इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसिप्ट से पूरे देश में सेम रेट पर करेंगे गोल्ड एक्सचेंज. देशभर में कर सकेंगे गोल्ड एक्सचेंज. रांची में ज्वेलरी व्यवसाय या आम पब्लिक जो सोना रखते हैं वह भी इसका लाभ ले सकते हैं.

रांची(ब्यूरो)।राजधानी रांची सहित राज्य भर के सभी जेवर व्यवसायी व आम पब्लिक जल्द ही शेयर की तरह सोने में भी कारोबार कर सकेंगे। इस एक्सचेंज से सोने की खरीद बिक्री इलेक्ट्रॉनिक रूप में होगी, लेकिन यह पहली बार होगा कि आप घर का सोना जमा कर उसके बदले निवेश की रसीद (ईजीआर) एक शहर में जमा कर दूसरे शहर में उसे दिखाकर फिर से सोना हासिल कर सकेंगे। सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया(सेबी) ने नेशनल लेवल पर गोल्ड एक्सचेंज का खाका तैयार किया है। नई व्यवस्था के तहत इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसीप्ट की ट्रेडिंग की जा सकेगी। एक्सचेंज डिपॉजिटरी क्लीयरिंग वॉल्ट मैनेजर एक प्लेटफॉर्म पर होगा। इससे गोल्ड का पूरे देश में एक रेट रहेगा। बता दें कि गोल्ड एक्सचेंज फ्रेमवर्क के लिए 28 सितंबर को सेबी की मीटिंग हुई थी। 31 दिसंबर 2021 को इसका गजट नोटिफिकेशन हुआ। 10 जनवरी 2022 को सरकार ने इस संबंध में सर्कुलर भी जारी कर दिया।
ऐसे काम करेगा नया सिस्टम
गोल्ड एक्सचेंज काफी हद तक स्टॉक एक्सचेंज की तरह ही काम करता है। इसमें लोग सोने की खरीद और बिक्री के लिए ऑर्डर देते हैं। फिर क्लीयरिंग कॉरपोरेशन ऑर्डर के हिसाब से ईजीआर और फंड्स को बायर और सेलर के बीच सेटल करेगा। सेटलमेंट के बाद ईजीआर बायर के डीमैट अकाउंट में आ जाएंगे। बायर जब तक चाहे गोल्ड को ईजीआर की तरह रख सकता है। बाद में अगर फिजिकल गोल्ड लेने का मन हो तो ईजीआर सरेंडर करके इसकी फिजिकल डिलीवरी भी करवा सकते हैं। ईजीआर क्रिएट करने, उसके डिपॉजिट और निकासी, स्टोरेज और सुरक्षा के साथ शिकायतों को सुलझाने का काम वॉल्ट मैनेजर्स करेंगे।
इतने लॉट में खरीद सकेंगे ईजीआर
1 किलो, 100 ग्राम और 50 ग्राम के ईजीआर के लिए समान ट्रेडिंग लॉट होगा। 5 ग्राम, 10 ग्राम का ईजीआर भी होगा पर डिलीवरी कम से कम 50 ग्राम पर होगी। लंबे समय तक ईजीआर रखने पर वॉल्ट का खर्च भी खरीदार भरेगा। ईजीआर पर बाकी सिक्योरिटीज की तरह ही सिक्योरिटी ट्रांजेक्शन लगेगा, फिजिकल गोल्ड में बदलने पर जीएसटी देना होगा। गोल्ड एक्सचेंज के आने से निवेशकों के साथ ही गोल्ड मार्केट को भी कई फायदे मिलेंगे। गोल्ड एक्सचेंज बनने से पारदर्शी तरीके से सोने की घरेलू स्पॉट कीमतें तय हो सकेंगी। इसके अलावा सोने की शुद्धता भी सुनिश्चित होगी। अभी गोल्ड के दाम हर शहर में अलग होते हैं जिन्हें ज्वेलर्स तय करते हैं। एक्सचेंज में ट्रेड से सोने का जो मूल्य पता चलेगा उसे इंडिया गोल्ड प्राइस के तौर पर जाना जा सकता है।
तीन फेज में यह काम करेगा
रांची के फाइनांशियल एडवाइजर अनंत कुमार जैन ने बताया कि गोल्ड एक्सचेंज में पूरे ट्रांजेक्शन को तीन फेज में बांटा गया है। पहला फिजिकल गोल्ड को ईजीआर में बदलना, स्टॉक एक्सचेंज पर ईजीआर की ट्रेडिंग और ईजीआर को फिजिकल गोल्ड में बदलना। सेबी प्रस्तावित गोल्ड एक्सचेंज के पूरे इकोसिस्टम को रेगुलेट करेगा और गोल्ड एक्सचेंज के लिए एकमात्र रेगुलेटर होगा, जिसमें वॉल्टिंग, एसेइंग, गोल्ड क्वालिटी और डिलीवरी स्टैंडर्ड शामिल हैं। इस बीच स्टॉक एक्सचेंज को व्यापार या ईजीआर को सोने में बदलने के लिए विभिन्न मूल्यवर्ग के साथ अनुबंध शुरू करने की अनुमति दी गई है। इससे आमजन के साथ व्यापारियों को फायदा मिलेगा। जीएसटी से बचाव होगा। सोने की खरीदी में होने वाली चोरी या फिर घालमेल से छुटकारा मिल जाएगा।
मिलेगी इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसीप्ट
पहले सोने को जमा करने पर वॉल्ट इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रसीद में बदलेंगे। डिपॉजिटरीज फिर इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसीप्ट को डीमैट में बदल सकेंगे। एक्सचेंज फिर इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसीप्ट की ट्रेडिंग शुरू कर सकेंगे। तीसरे चरण में इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसीप्ट का सोने में कन्वर्जन होगा। एक वॉल्ट मैनेजर के यहां जमा करने पर दूसरे से सोने की डिलीवरी सुविधा मिलेगी। सभी मौजूदा वॉल्ट मैनेजर्स की शाखाएं कलेक्शन और विदड्रॉल सेंटर होंगी।
ईजीआर के माध्यम से होगा
सोने का प्रतिनिधित्व करने वाले माध्यम को इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसीट्स (ईजीआर) कहा जाएगा। इस ईजीआर की अपनी एक पहचान होगी। ईजीआर का सृजन और उसकी निकासी, शिकायतों का समाधान करने का काम वॉल्ट मैनेजर का होगा। ईजीआर खरीदने और बेचने के लिए गोल्ड एक्सचेंज एक राष्ट्रीय मंच होगा। भौतिक सोने के खिलाफ ईजीआर जारी किया जाएगा। सेबी के अनुसार निवेशक मौजूदा स्टॉक एक्सचेंजों के साथ-साथ प्रस्तावित गोल्ड एक्सचेंज पर ईजीआर में व्यापार कर सकते हैं।

गोल्ड एक्सचेंज के आने से निवेशकों के साथ ही गोल्ड मार्केट को भी कई फायदे होंगे। गोल्ड एक्सचेंज बनने से पारदर्शी तरीके से सोने की घरेलू स्पॉट कीमतें तय हो सकेंगी। इसके अलावा सोने की शुद्धता भी सुनिश्चित होगी। अभी गोल्ड के दाम हर शहर में अलग होते हैं, जिन्हें ज्वेलर्स तय करते हैं।
-विजय पटेल। फाइनेंशियल एडवाइजर। रांची

गोल्ड एक्सचेंज काफी हद तक स्टॉक एक्सचेंज की तरह ही काम करता है। इसमें लोग सोने की खरीद और बिक्री के लिए ऑर्डर देते हैं। बायर जब तक चाहे गोल्ड को ईजीआर की तरह रख सकता है। बाद में अगर फिजिकल गोल्ड लेने का मन हो तो ईजीआर को सरेंडर करके इसकी फिजिकल डिलीवरी भी करवा सकते हैं।
-अनंत जैन, फाइनेंशियल एडवाइजर, रांची

Posted By: Inextlive