रांची के पांच हजार लोगों को मिलेगा रोजगार मार्च 2020 से ही बंद था काम. उद्योग विभाग की पहल पर शुरू हुई कंपनी.


रांची(ब्यूरो)। कोरोना महामारी के कारण मार्च 2020 में खेलगांव होटवार स्थित ओरिएंट क्राफ्ट प्लांट से बंद हुआ उत्पादन दोबारा शुरू हो गया है। लगभग 20 महीने बाद प्लांट के दोबारा शुरू होने से रांची के 5000 लोगों के रोजगार का रास्ता साफ हो गया है। इनमें 4000 के करीब महिलाओं को रोजगार मिलने वाला है। इतना ही नहीं, दो सप्ताह बाद ईरबा स्थिति यूनिट से भी उत्पादन शुरू होने वाला है। इस यूनिट के शुरू होने के बाद राज्य में जो भी टेक्सटाइल कंपनियों की यूनिट बंद पड़ी हैं, उनसे भी उत्पादन शुरू हो जाएगा। 10 हजार लोगों को रोजगार
मार्च 2020 में लॉकडाउन की वजह से कंपनी ने उत्पादन बंद कर दिया था। कंपनी को आर्डर मिलना बंद हो गया था। यूके की कंपनी माक्र्स एंड स्पेंसर के लिए ओरियंट क्राफ्ट में रेडीमेड वर्क डिजाइन कपड़े तैयार किए जाते थे। कंपनी के बंद होने से 5000 लोग बेरोजगार हो गए थे। इनमें करीब 4000 महिलाएं थी। एक बार फि र रोजगार के अवसर इन्हें मिलेंगे। वहीं, कंपनी जब पूरी क्षमता से चलेगी तो 10 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। नहीं मिल रही थी सब्सिडी


20 महीने से कंपनी का प्लांट बंद था, कंपनी को बंद करने के पीछे ओरिएंट क्राफ्ट से जुड़े रहे अधिकारियों का कहना है कि राज्य सरकार द्वारा झारखंड की टेक्सटाइल पॉलिसी के तहत तय सब्सिडी एक साल से नहीं दी जानी, कंपनी बंद करने के पीछे सबसे बड़ा कारण है। हालांकि, कोरोना के कारण भी अंतरर्राष्ट्रीय बाजार से मांग में कमी आई है। लेकिन मांग की कमी से कंपनी बंद होना दूसरा कारण है। बता दें कि झारखंड सरकार की टेक्सटाइल पॉलिसी के तहत राज्य में कपड़ा उत्पादन करने वाली कंपनी को प्रत्येक कर्मी के एवज में हर महीने पांच हजार रुपए सरकार देगी। अब जब फिर से सरकार ने इस पॉलिसी को लागू कर दिया है, तो कंपनी ने भी उत्पादन शुरू किया है। उद्योग विभाग की पहल उद्योग विभाग की तरफ से पॉलिसी का पूरी तरह से पालन करने के लिए खाका तैयार किया गया है। बंद हो चुकी कंपनियों को दोबारा शुरू कराने का काम विभाग की तरफ से किया गया है। साथ ही जो कंपनी कछुए की चाल से चल रही हैं, उनमें भी ऊर्जा भरने का काम विभाग की तरफ से किया जा रहा है। उद्योग विभाग के अधिकारियों का दावा है कि आने वाले एक महीने के अंदर कई कंपनियां दोबारा शुरू हो जाएंगी। 2400 करोड़ का निवेश

ओरिएंट कपड़ा मिल में 2400 करोड़ रुपए का निवेश हुआ है। रघुवर सरकार में इस कंपनी की स्थापना हुई थी। रघुवर दास द्वारा 2017 में बहुप्रचारिक मोमेंटम झारखंड के बाद कंपनी की स्थापना हुई थी। इसकी दो यूनिट लगी हैं, यहां तैयार होने वाले कपड़े कई दूसरे देशों में भेजे जाते थे। अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा समेत कई यूरोपीय देशों में यहां के कपड़े एक्सपोर्ट होते थे। यहां शर्ट, जींस, सूट आदि विभिन्न प्रकार के कपड़े तैयार होते थे। दो अन्य कंपनियों में भी शुरू होगा उत्पादनसरकार की टेक्सटाइल पॉलिसी में एक्सटेंशन देने की वजह से और भी दो कंपनियां प्लांट शुरू करने की तैयारी में है। अरविंद मिल, किशोर एक्सपोट्र्स ने भी रांची स्थित दो और बड़ी कपड़ा मिलों को शुरू करने की तैयारी की है। प्लांट बंद होने से पहले नामकुम के पास रामपुर स्थित अरविंद मिल में दो हजार कर्मचारी काम करते थे। ओरमांझी स्थित किशोर एक्सपोर्ट में 1500 कर्मचारी काम करते थे। अब दोनों कंपनियों में फिर से उत्पादन शुरू हो जाएगा।

Posted By: Inextlive