होलसेल में प्याज का रेट कम, रिटेलर कर रहे मनमानी
- पंडरा बाजार में प्याज की कीमत 48 से 54 रुपए किलो
- खुदरा दुकानदार बेच रहे 70 से 80 रुपए किलो chandan.choudhary@inext.co.in RANCHI (08 Nov) : प्याज की कीमत में बढ़ोतरी नेचुरल से ज्यादा आर्टिफीशियल है। रांची की थोक मंडियों में जिस कीमत पर प्याज उपलब्ध है, उसकी तुलना खुदरा बाजार से करने पर यही तथ्य उभर कर सामने आया है। प्याज की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोत्तरी का रियालिटी चेक 'दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट' की ओर से किया गया, तो माजरा कुछ और ही निकला। पड़ताल में पता चला कि प्याज की कीमत बढ़ाने में खुदरा दुकानदारों का हाथ है। वे मनमानी कीमत पर प्याज बेच रहे हैं, जबकि थोक बाजार में भाव कम है। प्रति किलो 30 रुपए तक का मुनाफाआलू प्याज की रांची के सबसे बड़ी थोक मंडी पंडरा में प्याज शुक्रवार को 48 रुपए प्रति किलो बिका, जबकि उसी प्याज को खुदरा व्यापारी 25 से 30 रुपए बढ़ोतरी कर बेच रहे हैं। बाजार समिति के थोक विक्रेताओं की मानें, तो इस सप्ताह पिछले बार के मुकाबले कीमत में कटौती ही हुई है। हफ्ते भर पहले प्याज 55 से 60 रुपए केजी तक मंडी में बिका था, लेकिन इस सप्ताह 6 से 12 रुपए दाम में कमी आई है। इसके बाद भी खुदरा दुकानदार मनमानी कीमत ग्राहकों से वसूल रहे हैं। खुदरा व्यापारियों की मनमानी का सीधा असर आम लोगों की जेब पर पड़ रहा है।
रांची की मंडी में पर्याप्त है प्याज प्याज और आलू के विक्रेता मां जगदंबा आलू भंडार के ओनर राहुल साह ने बताया कि मंडी में प्याज भरपूर है। अभी खुदरा व्यापारियों को 54 रुपए केजी तक प्याज दिया जा सकता है। एक केजी पर एक से दो रुपए की कमाई रख कर खुदरा व्यापारी प्याज सेल कर सकते हैं। लेकिन ज्यादा कमाई की चाहत में व्यापारी अनाप-शनाप दाम वसूल रहे हैं। राहुल ने बताया कि शुक्रवार को ही सुविधा केंद्र वाले को 49 रुपए केजी प्याज दिया गया है। कोई भी व्यापारी आकर इस कीमत पर प्याज खरीद सकता है। उन्होंने बताया कि ज्यादातर महाराष्ट्र और कर्नाटक से प्याज मंगाया जाता है। बीते दिनों हुई बारिश की वजह से इसके इम्पोर्ट में असर जरूर पड़ा है, लेकिन रांची की मंडी में अभी पर्याप्त मात्रा में प्याज उपलब्ध है। लहसुन की कीमत भी मंडी से डबललहसुन की कीमत भी थोक मंडी से डबल वसूली जा रही है। थोक मंडी के अनुसार लहसुन की कीमत जहां 100 से 170 रुपए केजी है वहीं रिटेलर मंडी में यह 250 से 300 रुपए केजी तक बेचा जा रहा है।
खुदरा व्यापारी मनमानी कर रहे हैं। उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए। इससे आम जनता को ही परेशानी होती है। फुटकर व्यापारियों की मनमानी पर लगाम लगाने के लिए सरकार को भी पहल करनी चाहिए। सरकार जो तीन जन सुविधा केंद्र पर प्याज की बिक्री कर रही है, उसे बढ़ाकर 20 कर दिया जाए, तो काफी हद फुटकर व्यापारियों की मनमानी कम हो जाएगी। रोहित साह, सचिव, आलू-प्याज थोक विक्रेता संघ, पंडरा