रांची : रांची मंडल रेल कार्यालय में कार्मिक विभाग में तैनात कार्यालय अधीक्षक की कोविड-19 से मौत हो गई। 12 दिनों से उनका इलाज रांची के राज हॉस्पिटल में चल रहा था। इलाज के दौरान ही उनकी कोरोना से मौत हो गई। वे कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। रांची रेल मंडल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी नीरज सिंह ने इसकी पुष्टि की है। इसके साथ ही रेलवे कर्मियों के लिए अलर्ट जारी कर दिया गया है। सभी रेल कर्मियों से कहा गया है कि कोरोना की महामारी अभी खत्म नहीं हुई है। इसलिए सभी कर्मी आवश्यक रूप से बिना मास्क लगाए ड्यूटी पर नहीं आएं। थर्मल स्क्री¨नग चालू कर दी गई है। सभी से सैनीटाइजर का प्रयोग करने को कहा गया है। लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही गई है।

रेलकर्मियों में खौफ

कार्यालय अधीक्षक की कोरोना से मौत के बाद रेलकर्मियों में खौफ का माहौल है। लोग डरे हुए हैं। बताते हैं कि चार दिन पहले ही हार्ट अटैक होने की वजह से सदर अस्पताल में कार्यालय अधीक्षक की मां का भी निधन हुआ था। कार्मिक विभाग में कोविड-19 से कर्मचारी की मौत के बाद लोग ¨चतित हो गए हैं। कार्मिक विभाग में कोविड-19 बीमारी पैर पसार रही है। तकरीबन एक महीना पहले रेलवे के इंजीनिय¨रग विभाग के एक इंजीनियर का भी कोविड-19 से निधन हो चुका है। कुछ दिन पहले रेल मंडल कार्यालय के लगभग 11 कर्मचारी कोविड-19 से पीडि़त पाए गए थे। इसके बाद कार्यालय को एक दिन के लिए बंद कर दिया गया था।

शारीरिक दूरी का पालन नहीं

कर्मचारियों का कहना है कि कार्मिक विभाग में कर्मचारियों के बैठने के लिए जगह की कमी है। इसलिए कर्मी शारीरिक दूरी का पालन नहीं कर पाते। यही नहीं, पूरे मंडल के कर्मचारियों का यहां आना जाना लगा रहता है। कई बार रेल प्रशासन से जगह की मांग की जा चुकी है। लेकिन कार्यालय के लिए बड़ी जगह उपलब्ध नहीं कराई गई।

अब दिन में तीन बार होगा सेनेटाइजेशन

कार्मिक विभाग के कार्यालय अधीक्षक की कोरोना से मौत के बाद रेलवे चौकन्ना हो गया है। रांची रेल मंडल के सभी कार्यालयों में अब दिन में तीन बार सेनेटाइजेशन कराया जाएगा। इस संबंध में डीआरएम ने आदेश जारी कर दिया है। सभी दफ्तरों में थर्मल स्क्री¨नग होगी। रेलवे स्टेशन पर भी चौकसी बरतने के निर्देश दिए गए हैं।

दो गेट पर ही थर्मल स्क्री¨नग

कार्यालय अधीक्षक के निधन से रेलकर्मियों में नाराजगी है। कर्मचारियों का कहना है कि रेलवे एहतियात बरतने में लापरवाही बरत रहा है। मंडल कार्यालय में दाखिल होने के चार प्रवेश द्वार हैं। इनमें से दो प्रवेश द्वार पर ही थर्मल स्क्री¨नग कराई जा रही है। बाकी दो प्रवेश द्वार पर थर्मल स्क्री¨नग नहीं हो रही है। इन दो गेटों पर स्क्री¨नग नहीं होने से लोग इसी द्वार से कार्यालय में प्रवेश कर जाते हैं। इस तरह, मंडल कार्यालय कोरोना के लिहाज से असुरक्षित हो गया है।

Posted By: Inextlive