रांची: रांची सदर अस्पताल से ठीक होकर वृद्धाश्रम पहुंची एक बुजुर्ग महिला को 18 घंटे की मेहनत के बाद अपना परिवार मिल गया। अस्पताल प्रबंधन और रांची जिला प्रशासन की संयुक्त पहल रंग लाई। अस्पताल के चिकित्सक डॉ अजीत कुमार ने गुरुवार को वृद्ध महिला के परिवार को खोज निकाला। बेटी, दामाद और बेटे को अपनी कार से लेकर वृद्धाश्रम पहुंचे। वृद्ध महिला से उनकी इच्छा के बारे में जानकारी ली। महिला ने बेटी, दामाद के साथ लौटने पर सहमति दी। महिला के दो बेटे और तीन बेटियां हैं। दोनों बेटे और बेटी रांची में रहते हैं। बेटे और दामाद दोनों रेलवे में कार्यरत हैं।

नतीनी ने फोटो से पहचाना

मीडिया में महिला के लावारिस स्थिति में होने की जानकारी मिलने के बाद पहचान के लोगों ने अस्पताल प्रबंधन की ओर से दिए गए नंबर और ट्विटर पर संपर्क करना प्रारंभ किया। इस बीच वृद्ध महिला की नतीनी ने उसे पहचान लिया। फोन कर बताया कि यह उनकी नानी हैं। इस बीच मामले की जानकारी मिलने के बाद रेलवे के आला अधिकारियों ने भी संबंधित परिवार से संपर्क किया। महिला को तत्काल वापस लाने के लिए परिवार को समझाया। इसके बाद दोपहर तीन बजे महिला की घर वापसी हुई।

छोड़ कर चले गए थे

गौरतलब है कि महिला के बीमार होने पर परिवार के लोग 29 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती कर चले गए थे। ठीक होने के बाद महिला को कोई लेने नहीं आया। इस बीच अस्पताल की नर्स, चिकित्सक, स्वास्थ्य कर्मचारियों ने महिला की देखभाल की। अस्पताल की व्यवस्था देखने वाले अधिकारी, उपायुक्त छवि रंजन, डीडीसी विशाल सागर, सीईओ सदर गरिमा सिंह तथा एसडीओ रांची उत्कर्ष गुप्ता समय-समय पर महिला के बारे में जानकारी लेते रहे। इस संबंध में गुरुवार को ही 'दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट' में उक्त बुजुर्ग महिला के परिजनों के नाम एक चिट्ठी प्रकाशित हुई थी, जिसके बाद उनकी घर वापसी हो सकी।

Posted By: Inextlive