भयंकर पावर क्राइसिस से गुजर रही है सिटी. चार-चार घंटे तक लगातार काटी जा रही है बिजली. बीती रात कई इलाकों में 7 घंटे तक नहीं थी पावर सप्लाई.


रांची (ब्यूरो)। एक तो भीषण गर्मी और ऊपर से इलेक्ट्रिसिटी डिपार्टमेंट की चीटिंग ने लोगों की नींद उड़ा दी है। शहरवासी त्राहिमाम कर रहे है। बढ़ती गर्मी और घंटो बत्ती गुल रहने से लोगों की जिदंगी अस्त-व्यस्त हो गई है। रात-रात भर कट रही लाइट, लोगों को करना पड़ रहा है रतजगा। माथे से लगातार स्वेटिंग हो रही है। हाथ पंखा से खुद को राहत देते हुए लोगों की बीत गई रात। बिजली विभाग के तमाम दावे और वादे खोखले नजर आ रहे हैं। बुधवार को कई इलाकों में रात भर बिजली गायब रही। गुरुवार को भी पूरे दिन लाइट का आना-जाना लगा रहा। बीते 24 घंटे में बमुश्किल चार से पांच घंटे ही बिजली की आपूर्ति हुई। इससे शहर के लोगों में गुस्से का माहौल है। वार्ड पार्षदों ने मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिखकर बिजली आपूर्ति व्यवस्था सुधारने की मांग की है। वार्ड पार्षद अरुण कुमार, ओम प्रकाश, अर्जुन राम, विनोद सिंह ने सरकार और जेबीवीएनएल को 24 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि यदि निर्बाध बिजली आपूर्ति नहीं की गई है तो पार्षद समेत सैकड़ों आम नागरिक सड़क पर उतर कर आंदोलन करने को बाध्य होंगे। गर्मी में विभाग का दगा


कभी लोड शेडिंग तो कभी लोकल फाल्ट के नाम पर घंटों बिजली काटी जा रही है। झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड लगातार कट रही बिजली को सुधारने में सक्षम नजर नहीं आ रहा। गुरुवार को भी कई इलाकों में लाइट का आना-जाना जारी रहा। दोपहर हल्की हवा चलने से करीब दो घंटे के लिए लाइट काट दी गई। पिस्का मोड़, हरमू, रातू रोड, बूटी मोड, बरियातू, कोकर समेत अन्य कई इलाकों में घंटों बिजली कटी रही। दस मिनट के लिए लाइट आती और एक से डेढ़ घंटे के लिए गायब रहती। इस भीषण गर्मी में जब बिजली, पानी लोगों की सबसे बड़ी जरूरत है। ऐसे वक्त में बिजली की सप्लाई नियमित नहीं करना किसी अपराध से कम नहीं है। हरमू रोड के रहने वाले लोगों ने बताया कि बार-बार बिजली कट रही है। सभी इंजीनियरों ने अपना फोन स्वीच ऑफ कर रखा है। कहीं शिकायत भी नहीं कर सकते हैं। एक ओर सरकार ने 400 यूनिट से अधिक बिजली की खपत करने वाले उपभोक्ताओं की सब्सिडी खत्म कर दी गई है। बिजली का टैरिफ बढ़ाने की भी योजना है। ऐसे में पावर कट से जनता परेशान है दूसरी ओर अलग-अलग यातनाओं से उनकी परेशानी और बढ़ाई जा रही है। रतजगा कर रहे लोग

राजधानी के कई इलाकों मेें बुधवार की पूरी रात बिजली गुल रही। कहीं 2 घंटे तक बिजली नहीं आई, कहीं 4 घंटे तो कहीं 7 घंटे बिजली गुल रही। रात में गर्मी और मच्छर के बीच लोगों ने जाग कर रात बिताई। बिजली नहीं आने से लोग सो नहीं सके। लंबे समय तक लाइट नहीं रहने से इनवर्टर ने भी जवाब दे दिया। बैटरी चार्ज नहीं हो पाने के कारण लोगों को दीये की रोशनी में ही रतजगा करनी पड़ी। जेबीवीएनएल के जीएम पीके श्रीवास्तव ने बताया कि आवश्यकता अनुसार 20 मेगावाट कम पॉवर सप्लाई होने के कारण ऐसी स्थिति पैदा हुई। वहीं गुरुवार को भी 24 घंटे में करीब 11 बार कभी आधे घंटे तो कभी एक घंटे के लिए लाइट कटती रही। बिजली क्राइसिस पर राज्य सभा के पूर्व सांसद अजय मारू ने कहा कि पिछले कुछ माह से रांची में बिजली संकट चरम पर है। उन्होंने इसके पीछे के प्रमुख कारण राच्य विद्युत बोर्ड का खस्ता हाल होना बताया। उन्होंने कहा कि ट्रांसमिशन लाइन को दुरुस्त करने और बिजली चोरी रोकने से ही नियमित बिजली आपूर्ति के दावे पूरे हो सकेंगे।

पॉवर सप्लाई नॉर्मल है। पेड़ कटिंग के कारण कुछ इलाकों में थोड़ी देर के लिए बिजली काटी गई। बुधवार को 20 मेगावाट कम आपूर्ति होने के कारण परेशानी हुई। सभी अधिकारी और कर्मचारी अलर्ट मोड पर हैं। हर परिस्थिति से लडऩे के लिए भी हम सभी तैयार हैं। पीके श्रीवास्तव, जीएम, जेबीवीएनएल

Posted By: Inextlive