वार्ड 4 5 में भी कम नहीं समस्याएं. मूलभूत सुविधाओं से भी वंचित है मुहल्ले के लोग. इलाकों में होने लगा जलजमाव आने-जाने में हो रही परेशानी.


रांची(ब्यूरो)। नगर निगम क्षेत्र में फैली गंदगी और सिटी में साफ-सफाई की व्यवस्था पर डीजे आईनेक्स्ट टीम अपने अभियान के तहत शुक्रवार को वार्ड चार और पांच पहुंची। इस इलाके में सफाई की स्थिति थोड़ी ठीक-ठाक मिली। लेकिन सड़क और नाली का अभाव यहां भी है। वैसे तो शहर के सभी इलाकों में गंदगी का अंबार लगा हुआ है। जबसे नगर निगम ने सफाई का जिम्मा खुद पर लिया है। मुहल्ले में कुछ बहुत सफाई नजर आने लगी है। पार्षद खुद खड़े होकर कुछ इलाकों में सफाई कराते हैं। लेकिन अधिकतर मुहल्लों में अब भी सफाई की टीम नहीं पहुंच रही है, जिससे मच्छर और बरसाती कीड़े पनपने शुरू हो चुके हैं। मानसून ने दस्तक दे दी है। इसके साथ ही मुहल्ले मेें जलजमाव की परेशानी भी बढ़ गई है। लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है। सड़क-नाली का है अभाव,
वार्ड 4 में नया टोली, आदिवासी मुहल्ला, बरियातू पहाड़ी टोली समेत अन्य इलाकों में रोड है ही नहीं। वहीं कुछ इलाकों में रोड की हालत जर्जर हो चुकी है। बडग़ाईं, मेन रोड में कुछ विकास कार्य जरूर हुए हैं, लेकिन अंदरुनी इलाके अब भी अभावग्रस्त हैं। लेम चौक से आगे बढऩे पर यहां आज भी गांव सा नजारा दिखता है। आने-जाने को सड़क नहीं है। बिजली के पोल नहीं। यहां के लोग बताते हैं कि बारिश में हालत काफी खराब हो जाती है। कुछ देर की बारिश में डेढ़ से दो फिट पानी भर जाता है। ऐसा ही हाल वार्ड पांच का भी है। इस वार्ड में भी कई मुहल्ले के लोग सड़क और नाली के लिए संघर्ष कर रहे हैं। साफ-सफाई नियमित नहींवार्ड संख्या चार और पांच के अंदरूनी इलाकों में जहां-तहां गंदगी का अंबार है। कई स्थानों पर जलजमाव रहता है, जिससे बदबू आती है। इन वार्ड में बड़े हॉस्पिटल, मेडिकल स्टोर और कई डॉक्टर्स के आवास भी हैं। लेकिन फिर भी यहां के लोगों को गंदगी की वजह से संक्रमण होने का डर बना रहता है। आसपास के लोगों का कहना है कि नियमित सफाई नहीं होती है। मुहल्ले के प्रमुख स्थानों पर सफाई हो भी जाती है। लेकिन अंदर के इलाकों में सफाई कर्मी कभी आते ही नहीं। न ही यहां ब्लीचिंग पाउडर या दवा का छिड़काव कराया जाता है। फॉगिंग भी नहीं कराई जाती है। कई पॉश कॉलोनियां भी


नगर निगम के वार्ड नंबर चार और पांच में कई पॉश कॉलोनियां और अपार्टमेंट्स बने हैं। बीते कुछ वर्षों मेें इस क्षेत्र का काफी विस्तार हुआ है। हजारों की संख्या में लोग बसे हैं। इस वार्ड में सोसाइटी का हर तबका निवास करता है। लेकिन मुहल्ले के भीतरी इलाकों में कूड़े-कचरे का अंबार इस वार्ड की छवि खराब कर रहा है। मुहल्ले के अंदर असामाजिक तत्वों का बसेरा होने से लोग खुद को अनसेफ भी महसूस करते हैं। इलाके में पुलिस पेट्रोलिंग भी नहीं होती है। क्या कहते हैं लोगरांची झारखंड की राजधानी है, फिर भी इस शहर में सफाई की जो व्यवस्था है, वो बेहद लचर है। गंदगी के आगे निगम के सभी दावे फेल नजर आते हैं। - सुमित्रा देवी

सिटी में आज तक ड्रेनेज सिस्टम नहीं बना, जिसका खामियाजा आम पब्लिक भुगत रही है। सीवरेज-ड्रेनेज सिस्टम नहीं होने के कारण नालियों का पानी रोड पर बहता है। - सुभाष वर्मा

Posted By: Inextlive