160 करोड़ के बकाए को लेकर बिजली वितरण निगम ने भेजा नोटिस. 3.5 करोड़ रुपए का हर महीने आता है बिल. 16 केवीए लोड का कनेक्शन लिया है एचईसी ने. पिछले साल अगस्त में भी काटी गई थी बिजली.


रांची(ब्यूरो)। झारखंड बिजली वितरण निगम ने एचइसी को नोटिस भेजा है। नोटिस में जल्द से जल्द बकाया बिजली बिल भुगतान करने की मांग की गयी है। एचईसी का वर्तमान बकाया बिजली बिल लगभग 160 करोड़ के करीब है। झारखंड बिजली वितरण निगम के रांची आपूर्ति कार्यालय ने मामले में नोटिस भेजा है। लंबे समय से एचइसी का बिजली बिल बकाया है। समय-समय पर बिजली बिल की मांग की गयी, लेकिन भुगतान नहीं किया गया। भुगतान नहीं होने पर एक बार फिर एचईसी की बिजली काटी जाएगी। इससे प्लांट और टाउनशिप के रेसिडेंशियल एरिया में एक बार फिर अंधेरा होने का खतरा मंडराने लगा है। अगस्त में 9 घंटे के लिए कटी थी बिजली
झारखंड बिजली वितरण निगम ने पिछले साल के अगस्त महीने में एचईसी के प्लांट और मुख्यालय की बिजली काट दी थी। इससे उत्पादन पूरी तरह से ठप हो गया था। एचईसी ने जनवरी 2020 के बाद बिजली बिल का भुगतान नहीं किया है। इसलिए यह कार्रवाई की गई थी। बार-बार आग्रह के बावजूद भुगतान नहीं


एचईसी हर माह साढ़े तीन करोड़ रुपए की बिजली का उपयोग करता है। जेबीवीएनएल के रांची एरिया बोर्ड के जीएम पीके श्रीवास्तव ने बताया कि एचईसी को कई बार मौका दिया जा रहा है। वे न तो रुटीन बिल का भुगतान कर रहे थे और न ही एरियर का। नोटिस देने के साथ ही निगम के अधिकारियों ने एचईसी के अधिकारियों से मिलकर भी बिल भुगतान करने का आग्रह किया था। फिर भी भुगतान नहीं हुआ। पहले से ही आर्थिक संकट में है एचईसीएचईसी में हाल में ही कामगारों ने एक महीने तक टूल डाऊन स्ट्राइक किया था। एचईसी अपने स्थाई एवं अस्थाई कामगारों को नियमित रूप से वेतन देने में असमर्थ है। ऐसे में जेबीवीएनएल का एचईसी पर 160 करोड़ का बकाया का दावा प्रस्तुत करने के कारण एचईसी की माली हालत और खराब हो जाएगी। एचईसी को अपने कामगारों को वेतन भुगतान करने के लिए 7-8 करोड़ चाहिए। निगम की स्थिति और भी खराब इसलिए हो गयी है कि यहां पर स्थाई सीएमडी नहीं हैं। भेल के सीएमडी को एचईसी का अतिरिक्त प्रभार मिला हुआ है। इसलिए भी महत्वपूर्ण निर्णय लेने में प्रबंधन को परेशानी होती है।प्लांटों में कार्यशैली हो रही दिशाहीनप्लांट में कार्यशैली दिशाहीन हो गई है। स्थाई सीएमडी के अभाव में उत्पादन कार्य प्रभावित हो रहा है। लंबे अंतराल के बाद एचईसी ने कोयला का इंतजाम किया था, लेकिन तब तक मामला हाथ से निकल गया।उत्पादन पर पड़ रहा प्रभाव

एचईसी में आर्थिक संकट की वजह से वर्क ऑर्डर प्रभावित हो रहा है। पूंजी के अभाव में रक्षा, इसरो और माइनिंग के साथ कई सेक्टर के लिए बन रहे उपकरणों के निर्माण कार्य पर असर पड़ रहा है। कंपनी प्रबंधन कार्यशील पूंजी के लिए हाथ पांव मार रहा है।

एचईसी के द्वारा जो बकाया पैसा है वह बिजली वितरण निगम को नहीं दिया जा रहा है। वितरण निगम द्वारा एचईसी को फिर से पत्र लिखकर बकाया राशि जल्द जमा करने का निर्देश दिया गया है।पीके श्रीवास्तव, जीएम, रांची एरिया बोर्ड

Posted By: Inextlive