रांची : लॉटरी निकलने के नाम पर ठगी करने वाले एक गिरोह को पुलिस ने बेनकाब किया है। पुलिस ने इसके तीन सदस्यों को अरेस्ट किया है। हटिया सिंह मोड़ के पास स्थित एक फ्लैट से हत्थे चढ़े तीनों आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने तीन लाख रुपये कैश, बैंकों के पासबुक के अलावा भारी संख्या में स्क्रैच कूपन भी बरामद किया है।

युवक ने किया बाखबर

रांची के जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के सिंह मोड़ स्थित ब्लू डायमंड अपार्टमेंट के चौथे तल्ले पर स्थित फ्लैट में ठगी का यह धंधा पिछले एक साल से चल रहा था। एक युवक ने पुलिस के वरीय अधिकारियों को 22 अगस्त को ही मेल कर इसकी जानकारी दी थी। सूचना पुख्ता होने पर पुलिस ने रेड कर तीन ठगों को धर दबोचा। छापेमारी के दौरान पुलिस ने मौके से स्क्रैच कूपन, 3 लाख कैश के साथ ही दो दर्जन मोबाइल व कई अन्य चीजें बरामद की हैं।

ऐसे करते थे ठगी

गिरोह के पकड़े गए सदस्य ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट से डाटा एकत्र कर ऐसे लोगों के पते पर स्क्रैच कूपन भेजते थे, जिन्होंने हाल में शॉपिंग की हो। उनके पते पर भेजे गये कूपन पर लिखा रहता था कि आपने हमारे यहां शॉपिंग की थी, जिसके बाद आपको कंपनी की ओर से यह कूपन भेजा गया है। संबंधित व्यक्ति कूपन स्क्रैच करने के बाद दिए गए नंबर पर कॉल करता था। फोन रिसीव होने पर बताया जाता था कि आपके कूपन पर दिया गया नम्बर लॉटरी की लकी ड्रॉ में सेलेक्ट हुआ है। आपको प्राइज मनी पाने के लिए इस बैंक खाते में सिक्योरिटी मनी और टैक्स जमा करना होगा। जो लोग इनके झांसे में आ जाते थे वह उस बैंक में रुपये ट्रांसफर करते थे। रुपया ट्रांसफर होने के साथ ही वह फोन नम्बर स्वीच ऑफ कर दिया जाता था।

करोड़ों की ठगी कर चुका है गिरोह

हटिया डीएसपी प्रभात रंजन ने बताया कि इस गिरोह ने 1000 से अधिक लोगों के साथ ठगी की है। जिसकी जांच की जा रही है। वहीं गिरोह के मेन सरगना की पहचान बिहार के नालंदा जिले के संतोष गुप्ता के रूप में हुई है। पुलिस की मानें तो इस गिरोह में कुल 7 लोग हैं और सभी का काम अलग-अलग है। पुलिस को इनके पास से एक डेटा बेस भी मिला है। जिसमें कई लोगों के नंबर और एड्रेस दर्ज हैं और इसी डाटा बेस के जरिये ये लोगों को अपना शिकार बनाते थे।

चुटिया में भी पकड़ाया था गिरोह

11 जुलाई को चुटिया के अकांक्षा अपार्टमेंट में भी पुलिस ने इसी तरह के एक और गिरोह को पकड़ा था। मौके से ठगी करने वाले गिरोह के जिस सदस्य राजेश शर्मा को गिरफ्तार किया गया था। वह बिहार के शेखपुरा का रहने वाला था। उसने पुलिस से सिलसिलेवार बताया था कि वह ऑनलाइन शॉपिंग का झांसा देकर लोगों को फंसाता था। इसके बाद उनके पते पर स्क्रैच कूपन भेजा जाता था। जिसमें इनाम निकलने का लालच दिया जाता था। इसके बाद झांसे में आये लोगों को सिक्योरिटी मनी और टैक्स के नाम पर ठगने का काम किया जाता था।

Posted By: Inextlive