RANCHI : रिम्स में अब एक मरीज के साथ एक अटेंडेंट सिस्टम को कड़ाई से लागू किया जाएगा। वार्ड में दूसरे अटेंडेंट की एंट्री के लिए सुपरिंटेंडेंट से इजाजत लेनी होगी, यानी मरीज के साथ एक साथ उनके कई परिजन अब हॉस्पिटल में नहीं रह सकेंगे। इस बाबत मरीज के अटेंडेंट के लिए पास इश्यू किया जाएगा। इतना ही नहीं, दूसरे अटेंडेंट को तभी मरीज के साथ वार्ड में रहने की इजाजत मिलेगी, जब उसका इलाज कर डॉक्टर यह बताएंगे कि एक अटेंडेंट से मरीज को संभालना संभव नहीं है। रिम्स के डिप्टी सुपरिंटेंडेंट डॉ संजय कुमार ने बताया कि डॉक्टर-नर्स और मरीजों के बीच बार-बार विवाद, मारपीट और हंगामा के मद्देनजर हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन ने ने ये कदम उठाए हैं।

गा‌र्ड्स को अलर्ट जारी

वार्ड में एक मरीज के साथ एक अटेंडेंट की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए गा‌र्ड्स को भी कई निर्देश दिए गए हैं। उन्हें कहा गया है कि वे वार्ड में जाकर यह देखें कि किसी मरीज के साथ एक से ज्यादा अटेंडेंट तो नहीं हैं। इतना ही नहीं, वार्ड में मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव्स व अनजान शख्स का एंट्री नहीं हो, इसपर पूरी नजर रखने को कहा गया है। इसके बाद भी अगर वार्ड में मरीज के साथ बिना किसी के इजाजत के एक से ज्यादा अटेंडेंट देखे गए तो संबंधित गार्ड पर एक्शन लिया जाएगा। मालूम हो कि रिम्स में फिलहाल एवरेस्ट ह्यूमन रिसोर्स कंपनी के पास सिक्योरिटी का जिम्मा है।

मरीजों की जान हम बचाएंगे, हमारी रक्षा कौन करेगा

रिम्स में डॉक्टर्स-नर्स की हड़ताल टूट चुकी है। मरीजों का इलाज शुरू हो चुका है। इमरजेंसी और ओपीडी में इलाज के लिए मरीज पहुंच रहे हैं। लेकिन, इन सबके बीच हॉस्पिटल कैंपस में जगह-जगह ऐसे पोस्टर चिपके नजर आ रहे हैं जिसमें लिखा है- मरीजों की रक्षा हम करेंगे, हमारी रक्षा कौन करेगा। ऐसे में सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये पोस्टर किसने चिपकाए हैं और वे क्या संदेश देना चाह रहे हैं।

Posted By: Inextlive