-स्कूल मैनेजमेंट को स्कूल चलाने में हो रही है परेशानी

सरकार ने भी सर्कुलर जारी कर फीस जमा करने का दिया है निर्देश

रांची: सरकार के निर्देश के बावजूद सिटी के प्राइवेट स्कूलों में पढ़नेवाले बच्चों के ज्यादातर पेरेंट्स टाइम पर स्कूल फीस जमा नहीं कर रहे हैं। इससे स्कूल मैनेजमेंट को स्कूल संचालित करने में परेशानी आ रही है। स्कूल मैनेजमेंट ने पेरेंट्स से आग्रह किया है कि सरकार ने जो निर्देश दिया है कम से कम उसका पालन करें और टाइम पर फीस जमा करें, ताकि टीचर्स को सही समय पर सैलरी दी जाए और घर पर रहने के बावजूद बच्चों को सही तरीके से पढ़ाया जा सके।

हर महीने का है खर्चा

सिटी के विभिन्न स्कूल मैनेजमेंट का कहना है कि मार्च के बाद हर महीने स्कूल के टीचर से लेकर बस ड्राइवर, चपरासी, सिक्योरिटी गार्ड सभी को सैलरी दी जा रही है। बच्चों को स्कूल और टीचर के साथ हमेशा कनेक्ट रखा जा रहा है। उनके लिए स्पेशल वीडियो बनाया जा रहा है ऑनलाइन क्लासेज चलाए जा रहे हैं, लेकिन पेरेंट्स फीस को लेकर बहुत गंभीर नहीं हैं। बहुत कम पेरेंट्स ने ही फीस जमा किया है, जबकि स्कूल का जो हर महीने का खर्चा है वह लगातार हो रहा है। अगर पेरेंट्स समय पर फीस जमा नहीं करेंगे तो स्कूल चलाने में दिक्कत आ जाएगी।

सरकार ने जारी किया है निर्देश

झारखंड सरकार ने निजी स्कूलों में फीस को लेकर आदेश जारी किया है। इसके अनुसार फीस में कोई बढ़ोतरी नहीं होगी। निजी स्कूल लॉकडाउन अवधि का शिक्षण शुल्क ले सकेंगे। इस अवधि का वार्षिक शुल्क, यातायात शुल्क एवं अन्य शुल्क पर रोक रहेगी। स्कूल खुलने के बाद समानुपातिक आधार पर वार्षिक शुल्क स्कूल ले सकेंगे। विलंब शुल्क भी स्कूल नहीं ले सकेंगे। आदेश का अनुपालन नहीं करने वाले स्कूलों को संबद्धता प्राप्त करने के लिए जारी एनओसी रद होगा। निजी स्कूल सेशन 2020-21 में कोई शुल्क भी नहीं बढ़ाएंगे। स्कूल का संचालन शुरू होने से पूर्व मासिक स्तर पर शिक्षण शुल्क लिया जा सकता है। किसी भी परिस्थिति में शिक्षण शुल्क जमा नहीं करने पर किसी भी छात्र को स्कूल निकाल नहीं सकते हैं और न ही ऑनलाइन क्लास से वंचित कर सकते हैं। सरकार की ओर से जारी आदेश के अनुसार, स्कूल किसी भी शिक्षक या कर्मचारी के वेतन में कटौती भी नहीं कर सकते हैं। स्कूल मैनेजमेंट कोई नया शुल्क सृजित कर अभिभावकों पर बोझ नहीं डालेगा। ऐसा करने पर सरकार स्कूल का एनओसी रद करने या अन्य कार्रवाई करेगी।

क्या कहते हैं प्रिंसिपल्स--

हमलोग अपने स्कूल में बच्चों को ऑनलाइन क्लास दे रहे हैं। हर क्लास के टीचर द्वारा बच्चों के लिए स्पेशल वीडियो बनाया जा रहा है। रूटीन के अनुसार उनको घर पर पढ़ाया जा रहा है, लेकिन बहुत कम पेरेंट्स ही स्कूल फीस जमा कर रहे हैं। सरकार का सर्कुलर जारी हुआ है। इसके बावजूद पैसा नहीं जमा कर रहे हैं। पेरेंट्स को फीस जमा करनी चाहिए, ताकि स्कूल के संचालन में कोई दिक्कत नहीं हो।

डॉ राम सिंह, प्रिंसिपल, डीपीएस, रांची

हमलोग ऑनलाइन क्लास करवा रहे हैं। इसमें बच्चों की क्वेरी से लेकर उनके सब्जेक्ट और कोर्स कंप्लीट कराया जा रहा है, लेकिन बहुत कम पेरेंट्स ही फीस दे रहे हैं। इसके स्कूल संचालन में परेशानी होगी। पेरेंट्स को चाहिए कि वे टाइम पर स्कूल फीस जमा कर दें।

डॉ मनोहर लाल, प्रिंसिपल, गुरु नानक स्कूल

हमलोग अपने स्कूल के बच्चों को किसी भी तरह से पढ़ाई से दूर नहीं रखना चाहते हैं। टीचर्स बच्चों के डाउट क्लीयर कर रहे हैं। बच्चों की स्टडी का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। इसके बावजूद बहुत कम पेरेंट्स ही फीस जमा कर रहे हैं। इससे स्कूल संचालन करने में परेशानी हो रही है। बिना फीस के हम कैसे टीचर्स व अन्य स्टाफ को सैलरी दे पाएंगे।

-डॉ नीता पांडे, प्रिंसिपल, कैंब्रियन स्कूल

हमलोग अपने स्कूल के बच्चों के साथ लगातार संपर्क में हैं। बच्चों को शिक्षा देना जरूरी है। स्कूल का प्रत्येक टीचर बच्चों के साथ कनेक्टेड है। टीचर्स के लिए भी ऑनलाइन क्लासेज नया है, लेकिन वे भी अपनी तरफ से हर प्रयास कर रहे हैं, लेकिन पेरेंट्स समय पर स्कूल फीस जमा नहीं कर रहे हैं। इस वजह से स्कूल संचालन में दिक्कत आ रही है।

डॉ सुषमा केरकेट्टा, प्रिंसिपल, संत गैब्रियल एंड मोनिका स्कूल, मोरहाबादी

Posted By: Inextlive