रांची: राजधानी में कोरोना से मरीजों की मौत बढ़ती जा रही है। लेकिन डॉक्टरों की मानें तो मरने वाले मरीजों को पहले से ही कुछ गंभीर बीमारियां थीं। इसके बाद वो कोरोना की चपेट में आए और मौत हो गई। इनमें किडनी और हार्ट से जुड़ी बीमारियों वाले मरीज अधिक हैं। लेकिन अधिकतर मौत किडनी की बीमारी से जूझ रहे मरीजों की हुई है। वहीं कई मरीज कैंसर के भी थे, जिन्होंने संघर्ष किया लेकिन कोरोना को नहीं हरा सके।

अधिक उम्र वाले पुरुषों की मौत

सिटी के अलग-अलग इलाके से 3000 कोरोना मरीज सामने आए हैं। इसमें से 2300 से अधिक मरीज ठीक हो चुके हैं। जबकि 28 लोगों की शुक्रवार तक मौत हो चुकी है। मरने वालों में अधिकतर पुरुष हैं और उनकी उम्र भी अधिक थी। हालांकि 2-3 मरीज ऐसे थे जिनकी कम उम्र में ही मौत हो गई।

केस-1

हिंदपीढ़ी में महिला की दोनों किडनी थी खराब

हिंदपीढ़ी में रहने वाली एक महिला की दोनों किडनी खराब हो गई थी। वह डायलेसिस पर लंबे समय से थी। इसी बीच उन्हें कोरोना का इन्फेक्शन हो गया। रिम्स में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

केस-2

रिटायर्ड डीडीसी को हुआ था ब्रेन हेमरेज

जोड़ा तालाब रोड के रहने वाले एक रिटायर्ड डीडीसी को ब्रेन हेमरेज हुआ था। इसके बाद उन्हें इलाज के लिए प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट किया गया। जहां से उन्हें दिल्ली के बड़े हॉस्पिटल में रेफर किया गया। वहां पर कोरोना की पुष्टि होने के बाद उनकी मौत हो गई।

हमारे यहां जो भी मौतें हुई हैं उसमें ज्यादातर किडनी वाले मरीज थे। बीमारी के कारण पहले से ही उनकी इम्युनिटी कमजोर थी। इसके बाद कोरोना ने भी उन्हें कमजोर बना दिया। एज फैक्टर भी देखने को मिला। कुछ मरीजों की हार्ट अटैक से भी मौत हुई है।

-डॉ ब्रजेश मिश्रा, नोडल आफिसर, रिम्स

ऐसे बचें इन्फेक्शन से

-अपनी इम्युनिटी को दुरुस्त रखें।

-बिना मास्क के घर से बाहर न जाएं।

-हाइजीन का रखें ध्यान।

-कोई लक्षण दिखे तो डॉक्टर से कंसल्ट करें।

Posted By: Inextlive