रांची : धुर्वा स्थित मित्रमंडल मैदान में लाइट हाउस प्रोजेक्ट का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा। स्थानीय बस्ती वालों ने गुरुवार को जमकर हंगामा किया। इस हंगामे के बीच ग्रामीणों ने जमकर बवाल काटा। पुलिस-प्रशासन से उलझे, धक्का-मुक्की भी हुई। अनियंत्रित होती भीड़ को देख पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर उन्हें खदेड़ा। विरोध के बीच घंटों तनातनी चली। इधर, बस्तीवासी प्रशासन पर लाठी बरसाने और महिलाओं के साथ धक्का मुक्की करने का आरोप लगाकर हंगामा करते रहे। बारिश के बावजूद करीब चार घंटे तक मित्रमंडल मैदान अखाड़ा बना रहा। पुलिस और बस्तीवासियों में तनातनी के बीच दोपहर तीन बजे तक मामला शांत हुआ।

विरोध में जमकर नारेबाजी

दरअसल, सुबह से ही लाइट हाउस निर्माण कार्य को लेकर धुर्वा क्षेत्र के आनी टोली, मौसीबाड़ी, एवं झुग्गी झोपड़ी मे रहनेवाले आसपास के लोग निर्माण स्थल पर पहुंचकर विरोध में नारेबाजी कर रहे थे। काफी संख्या में महिला पुरुष निर्माण कार्य के मुख्य द्वार पर पहुंचकर नारेबाजी करने लगे और लाइट हाउस के निर्माण का विरोध कर रहे थे।

आखिरी दम तक विरोध की चेतावनी

इधर, बस्तीवालों का कहना था कि वे इसी स्थल पर सरना पूजा करते हैं, सरस्वती पूजा का आयोजन भी करते हैं। हर तरह के धार्मिक व पारिवारिक कार्यक्रम होता रहता है। अगर यहां पर निर्माण शुरू होगा तो सारी चीजें खत्म हो जाएंगी। वे आखिर कहां पर पूजा-अर्चना करेंगे। इसका प्रशासन की ओर से कोई जवाब नहीं मिल रहा है। स्थानीय लोगों ने कहा कि लाइट हाउस प्रोजेक्ट का काम प्रशासन के बल पर किया जा रहा, जबकि मित्र मंडल मैदान में हो रहे इस प्रोजेक्ट का वे आखरी दम तक विरोध करते रहेंगे।

लाठीचार्ज से प्रशासन का इन्कार

लाठीचार्ज या बल प्रयोग की घटना से प्रशासन ने स्पष्ट तौर पर इन्कार किया है। सिटी एसपी सौरभ ने कहा है कि लाइट हाउस निर्माण स्थल पर स्थानीय लोगों के द्वारा विरोध किया जा रहा था। पुलिस के द्वारा शांतिपूर्ण ढंग से लोगों को हटा दिया गया है, किसी तरह का बल प्रयोग नहीं किया गया है। जबकि एसडीओ उत्कर्ष गुप्ता का कहना है कि भीड़ को केवल हटाया गया है। किसी तरह का कोई लाठीचार्ज या बल प्रयोग नहीं हुआ है।

लाठीचार्ज का आरोप

बस्ती बचाओ समिति के संयोजक ¨मटू पासवान का कहना है कि पुलिस ने निहत्थे विरोध कर रहे लोगों के ऊपर लाठीचार्ज किया। इसमें 7 लोग घायल हुए हैं। महिलाओं के ऊपर भी लाठीचार्ज किया गया है। कहा कि लाइट हाउस निर्माण का विरोध जारी रहेगा।

बस्तीवासियों ने ये रखी मांगें

लाइट हाउस परियोजना को किसी दूसरे खाली स्थान पर बनवाया जाए।

दिल्ली व पश्चिम बंगाल के तर्ज पर बस्ती को नियमित करते हुए मालिकाना हक दिया जाए।

एचईसी क्षेत्र के एसटी-एससी, ओबीसी लोगों का जाति आवासीय आय व अन्य प्रमाण पत्र बनाया जाए।

जनजीवन विशेषकर महिलाओं की सुरक्षा की गारंटी की जाए।

सड़क बिजली पानी नाली की समुचित व्यवस्था कर इस क्षेत्र को स्वस्थ वातावरण बनाया जाए।

मैदान को बताया राष्ट्रीय धरोहर

बस्तीवासियों का कहना था कि मित्रमंडल मैदान जो एक राष्ट्रीय धरोहर है जहां पूर्व में कई राष्ट्रीय स्तर के फुटबॉल मैच हो चुके हैं। इसमें देश के नामी फुटबॉल टीमें हिस्सा ले चुकी हैं। आसपास के बच्चे यहां खेलते हैं। उनका शारीरिक मानसिक विकास होता है। इसके अलावा समस्त शादी विवाह या किसी भी तरह का सांस्कृतिक आयोजन इसी मैदान में होता है।

Posted By: Inextlive