति यह है कि ड्यूटी में तैनात गा‌र्ड्स भी अपनी जगह पर नहीं होते। इससे समझा जा सकता है कि जिम्मेवार कोरोना को लेकर कितने गंभीर हैं। वहीं, पूरे हॉस्पिटल के लिए जिम्मेवार डीएस भी कोई एक्शन नहीं लेते।

भारी न पड़ जाए ये लापरवाही

दो गज दूरी के अलावा मास्क भी हर किसी के लिए अनिवार्य है। हॉस्पिटल में आते वक्त ये चीजें ठीक होती हैं लेकिन कैंपस में आते ही सबकुछ भूल जाते हैं। वे लोग यह नहीं जानते कि उनकी ये लापरवाही न जाने कितने और लोगों को भारी पड़ सकती है। वहीं दूसरों की वजह से उन्हें भी इनफेक्शन होने की पूरी आशंका है। फिर भी लोग इस तरह की लापरवाही जानबूझकर कर रहे हैं। वहीं कई लोग तो अपना मास्क बस फार्मालिटी के लिए लगाए रहते हैं।

Posted By: Inextlive