एचईसी समेत 230 बड़े संस्थानों पर 80 करोड़ रुपए हैं बकाया. आम लोगों से जबरन होल्डिंग टैक्स वसूलता है नगर निगम. बड़े बकायेदारों पर नहीं होती कार्रवाई.


रांची (ब्यूरो)। रांची नगर निगम क्षेत्र में लगभग 10होल्डिंग नंबरधारी ऐसे हैं, जिनपर होल्डिंग टैक्स का करोड़ों रुपए बकाया है। वहीं करीब 50 ऐसे भी लोग हैं जिनपर निगम का लाखों रुपए होल्डिंग टैक्स बकाया है। अब नगर निगम ऐसे बड़े बकायेदारों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर चुका है। इन्हें चिन्हित कर निगम वसूली करने की योजना बना रहा है। उन बकायेदारों को पहले नोटिस भेजा जाएगा, एवं राशि जमा करने के लिए एक निश्चित समय सीमा दी जाएगी। राजधानी रांची में कई प्राइवेट संस्थाओं के साथ-साथ सरकारी भवनों पर भी करोड़ों रुपए टैक्स का बकाया है। नगर निगम का सबसे बड़ा बकायेदार एचईसी है। निगम के अनुसार, एचईसी पर करीब 18 करोड़ रुपए होल्डिंग टैक्स का बकाया है। 2017 से ही एचईसी प्रबंधन ने निगम को टैक्स भुगतान नहीं किया है। इसके अलावा जेएसएसपीएस खेलगांव पर भी करीब पांच करोड़ रुपए का बकाया है। ऐसे ही करीब 230 सरकारी और निजी संस्थाएं हैं, जिनपर निगम का लगभग 80 करोड़ रुपए बकाया है। अकाउंट फ्रीज करेगा आरएमसी


बड़े बकायेदारों को नोटिस भेजकर बकाया राशि का भुगतान करने को कहा जा रहा है। निर्धारित समय तक राशि का भुगतान नहीं होने पर संबंधित संस्थान का अकाउंट भी फ्रीज कर सकता है नगर निगम। इसके अलावा प्रॉपर्टी सील करने पर भी विचार चल रहा है। हालांकि, इस तरह का नोटिस नगर निगम पहले भी जारी करता रहा है। लेकिन बड़े बकायेदारों पर इसका कोई खास असर नहीं दिखा है। सबसे ज्यादा बकाया सरकारी संस्थानों पर है। नगर निगम क्षेत्र में स्थित लगभग 200 सरकारी संस्थानों ने होल्डिंग टैक्स की राशि जमा नहीं की है। लेकिन इन बड़े बकायेदारों पर निगम कोई कार्रवाई नहीं करता है, सिर्फ नोटिस भेजकर इतिश्री कर लेता है। आम लोगों से जबरन वसूली

दूसरी ओर नगर निगम क्षेत्र में रहने वाले आम नागरिकों से नगर निगम जबरन होल्डिंग टैक्स वसूलता है। यहां तक की फाइन करने की भी धमकी दी जाती है। निगम क्षेत्र में रहने वाले आम नागरिकों का हर महीने का होल्डिंग टैक्स औसतन करीब पांच सौ पांच हजार रुपए के आसपास होता है। निगम की ओर से वायस कॉल और मैसेज के माध्यम से बार-बार राशि जमा करने का दबाव बनाया जाता है। दूसरी ओर सरकारी संस्थानों और बड़े बकायेदारों से वसूली के समय निगम लाचार हो जाता है। इन दिनों होल्डिंग टैक्स में बढ़ोतरी कर नगर निगम ने आम लोगों पर अतिरिक्त बोझ डाल दिया है। हालांकि इस निर्णय का डिप्टी मेयर, नगर निगम के सभी पार्षद एवं आम जनता भी विरोध कर रहे हैं। दूसरी ओर नगर निगम एजेंसी के माध्यम से वसूली का काम शुरू कर चुका है। ये हैं होल्डिंग टैक्स के बड़े बकायेदारसंस्थान राशि एचईसी 18.29 करोड़ जेएसएसपीएस 5.51 करोड़ बाजार समिति 2.02 करोड़ झारखंड खेल प्राधिकरण मोरहाबादी 1.71 करोड़सदर हॉस्पिटल 91 लाखरिम्स 86 लाख डीसी ऑफिस 82 लाखराजेंद्र भवन सैनिक मार्केट 49 लाखइलेक्ट्रिसिटी बोर्ड 31 लाखहोटल अशोका 7 लाख रुपए

Posted By: Inextlive