RANCHI:रांची नगर निगम ने सिटी में 27 पार्किग की बंदोबस्ती कर दी है। अब इन जगहों पर पार्किग का चार्ज भी तय कर दिया गया है। इसके अलावा शुरुआत में 10 मिनट की पार्किग फ्री भी है। लेकिन पार्किग में ड्यूटी करने वाले ठेकेदार के स्टाफ ने पूरे सिस्टम को ही हाईजैक कर लिया है। जिसे मन वो गाड़ी लगाने वालों से तय से ज्यादा चार्ज वसूल रहा है। इस चक्कर में आए दिन पार्किग के स्टाफ और ओनर के बीच कहा सुनी हो रही है। इतना ही नहीं कई बार तो हाथापाई की भी नौबत आ जाती है। इसके बावजूद नगर निगम ठेकेदारों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।

आईवॉश के लिए जारी किया गया नंबर

नगर निगम ने सिटी में पार्किग के किसी भी तरह के कंप्लेन के लिए हेल्पलाइन नबंर जारी किया है। वहीं ठेकेदार अगर तय से ज्यादा पैसे की मांग करे तो इसकी कंप्लेन लोग कर सकते हैं। लेकिन यह केवल आईवॉश बनकर रह गया है। अब हर किसी के पास यह नंबर नहीं होता कि वे परेशानी होने पर तुरंत कॉल कर सके। चूंकि दस मिनट की पार्किग भी फ्री है। फिर भी लोगों को फ्री पार्किग नहीं मिलती।

गाड़ी लगाते ही पैसे लेकर थमा देते हैं पर्ची

निगम द्वारा संचालित 27 जगहों पर पार्किग के लिए रेट तय किया गया है। जहां बाइक के लिए 5 रुपए प्रति तीन घंटे चार्ज है। जबकि कार के लिए 20 रुपए तीन घंटे के लिए रखा गया है। वहीं शुरुआती दस मिनट की पार्किग फ्री है। फिर भी पार्किग स्टाफ लोगों को पर्ची थमा देता है। वहीं तुरंत उनसे पैसे भी वसूल लेता है। जिससे कि बाद में कुछ भी हो जाए पैसे तो नहीं लौटाएंगे।

पर्ची में लिखनी है दस मिनट फ्री पार्किग

नगर निगम ने सभी ठेकेदारों को पार्किग की पर्ची में दस मिनट फ्री पार्किग प्रिंट करवाने को कहा है। साथ ही पार्किग एरिया में बोर्ड लगानी है, जिससे आने वालों को आसानी से पता चल जाए। कुछ दिनों तक तो पर्ची में 10 मिनट फ्री छापकर कुछ जगहों पर दिया गया। इसके बाद सभी जगह यह प्रक्रिया बंद हो गई। कुछ पार्किग में तो पर्ची इतनी छोटी है कि उसमें लिखी चीजें ठीक से दिखाई भी नहीं देती।

केस 1

हनुमान मंदिर, टैक्सी स्टैंड पार्किग

पार्किग में जाते ही गाड़ी के ओनर को पर्ची थमा देते हैं। उनसे पांच रुपए वसूला जाता है। जहां न तो पर्ची में गाड़ी का नंबर लिखा जाता है और न ही टाइम। वहीं उसमें ठेकेदार का भी नाम नहीं लिखा है। इस वजह से आए दिन लोगों से पार्किग स्टाफ की झंझट हो रही है।

पार्किग स्टाफ से सीधी बात

डीजे आईनेक्स्ट : पार्किग तो दस मिनट फ्री है न?

जवाब : हां, लेकिन कोई भी दस मिनट में नहीं आता है।

डीजे आईनेक्स्ट : जब आएंगे तो पर्ची दे देना।

जवाब : ठीक आपको जहां मर्जी गाड़ी लगाइए हमारा कोई रिस्क नहीं होगा।

डीजे आईनेक्स्ट : पर्ची आधा है और उसमें भी न तो गाड़ी नंबर है न टाइम, न डेट।

जवाब : हमलोग पर्ची से मिलाते हैं कि गाड़ी सही है कि नहीं।

केस 2

चर्च कांप्लेक्स, मेन रोड

पार्किग में गाड़ी लगाते ही स्टाफ हाजिर होता है। 5 रुपए लेने के बाद पर्ची थमा देता है। उसमें गाड़ी का नंबर केवल चार लेटर का होता है। कोई टाइम भी नहीं लिखा जाता। रसीद इतनी छोटी है कि कुछ भी क्लियर दिखाई नहीं देता। ठेकेदार का नाम तो लिखा है लेकिन फ्री पार्किग का कोई जिक्र नहीं है।

पार्किग स्टाफ से सीधी बात

डीजे आईनेक्स्ट : गाड़ी लगाने के बाद पार्किग दस मिनट फ्री है न।

जवाब : अरे जाइए न आ जाइएगा तो पैसा वापस ले लीजिएगा।

डीजे आईनेक्स्ट : गाड़ी कहां लगाना है सब कार-बाइक लगा है।

जवाब : जहां मर्जी लगा दीजिए कोई दिक्कत नहीं है।

डीजे आईनेक्स्ट : पर्ची में तो कुछ भी नहीं लिखा है केवल नंबर।

जवाब : यहीं गाड़ी है न आपकी नंबर लिख दिए है।

केस 3

गुप्ता भंडार पार्किग, मेन रोड

पार्किग में गाड़ी लगाते ही स्टाफ हाजिर है। 5 रुपए लेने के बाद पर्ची थमा देता है। उसमें गाड़ी का नंबर केवल चार लेटर का होता है। कोई टाइम भी नहीं लिखी जाती। रसीद इतनी छोटी है कि कुछ भी क्लियर दिखाई नहीं देता। फ्री पार्किग का कोई जिक्र नहीं है।

पार्किग स्टाफ से सीधी बात

डीजे आईनेक्स्ट : गाड़ी लगाने के बाद पार्किग दस मिनट फ्री है न।

जवाब : अरे जाइए न आइएगा तो पैसा ले लेंगे।

डीजे आईनेक्स्ट : गाड़ी कहां लगाना है सब कार-बाइक लगा है।

जवाब : जहां मर्जी लगा दीजिए कोई दिक्कत नहीं है।

डीजे आईनेक्स्ट : पर्ची में तो कुछ भी नहीं लिखा है चार्ज कितना है।

जवाब : पांच से दस रुपया लगता है टू व्हीलर का।

Posted By: Inextlive