-सिटी में एयर से लेकर साउंड पॉल्यूशन तक ज्यादा

-कोरोना के मरीजों के अलावा सामान्य लोगों को भी खतरा

-50 डेसीबल से ज्यादा है हॉस्पिटल्स के पास साउंड पॉल्यूशन

-हॉस्पिटल को घोषित किया गया है साइलेंस जोन

-एयर क्वालिटी इंडेक्स भी 124 के पार

-सेंसीटिव ग्रुप के लिए मास्क कंपल्सरी

RANCHI (3 Nov) : सिटी में पॉल्यूशन का लेवल बढ़ता ही जा रहा है। गाडि़यों और कारखानों से निकलने वाला धुआं हवा को जहरीला बना रहा है। वहीं गाडि़यों का शोर भी आपको बीमार करने के लिए काफी है। धीरे-धीरे ये पॉल्यूशन अब लोगों पर हावी होने लगा है। अगर जल्द ही इसे कंट्रोल नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में स्थिति भयावह हो जाएगी। ऐसे में सामान्य लोगों के अलावा कोरोना को मात देने वालों पर भी खतरा मंडरा रहा है।

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कोरोना मरीजों को ज्यादा खतरा

कोरोना मरीजों ने बीमारी को तो मात दे दी है, लेकिन उनके लिए अभी का समय खतरनाक है। चूंकि पहले से ही कोरोना ने उनके लंग्स को कमजोर बना दिया है, जिससे उन्हें पूरी लाइफ अलर्ट रहना होगा। अब पॉल्यूशन के कारण उनके लिए सांस लेना भी मुश्किल हो जाएगा। वहीं पॉल्यूशन के कारण उनकी परेशानी और बढ़ सकती है। बताते चलें कि कोरोना का सीधा अटैक लंग्स पर होता है, जिससे कि उस व्यक्ति के ठीक होने के बाद भी लंग्स पूरी तरह से काम नहीं करता।

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एयर क्वालिटी इंडेक्स 124 पर

राजधानी में लॉकडाउन में गाडि़यों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया था। इस वजह से हवा साफ हो गई थी। लेकिन अनलॉक होने के बाद गाडि़यों का परिचालन बढ़ गया है। स्थिति यह है कि अब पहले से ज्यादा गाडि़यां रोड पर उतर चुकी है। चूंकि कोरोना से बचने के लिए लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट की जगह खुद की गाडि़यों से चलना ही बेहतर समझ रहे है। इस वजह से गाडि़यां काफी बढ़ गई है। लॉकडाउन में जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स 60-70 के करीब था। वह अब बढ़कर 124 पर पहुंच गया है। वहीं दीवाली में इसका लेवल और बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है।

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साउंड पॉल्यूशन भी ज्यादा

सिटी में एयर पाल्यूशन के अलावा नाइज पाल्यूशन भी बढ़ा है। पूरे शहर में नाइज पॉल्यूशन का लेवल 54.86 रिकार्ड किया गया है। यहीं स्थिति सिटी के हॉस्पिटल्स के भी बाहर है। जबकि हॉस्पिटल एरिया को साइलेंट जोन घोषित किया गया है। वहीं हॉस्पिटल के 200 मीटर के रेडियस में नाइज पाल्यूशन को 50 डेसीबल तक रखने की गाइडलाइन है। अब इस वजह से हॉस्पिटल में इलाज करा रहे मरीजों को भी खतरा है। वहीं लंबे समय तक नॉइज पाल्यूशन के बीच रहने से लोगों को कई तरह की बीमारियां अपनी चपेट में ले लेती है।

Posted By: Inextlive