कांटाटोली और नामकुम एरिया में पडऩे वाले वार्ड नंबर 12 और 13 में सडक़ें जर्जर हो गई हैैं.

रांची (ब्यूरो): मुहल्लों के अलावा नामकुम की ओर जाने वाली प्रमुख सडक़ भी कई स्थानों टूट चुकी है। सडक़ पर गड्ढे बन गए हैैं। इससे इलाके में रहनेवाले लोगों को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। खराब सडक़ रोड एक्सीडेंट की भी वजह बन गई है। कई लोग दुर्घटना में अपनी जान तक गवां चुके हैं।

मुहल्ले ज्यादा संसाधन कम
वार्ड 12 में करीब 18 मुहल्ले हैैं, जिसकी सफाई के लिए चार छोटी गाडिय़ां हैं, जिनमें एक हमेशा खराब रहती है। सिर्फ तीन गाडी से मुहल्ले से कचरे उठाए जा रहे हैैं। वहीं वार्ड संख्या-13 में 22 से ज्यादा मुहल्लों में सफाई के लिए नगर निगम ने सात छोटी गाडिय़ां उपलब्ध कराई हैं। पार्षद की मानें तो इनमें से सिर्फ चार गाडिय़ों से ही कचरे का उठाव हो रहा है। हर दिन दो या तीन गाडिय़ां खराब ही रहती हैैं। इसके अलावा मैन पॉवर की भी भारी कमी है। वार्ड 12 में 17 लेबर से सफाई का काम लिया जा रहा हैै। वार्ड 13 में सिर्फ 15 लेबर दिए गए हैैं। संसाधन नहीं होने के कारण नियमित सफाई में काफी परेशानी हो रही है। सफाई नहीं होने से दो मुहल्लों में जहां-तहां कचरा का फैला दिखता है।

नहीं हो रही फॉगिंग
वार्ड में न तो फाॉगिंग नहीं कराई जा रही है और न ही ब्लीचिंग का छिडक़ाव किया जा रहा है। मुहल्ले में गंदगी और जलजमाव के कारण मच्छर और बरसाती कीड़े पनप रहे हैैं। इससे बीमारी की आशंका बढ़ गई है। कई इलाकों की स्ट्रीट लाइट खराब हैं। बार-बार शिकायत के बाद भी स्ट्रीट लाइट्स की मरम्मत नहीं की जा रही है। स्थानीय लोगों का कहना है स्ट्रीट लाइट खराब रहने से ज्यादातर रात में परेशानी होती है।

निकाला गया है नया टेंडर
वार्ड संख्या 13 की पार्षद पूनम देवी ने बताया कि सडक़, नाली की पांच योजनाएं एक साल से पेंडिंग हैैं। पहले भी इसका टेेंडर हुआ था, लेकिन सिंगल टेंडर के कारण योजना रद्द कर दी गई। उन्होंने बताया कि नया टेंडर निकाला गया है। इधर, फिर एक बार बालू की किल्लत से योजना बंद पड़ी है। जनपत नगर और चुनवाटोली में दो बड़े खतरनाक नाले हैैं, लेकिन नगर निगम की ओर से न तो इसे ढंका गया और नही घेराबंदी की गई है। बरसात के समय इस नाले में गंदे पानी का बहाव इतना ज्यादा तेज हो जाता है कि नाले का पानी लोगों के घरों में घुसने लगता है।

लोगों ने बताई परेशानी
सबसे ज्यादा परेशानी सडक़ की है। सडक़ चलने लायक है ही नहीं। नाले की भी सफाई नहीं होती है। गंदा पानी रोड पर बहता रहता है।
- रमेश महतो

वार्ड में समस्याओं का अंबार है। मुहल्ले में बड़े-बड़े नाले है। इनमें कभी भी हादसा हो सकता है। पार्षद और नगर निगम को इस ओर ध्यान देना चाहिए।
- अभिषेक कुमार

क्या कहते हैैं पार्षद

वार्ड में सफाई के लिए चार गाडिय़ां दी गई हैं। इनमें एक हमेशा खराब ही रहती है। किसी तरह सभी मुहल्लों की सफाई करा पाते हैैं। सफाईकर्मी भी ज्यादा नहीं हैं, फिर भी किसी तरह कम संसाधन बेहतर करने प्रयास कर रहे हैैं।
- कुलभूषण डु्रंगडुंग
वार्ड पार्षद, वार्ड नंबर-12

मेरा वार्ड काफी बड़ा है। इसमें साफ-सफाई के लिए 10 से ज्यादा गाडिय़ों की जरूरत है, लेकिन सिर्फ सात गाडिय़ां ही दी गई हैैं। इनमें कभी दो तो कभी तीन खराब रहती हैैं। वार्ड में सडक़, नाली से जुड़ी कई योजनाएं पेंडिंग हैैं। अब टेंडर हुआ है। काम होने की उम्मीद है।
पूनम देवी
वार्ड पार्षद, वार्ड नंबर-13

Posted By: Inextlive