रांची: बारिश का मौसम आ चुका है, लेकिन नगर निगम की नींद अब तक नहीं खुली है। सिटी में नालियों की हालत अब भी खराब है। जगह -जगह बड़े-बडे़ खुले नाले हादसों को दावत दे रहे हैं, जबकि हाईकोर्ट ने पिछले साल ही सभी बडे़ नालों को ढकने का आदेश दिया था। इस आदेश का भी रांची नगर निगम के अधिकारियों पर कोई असर नहीं हुआ। एक साल पहले सिटी में इसी खुले नाले की वजह से एक बहुत बड़ी घटना घटी थी। पांच वर्षीया एक बच्ची खेलते-खेलते नाले में गिर गई और पांच किमी दूर तक बहते चली गई। इसके बाद उसका शव ही बाहर निकाला जा सका। इसके बाद भी न तो अधिकारियों और न ही जनप्रतिनिधियों ने मामले की गंभीरता को देखते हुए नालियों को ढकवाने का काम किया। बल्कि कुछ स्थानों पर नाली बनाने तो कहीं अंडरग्राउंड केबलिंग के नाम पर नाली की खुदाई कर ऐसे ही छोड़ दिया गया है, जो और ज्यादा खतरनाक है। बारिश में इन गढ्डों में पानी भर जाने से गढ्डे का पता ही नहीं चलता और छोटे बच्चे से लेकर बडे़ भी नाले में गिर जाते हैं।

इन इलाकों मे हालत ज्यादा खराब

बकरी बाजार--फोटो पिंटू

अपर बाजार सबसे भीड़-भाड़ वाला क्षेत्र है, यहां दिन भर व्यापारियों और खरीदारों का आना-जाना लगा रहता है। लेकिन यहां बकरी बाजार के सामने एक बड़ा नाला है जो खुला हुआ है। यह नाला आगे जाकर बड़ा तालाब में मिल जाता है। यहां पर यह खुला नाला कभी भी दुर्घटना का बड़ा कारण बन सकता है। लोकल लोगों ने बताया कि कुछ महीने पहले ही एक व्यक्ति इस नाले में गिर गया था। नाले में गहराई ज्यादा होने की वजह से वह नीचे दबता जा रहा था। बहुत मेहनत से उसे बाहर निकाला गया, जिसके बाद सेवा सदन में इलाज कराया गया।

बिहारी धर्मशाला

बिहारी धर्मशाला के आगे भी साल भर से नाली की खुदाई कर ऐसे ही छोड़ दिया गया है। यह नाली भी काफी खतरनाक है। बारिश के मौसम में पानी नाली से ओवरफ्लो करने लगता है। यहां नाली निर्माण का काम हो रहा था। लेकिन विधानसभा चुनाव के समय से ही काम बंद हुआ वो अब तक शुरू नहीं हो पाया है। यहां के लोगों ने बताया कि कई बार ठेकेदार को बोला गया नाली निर्माण का काम खत्म करे, लेकिन पेमेंट फंसा होने की वजह से वह आगे काम नहीं कर रहा है। नाली नहीं बनने से पूरे एरिया में गंदगी और बदबू फैल रही है।

गौशाला चौक

गौशाला चौक के समीप एक बड़ा नाला बहता है। यह भी आगे जाकर बड़ा तालाब में ही मिल जाता है। इस नाले को भी खुला ही छोड़ दिया गया है। बगल में ही नगर निगम की ओर से एक एचवाईडीटी का भी निर्माण कराया गया है, जिस वजह से आसपास के लोग यहां पानी भरने आते हैं। बगल में नाला खुला होने से कभी भी कोई गंभीर हादसा हो सकता है।

कांके रोड

सबसे वीआईपी एरिया जहां सीएम से लेकर अन्य गणमान्य लोगों का आवास एवं बडे़-बड़े शॉपिंग मॉल और अपार्टमेंट्स हैं। उस क्षेत्र में भी खुला नाला लोगों को अपनी चपेट में लेने का इंतजार कर रहा है। यह नाला सड़क के बीच में ही है, जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। नाले का स्लैब हटा कर ऐसे ही छोड़ दिया गया है।

यहां भी खुले नाले खतरे को दे रहे न्योता

-लालपुर काली टॉवर के समीप

-कर्बला चौक के पास

-लोहराकोचा

-नउवा टोली

-कोकर डिस्टिलरी पुल

-पत्थलकुदवा अल्बर्ट कंपाउंड

-पुरुलिया रोड, लोयोला हॉस्टल

Posted By: Inextlive