Ranchi : अब हमारे पास कोई चारा नहीं है. थर्सडे को शाम चार बजे हमारा 48 घंटे का टाइम पूरा हो रहा है. इसके बाद हम 150 पारामेडिकल स्टूडेंट्स सामूहिक रूप से रिम्स कैंपस में आत्मदाह कर लेंगे. इसकी जिम्मेदारी रिम्स डायरेक्टर और हेल्थ मिनिस्टर होंगे. उन्होंने हमें तीन महीने पहले हमारी डिमांड्स पूरी करने का आश्वासन दिया था और आज कहते हैं कि सरकारी प्रक्रिया है टाइम लगेगा. इसलिए हम यह कदम उठाने जा रहे हैं तभी कान में तेल डालकर सोए सिस्टम की नींद खुलेगी. यह कहना है रिम्सोनियन हॉल में स्ट्राइक पर बैठे पारामेडिकल स्टूडेंट्स का. पारामेडिकल स्टूडेंट्स की हड़ताल का वेडनसडे को दूसरा दिन था. हड़ताली पारामेडिकल स्टूडेंट्स ने बताया कि वेडनसडे को दोपहर डेढ़ बजे झारखंड के प्रिंसिपल सेक्रेटरी व हेल्थ मिनिस्टर का डेलिगेशन उनसे मिलने आया था. उनका कहना था कि स्टूडेंट्स की रेगुलर क्लासेज की डिमांड पूरी की जा सकती है पर इसका कोई टाइमफ्रेम तय नहीं है. अन्य मांगे भी बाद में पूरी की जाएंगी.
By: Inextlive
Updated Date: Thu, 06 Feb 2014 12:20 PM (IST)
ये हैं students की demands
- झारखंड स्टेट पारामेडिकल काउंसिल की ओर से पारा मेडिकल कोर्स को मान्यता दी जाए।- पारामेडिकल स्टूडेंट्स को स्टाइपेंड मिले।- कॉलेज में रेगुलर क्लास की फैसिलिटी हो।- पारामेडिकल स्टूडेंट्स का रिजल्ट और सर्टिफिकेट समय पर दिया जाए।- हॉस्टल की फैसिलिटी दी जाए।- यूनिफॉर्म लू की जगह ह्वाइट हो।
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