अधिकारियों को दी गई चेतावनी हर तरह की गड़बड़ी पर है नजर नहीं बख्शे जाएंगे दोषी. निर्माणाधीन योजनाओं की समीक्षा और फील्ड विजिट कर जांच करने का दिया गया निर्देश.


रांची(ब्यूरो)।रांची नगर निगम की मेयर डॉ आशा लकड़ा नेे गुरुवार को इंजीनियरिंग डिवीजन के कार्यों की समीक्षा के लिए एक मीटिंग बुलाई। इस दौरान अभियंत्रण शाखा से जुड़े अफसर मौजूद तो रहे, लेकिन उन्होंने मेयर के सवालों का सही-सही जवाब नहीं दिया। इससे नाराज मेयर डॉ लकड़ा ने साफ कहा कि अब राज्य सरकार से शिकायत की जाएगी और भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई की अनुशंसा की जाएगी। 22 करोड़ का भुगतान


मेयर ने सबसे पहले मेसर्स शंभू सिंह को दिए गए 22 करोड़ के प्रमाण पत्र पर सवला उठाया। उन्होंने अधिकारियों ने जानना चाहा कि जब राज्य सरकार ने निर्माण कार्य से संबंधित सामग्री का रेट निर्धारित कर रखा है तो कार्यपालक अभियंता किसके आदेश पर रेट बढ़ाकर किसी ठेकेदार को दो करोड़ के काम के बदले 22 करोड़ का भुगतान प्रमाण पत्र जारी कर रहे हैं? मेयर ने कहा कि नगर आयुक्त इस मामले की जांच करा रहे थे, लेकिन अब तक कार्यपालक अभियंता पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई। इस संबंध में नगर आयुक्त को पूर्व में पत्राचार भी किया जा चुका है।मोरहाबादी का भी मामला उठा

इसी प्रकार, मोरहाबादी मैदान के चारों ओर पुनर्विकास योजना के तहत संवेदक अवधेश सिंह को 4,84,17,900 रुपए का काम दिया गया है। जबकि इस कार्य के लिए निगम परिषद से स्वीकृति भी नहीं ली गई है। नगर आयुक्त ने अब तक यह भी स्पष्ट नहीं किया है कि इस कार्य के लिए भुगतान किस हेड से किया जाएगा। दरअसल, मोरहाबादी मैदान के चारों ओर पेवर ब्लॉक लगाए जाने हैैं। इस पर मेयर पहले भी एतराज जता चुकी हैैं। नई एजेंसी ने क्या किया बैठक में सिवरेज एंड ड्रनेज योजना से संबंधित कार्यों पर भी चर्चा की गई। इस दौरान अधिकारियों से यह जानकारी मांगी गई कि सिवरेज एंड ड्रेनेज योजना के तहत नई एजेंसी ने अब तक क्या-क्या कार्य किए। इस पर अधिकारियों के पास कोई जवाब नहीं था। पूर्व में अधिकारियों से एजेंसी के साथ किए गए एकरारनामे व एजेंसी की ओर से टेंडर हासिल करने के लिए जमा किए गए दस्तावेज की कॉपी मांगी गई थी, लेकिन अभियंत्रण शाखा के अधिकारियों ने मेयर को अब तक न तो कागजात उपलब्ध कराए और न ही कोई स्पष्ट जानकारी दी। मेयर ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि सिवरेज एंड ड्रेनेज का काम कर रही एजेंसी ब्लैकलिस्टेड है। फिर भी इस एजेंसी को नगर विकास विभाग ने सिवरेज एंड ड्रेनेज के शेष कार्यों को पूरा करने का काम दे दिया।

दस दिनों में सीएस बनाएं
ठेकेदारों ने मेयर से शिकायत की है कि जब तक टेबल पर पैसा नहीं पहुंचाया जाता है, तब तक सीएस नहीं बनाया जाता है। मेयर ने अधिकारियों से कहा कि जिन योजनाओं का सीएस तैयार करना है, 10 दिनों के अंदर बनाएं। मेयर ने यह भी कहा कि अधिकारी टेंडर का निष्पादन कर सिर्फ और सिर्फ कमीशन का खेल खेल रहे हैं। रांची नगर निगम के अभियंताओं व ठेकेदारों के बीच साठ-गांठ है। निगम क्षेत्र में चल रहे निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की जांच नहीं की जा रही है। मेयर ने अभियंताओं को फटकार लगाते हुए कहा कि निर्माणाधीन योजनाओं की समीक्षा करें और फील्ड विजिट कर हो रहे कार्यों की जांच करें। मेयर ने अभियंत्रण शाखा के अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि निगम में जितनी भी गड़बडी हो रही है, उस पर नजर रखी जा रही है। गड़बड़ी करने वाले को बख्शा नहीं जाएगा। बैठक में उप नगर आयुक्त कुंवर सिंह पहान, रजनीश कुमार, कार्यपालक अभियंता रमेश कुमार सिंह, गौतम सिन्हा समेत सहायक अभियंता, कनीय अभियंता मौजूद थे।

रांची नगर निगम के अभियंत्रण शाखा में कुछ चुनिंदे ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए अभियंता व अधिकारी टेंडर प्रक्रिया में हेराफेरी कर रहे हैं। नगर विकास विभाग के मंत्री या विभागीय सचिव चुपी साधे हुए हैं। राज्य सरकार की ओर से इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कि गई तो इस लूट-खसोट को रोकने के लिए आंदोलन भी किया जाएगा। डॉ आशा लकड़ा, मेयर, रांची

Posted By: Inextlive