-राज्यसभा सांसद के ट्वीट से मंचा हंगामा, लिखा युद्ध के बीच जनरल नहीं बदले जाते

-हेल्थ मनिस्टिर ने इस्तीफा मंजूर करते हुए फाइल सीएम को भेजी

-पिछली सरकार के समय हुए थे तीन वर्ष के लिए अप्वाइंट, अब डेढ वर्ष में

इस्तीफा सौपा

कोरोना संकट से जूझ रही रांची के सबसे बड़े हॉस्पिटल रिम्स में डायरेक्टर डीके सिंह के इस्तीफे पर पॉलीटिक्स शुरू हो गई है। राज्यसभा सांसद के एक ट्वीट से यह मामला गरमा गया है। सांसद ने सीएम हेमंत सोरेन को टैग करते हुए लिखा है कि 'युद्ध के बीच में जनरल नहीं बदले जाते' मामला चर्चा में आ गया है। डायरेक्टर के इस्तीफे पर राज्य के हेल्थ मिनिस्टर ने उन्हें शुभकामनाएं देते हुए फाइल को मंजूरी के लिए सीएम ऑफिस भी भेज दिया है। अब गेंद सीएम ऑफिस के पाले में है।

कोरोना की जंग पर पड़ेगा असर

राज्य में कोरोनावायरस के बीच रिम्स के निदेशक पर बवाल मचा है। निदेशक के त्याग पत्र दिए जाने के बाद उन्हें हटाने संबंधी चर्चा में पक्ष और विपक्ष दोनों ओर से आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो चुका है। बीजेपी के राज्यसभा सांसद महेश पोद्दार से लेकर विपक्ष के नेता बाबूलाल मरांडी ने रिम्स के वर्तमान निदेशक डॉ डीके सिंह को इस महामारी के बीच में रिम्स नहीं छोड़ने की अपील की है। साथ ही सरकार से भी उनको नहीं जाने देने का अनुरोध किया है। इन्होंने लिखा है कि पूरा राज्य कोरोना से लड़ रहा है। सबसे ज्यादा इंफेक्टेड रांची में हैं, और रांची में कोरोना के इलाज का इकलौते अस्पताल रिम्स में राजनीति शुरू हो गई है। यह राजनीति वर्तमान डायरेक्टर डॉ डीके सिंह और राज्य सरकार के बीच चल रही है। इस समय जब पूरा राज्य कोरोनावायरस के कारण घर पर लॉक है। ऐसे में रिम्स जैसे संस्थान के प्रमुख और सरकार के बीच चल रही लड़ाई का असर जरूर कोरोनावायरस महामारी पर पडेगा।

16 महीने में ही छोड़ रहे हैं रिम्स

रिम्स के डायरेक्टर डॉ डीके सिंह 5 दिसंबर 2018 को रिम्स में डायरेक्टर के रूप में च्वाइन किए थे। उनका कार्यकाल 3 साल का था लेकिन 16 महीने के कार्यकाल में ही वह रिम्स छोड़कर जा रहे हैं। कोरोना जैसी महामारी के बीच में राज्य के सबसे बड़े संस्थान से डायरेक्टर के इस तरह से बीच में छोड़ कर जाने से हर कोई अचंभित है। क्योंकि जो भी नए डायरेक्टर आएंगे उनको इस कोरोनावायरस जैसे महामारी के बीच में सिस्टम को समझने में ही काफी समय लग जाएगा।

नियुक्ति से ही रहे चर्चा में

रिम्स डायरेक्टर डीके सिंह अपनी नियुक्ति के समय से ही चर्चा में रहे हैं। शुरुआत में जब रिम्स डायरेक्टर के लिए इंटरव्यू दिया था, उस समय चयन के बाद ही विवाद शुरू हो गया। बाद में झारखंड हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद उनको रिम्स में डायरेक्टर बनाया गया था। च्वाइन करने के साथ ही डॉक्टरों के साथ इनका पंगा हो गया। इनके खिलाफ डॉक्टरों ने कई बार बैठक भी की। डायरेक्टर के कारण कई डॉक्टर रिम्स छोड़ने के लिए कई बार पत्र भी लिखे। नई सरकार बनने के बाद रिम्स में बड़े पैमाने पर हो रही नियुक्तियों के कारण भी राज्य सरकार के साथ डायरेक्टर की अनबन कई बार सामने आ चुकी है। डॉ डीके सिंह नई सरकार आने के साथ ही राजनीति के दांव पेंच में फंसते नजर आए और अंतत: उन्होंने रिम्स से इस्तीफा दे ही दिया।

खोज रहे थे सुरक्षित जगह

नई सरकार गठन होने के साथ ही डायरेक्टर डीके सिंह अपने लिए सुरक्षित जगह की तलाश में जुट गए थे। इसी बीच उन्होंने केंद्र सरकार की ओर से बनाए गए एम्स भटिंडा में डायरेक्टर के लिए इंटरव्यू दिया। क्योंकि रिम्स रांची में उनको अपने भविष्य की चिंता सताने लगी थी। डायरेक्टर को यह आभास भी था कि सरकार उनको कभी भी ठिकाने लगा सकती है। इसलिए पहले से ही अपना सुरक्षित स्थान खोज लिया।

मांगी है 3 माह की मोहलत

रिम्स निदेशक निदेशक ने 7 अप्रैल को स्वास्थ्य चिकित्सा एवं परिवार कल्याण विभाग के सचिव को पत्र लिखा कि मेरा चयन एम्स भटिंडा में एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर कम चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (सीईओ) के रूप में हो गया है। मुझे ऑफर एक्सेप्टेंस का पत्र मिला है, जिसे मैंने एक्सेप्ट कर लिया है। अब राज्य सरकार से आग्रह है कि एम्स भटिंडा में मैं 3 महीने के बाद योगदान करना चाहता हूं, ताकि इन 3 महीनों में राज्य जो कोरोना से लड़ रहा है उसमें मैं मदद कर सकूं।

आपका भविष्य उच्जवल है

राज्य सरकार को उन्होंने अपनी नियुक्ति संबंधी पत्र दिया। लेकिन राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने उनको 3 महीने की मोहलत देने के बजाय उनकी संचिका पर यह लिखते हुए मुख्यमंत्री को बढ़ा दिया कि आपने बहुत अच्छा काम किया और आपका भविष्य उच्जवल है। अब मुख्यमंत्री के पाले में गेंद है कि रिम्स डायरेक्टर अभी 3 महीने तक रिम्स में सेवा देंगे या सरकार उनको मूवमेंट ऑर्डर देकर रिलीव करेगी। हालांकि सूत्रों की ओर से यह भी बताया गया है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी जल्द ही उनको राज्य से एम्स में योगदान देने के लिए रिलीव कर देंगे।

हो चुकी है आईएएस की नियुक्ति

डायरेक्टर के साथ चल रही अनबन के कारण सरकार उनको पहले से ही ठिकाने लगाने की तैयारी कर चुकी है। इसकी पटकथा 23 अप्रैल को ही लिखी जा चुकी है.डायरेक्टर के 7 अप्रैल को 3 महीने की मोहलत मांगने के बाद 23 अप्रैल को सरकार ने एग्रीकल्चर डायरेक्टर आईएएस अधिकारी छवि रंजन को रिम्स में एडिशनल डायरेक्टर के रूप में नियुक्त किया। अब यह चर्चा चल रही है कि रिम्स के वर्तमान डायरेक्टर डीके सिंह को रिम्स से छुट्टी देते हुए छवि रंजन को तत्काल व्यवस्था के तहत काम करने की मंजूरी दी जाएगी।

Posted By: Inextlive