रांची: झारखंड की जेलों में बंद कैदियों को विटामिन सी की गोली और गिलॉय का जूस दिया जाएगा, ताकि उनकी इम्यून कैपासिटी मजबूत रहे। रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में 54 पॉजिटिव केस मिलने के बाद राज्य सरकार ने यह तैयारी की है। जेल आईजी वीरेंद्र भूषण बताते हैं कि आयुष मंत्रालय ने इम्यून बूस्टर के लिए जो गाइडलाइंस जारी की है उसे राज्य की सभी जेलों में बंद कैदियों को दिया जाएगा। इसके लिए राज्य के सभी जेलों के जेलर को दिशा-निर्देश दिया गया है। उन जेलों में बंद कैदियों का इम्यून बूस्ट करने के लिए जो भी चीजें खाने-पीने की जरूरत है, वो उनको तत्काल उपलब्ध कराई जाए।

कैदियों की सुरक्षा हमारी जिम्मेवारी

जेल आईजी वीरेंद्र भूषण बताते हैं कि झारखंड की जेलों में बंद कैदियों की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है। पहले से भी हम लोग उनकी सुरक्षा को लेकर सचेत रहते रहे हैं। लेकिन अब कोरोना काल में जब जेल के अंदर भी पॉजिटिव केसेज की संख्या बढ़ने लगी है तो उनको सुरक्षित रखने के लिए जेल प्रशासन और अधिक तैयारी कर रहा है। इसके लिए भारत सरकार के आयुष मंत्रालय ने जितनी भी गाइडलाइंस इम्यून बूस्ट करने के लिए जारी की है, वो जेल में बंद कैदियों को दिया जाएगा। इसकी सूचना राज्य की सभी जेलों को दे दी गई है और वो वहां तैयारी शुरू भी कर चुके हैं।

खानपान में सावधानी बरती जाएगी

वीरेंद्र भूषण बताते हैं कि कैदियों को विटामिन सी की गोली भी दी जाएगी, ताकि उनकी इम्यून कापासिटी मजबूत रहे। साथ ही उनको नींबू चाय, नींबू पानी और अंडा भी खाने-पीने में दिया जाएगा। गिलॉय जूस से भी इम्यून बूस्टर होने की बात आयुष मंत्रालय ने कही है, वह भी कैदियों को दिया जाएगा।

ड्यूटी में भी बरतेंगे सावधानी

जेल में तैनात सिपाही से लेकर अधिकारी भी ड्यूटी में सावधानी बरतेंगे। इसके लिए जेल के अंदर सुरक्षा में तैनात सिपाही को भी सतर्क रहने को कहा गया है।

20 हजार कैदी हैं जेल में

राज्य में कुल 29 जेल हैं। इनमें सात सेंट्रल, 14 जिला, एक ओपन जेल और अन्य सबजेल हैं। इन जेलों की कुल क्षमता करीब 16 हजार 14 कैदियों की है, जबकि इन जेलों में वर्तमान समय में करीब 20 हजार कैदी हैं। इनमें से विचाराधीन कैदियों की संख्या 12484, सात साल या इससे कम की सजा वाले कैदियों की संख्या 997 और सात साल तक सजा पाने वाले विचाराधिन कैदियों की संख्या 2027 है, जबकि सात साल से ज्यादा दस साल तक की सजा पाने के संभावित कैदियों की संख्या 783 हैं।

कोरोना काल में हर कोई अपनी तरफ से तैयार है। झारखंड की जेल में जो कैदी बंद हैं, उनकी सुरक्षा भी हमारी पहली प्राथमिकता है। आम लोगों की तरह उनका भी इम्यून बूस्ट करना हमारी जिम्मेदारी है। इसलिए उनके खान-पान में बदलाव किया जा रहा है। साथ ही जेल में बंद कैदियों को कोरोना से बचाया जाए, इसकी पूरी तैयारी जेल प्रशासन ने कर ली है और इसे राज्य की सभी जेलों में लागू भी कर दिया गया है।

-वीरेंद्र भूषण, आईजी जेल, झारखंड

Posted By: Inextlive