रांची: झारखंड की राजधानी रांची में फेक पासपोर्ट के सहारे लोगों को विदेश भेजने का गोरखधंधा अर्से से चल रहा है लेकिन धीरे धीरे रांची को फेक पासपोर्ट बनाने का सेंटर बनाने की साजिश रची जा रही है। रांची में जहां पूर्व में फूलन देवी के हत्यारे शेर सिंह राणा समेत कई बांग्लादेशियों का भी फेक पासपोर्ट बन चुका था, वहीं जमशेदपुर में एक अफगानी महिला का फेक पासपोर्ट बनाने का मामला सामने आया था। इसी बीच पुलिस ने सोमवार रात रांची के बिरसा चौक से एक हजार फेक पासपोर्ट और 10.50 लाख कैश के साथ राजेश प्रसाद नामक एक युवक को गिरफ्तार किया है। इसके पास से पुलिस को 1000 से ज्यादा पासपोर्ट बरामद हुए हैं। पुलिस टीम अब वेरिफिकेशन कर रही है कि यह पासपोर्ट गलत नाम, पते पर सही पासपोर्ट आफिस से बनाये गए हैं या पूरे का पूरा पासपोर्ट ही फेक है।

आठ बांग्लादेशियों का बना था फेक पासपोर्ट

पासपोर्ट ऑफिस रांची ने साहेबगंज में रहने वाले आठ बांग्लादेशियों का पासपोर्ट जारी किया था। बाद में जब इसके फेक होने की जानकारी मिली तो सभी पासपोर्ट रद्द कर दिए गए। तत्कालीन डीजीपी राजीव कुमार ने इस मामले की जांच के आदेश भी दिए, लेकिन इसकी रिपोर्ट आज तक सामने नहीं आ सकी।

नाम किसी का, फोटो किसी और का

जिनके पासपोर्ट बने उनमें पलाश विश्वास, समर विश्वास, सागर विश्वास, समीर विश्वास, किनाराम विश्वास समेत तीन अन्य नाम शामिल थे। इनके नाम और पते तो ठीक थे, लेकिन फोटो किसी और के लगा दिए गए। तत्कालीन क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी सनातन ने कहा था कि पासपोर्ट बनाने की प्रक्रिया तय है। हम पुलिस की रिपोर्ट पर भरोसा करते हैं और साहेबगंज जिले से आठ पासपोर्ट आवेदकों की वेरिफिकेशन रिपोर्ट पुलिस द्वारा ही भेजी गई थी, जिसके आधार पर पासपोर्ट जारी किए गए।

विधानसभा में उठा था मामला

यह मामला काफी समय से क्षेत्र में चर्चा में रहा। ये बांग्लादेशी राजमहल थानाक्षेत्र के श्रीधर गांव के हैं और उस समय के मुखिया गणेश किरतनिया ने इनके गांव में रहने की पुष्टि की थी। मुखिया के वेरिफिकेशन पर उपमुखिया तपन सरकार ने सवाल उठाए थे। वहां के विधायक अरुण मंडल ने भी इस मामले को विधानसभा में उठाया था।

फूलनदेवी हत्याकांड के आरोपी का बना पासपोर्ट

अप्रैल, 2015 में फूलन देवी हत्याकांड के अभियुक्त शेर सिंह राणा का फर्जी तरीके से पासपोर्ट रांची से ही जारी किया गया था। यहां सबसे गम्भीर बात यह थी कि तत्कालीन एसडीओ विनय कुमार सिंकू ने शेर सिंह राणा के गलत नाम पर पासपोर्ट जारी करने की अनुशंसा की थी। तत्कालीन एसडीओ को दोषी पाया गया था। तिहाड़ जेल से भागने के बाद शेर सिंह राणा ने संजय गुप्ता नाम से फर्जी पासपोर्ट बनवा लिया था। इस मामले में राज्य में काफी हंगामा हुआ था।

कुछ प्रमुख फेक पासपोर्ट कांड

मई, 2014 :पासपोर्ट आफिस रांची ने साहेबगंज में रहनेवाले आठ बांग्लादेशियों का पासपोर्ट जारी कर दिया था। जब इसके फेक होने की जानकारी मिली तो पासपोर्ट रद कर दिए गए थे। तत्कालीन डीजीपी ने इस मामले में जांच के आदेश दिए थे।

वर्ष 2012 : कपाली ओपी प्रभारी शारदा रंजन प्रसाद ने दो फेक पासपोर्ट बनाने के आरोप में मो। जमालुद्दीन, उसके बहनोई मो। एहतेसाम और मो साबीर को गलत सत्यापन के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेजा था।

दो फरवरी, 2016: जसविंदर कौर फ्रांस में पकड़ी गई थी। वह भारतीय पासपोर्ट लेकर फ्रांस पहुंची थी। वह हिंदी या पंजाबी नहीं बोल पा रही थी। पूछताछ में स्वीकार किया कि भारतीय नहीं है, वह अफगान सिख है। 12 अक्टूबर, 2015 को रांची पासपोर्ट कार्यालय से पासपोर्ट जारी हुआ था। पता पूर्वी सिंहभूम का सिदगोड़ा थाना क्षेत्र लिखा गया था।

मास्टरमाइंड फरार, जांच तेज

कांड का मास्टरमाइंड राजेश सिंह मौके से चकमा देकर भाग निकला। गिरफ्तार किया गया राजेश प्रसाद से देर रात तक थाने में हटिया एएसपी विनीत कुमार पूछताछ करते रहे लेकिन उसने पूरा आरोप राजेश सिंह पर मढ़ दिया। उसका कहना है कि नकदी और पासपोर्ट के संबंध में राजेश सिंह ही सही जानकारी दे पाएगा। आशंका जताई जा रही है कि फर्जी पासपोर्ट के आधार पर बड़े पैमाने पर विदेश भेजने, नक्सलियों और आतंकियों तक को पासपोर्ट भेजने का धंधा किया जाता रहा है। पुलिस आतंकी कनेक्शन की आशंका को देखते हुए गंभीरता से जांच में जुट गई है। हालांकि, अब तक कोई ठोस जानकारी सामने नहीं आई है।

पुलिस ढूंढ रही इनके जवाब

1- जिन राज्यों के पासपोर्ट हैं वहां से जारी किए गए हैं या नहीं।

2- जारी पासपोर्ट में नाम, पता कैसे वेरिफाई किये गए।

3- अगर पासपोर्ट जारी नहीं किए गए तो पासपोर्ट की कॉपी कहां से उपलब्ध की गई।

4- पूरे कांड में पासपोर्ट आफिस के किसी अधिकारी या कर्मी की संलिप्तता है या नहीं।

5- राजेश प्रसाद कहां फरार है और पूरा मामला क्या है।

6- यह संगठित गिरोह क्या फेक पासपोर्ट से आतंकियों, उग्रवादियों की भी मदद कर चुका है।

7- सूटकेस से बरामद नकदी कहां से आई है।

Posted By: Inextlive