RANCHI:कोरोना काल में हर व्यवसाय पर असर पड़ा है। हर तरह के व्यवसायी परेशान हैं, लेकिन इनमें भी कंप्यूटर-लैपटॉप के व्यापारी बेहद परेशानी झेल रहे हैं। हालांकि, 3 जून से इनकी दुकानें खुलेंगी, लेकिन अवधि केवल 2 बजे तक ही रखी गई है, जिसमें व्यवसाय के लिए बहुत कम समय मिलेगा। रांची में डेढ़ सौ से अधिक छोटी-बड़ी कंप्यूटर की दुकानें हैं, जहां हर महीने करीब 100 करोड़ रुपए तक का कारोबार होता है। इसमें मेंटेनेंस से लेकर पा‌र्ट्स और बिक्री सभी कुछ शामिल है। अब व्यवसायी सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि उन्हें बिजली बिल में रियायत दी जाए। इसके अलावा निगम उनसे लॉकडाउन की अवधि का टैक्स न ले।

खुलने के बाद भी नहीं होगा सेल

कंप्यूटर व्यवसाय से जुड़े एक कोराबारी ने बताया कि रांची में इस व्यवसाय से जुड़े लोग दुकानों के खुलने का इंतजार तो कर रहे हैं, लेकिन ऑनलाइन व्यापार की अनुमति के कारण बहुत ज्यादा डैमेज हो गया है। एक तरफ लोकल दुकानें बंद रहीं, दूसरी ओर मल्टीब्रांड ऑनलाइन पोर्टल से लोग कंप्यूटर और लैपटॉप मंगवाते रहे। इससे लोकल व्यापार चौपट हो गया। जिन लोगों को जरूरत हो रही है, वे ऑनलाइन कंप्यूटर और लैपटॉप मंगवा रहे हैं। सरकार ने कंप्यूटर और लैपटॉप दुकानों को खोलने की छूट दे दी है, लेकिन कस्टमर कितने आएंगे और कितना सेल होगा इस पर संशय बना हुआ है। क्योंकि जितने लोगों को यह जरूरत है उनको ऑनलाइन उपलब्ध हो रहा है और वह खरीद रहे हैं। ऐसे में सरकार छोटे कंप्यूटर व्यवसायी और दुकानों के लिए कुछ रियायत दे, ताकि वह अपना बिजनेस शुरू कर सकें।

मेंटेनेंस का काम है बंद

रांची में सबसे अधिक वैसे लोग परेशान हैं, जिनका लैपटॉप और कंप्यूटर खराब हो गया है। लैपटॉप और कंप्यूटर दुकानदारों को वह फोन करके बनाने की गुजारिश कर रहे हैं लेकिन दुकानदारों के साथ परेशानी यह है कि उनकी दुकानें बंद हैं। इस कारण कई लैपटॉप और कंप्यूटर खराब पड़े हैं। गाडि़यां नहीं चलने के कारण बाहर से कंप्यूटर और लैपटॉप का जो सामान आता था वह भी शहर में नहीं पहुंच पा रहा है।

ऑनलाइन में अच्छा-खासा सेल

कोविड काल में ज्यादातर कंपनियां भी कर्मचारियों से वर्क फ्रॉम होम करा रही हैं तो स्कूल-कॉलेज भी ऑनलाइन क्लासेज ही चला रहे हैं। दफ्तरों के कार्यक्रम में भी लोग वर्चुअली शामिल हो रहे हैं। ऐसे में आईटी उत्पादों जैसे कंप्यूटर, लैपटॉप की ऑनलाइन बिक्त्री में उछाल आया है।

दुकान का किराया देना है, कर्मचारियों को सैलरी देनी है। अब ऑनलाइन सभी लोग खरीदारी कर रहे हैं। दुकानें खुलने के बाद भी सेल होगा या नहीं, यह कहना मुश्किल है। सरकार को बिजली बिल माफ करना चाहिए।

रणधीर चौधरी, जेनिथ कंप्यूटर

लॉक डाउन की वजह से कंप्यूटर इंडस्ट्री जो दुकान से सेल होता है वह बहुत प्रभावित हुआ है। सरकार को कुछ रियायतें देनी चाहिए। खासकर जिन दुकानों को बंद रखा गया है, उनके टैक्स माफ कर दिए जाने चाहिए।

अंशु बहल, एक्सेल इंटरनेशनल

सरकार ने सिर्फ दो बजे तक दुकान खोलने की इजाजत दी है। ज्यादातर दुकानें 11 बजे खुलती हैं। कंप्यूटर खरीदने वाले ग्राहक भी लेट से आते हैं। ऐसे में कितना व्यवसाय होगा यह कहना अभी बहुत ही मुश्किल है।

सरफे आलम, इंफोटेक कंप्यूटर सिस्टम

हम लोगों ने दुकानें बंद रखीं, तो हमारा होल्डिंग टैक्स और बिजली बिल माफ करना चाहिए। इस दौरान एक पैसे की आमदनी नहीं हुई। सरकार को लोकल पर्चेज पर भी कुछ बड़ा फैसला करना चाहिए, ताकि राहत मिले।

नफीस अख्तर, ऑक्टल कंप्यूटर

जितने सरकारी स्कूल हैं, उनमें कंप्यूटर के मेंटेनेंस और सेल का जिम्मा लोकल वेंडर को देना चाहिए। इसके लिए नियमों में बदलाव करना पड़े, तो सरकार को करना चाहिए, ताकि छोटे व्यवसायी भी कुछ कारोबार कर सकें।

अभिषेक कुमार, एबी कंप्यूटर

Posted By: Inextlive