रांची: इस कोरोना ने हर चीज पर अपना असर दिखाया है। मृत्यु होने के बाद भी लोग अपना मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के लिए कार्यालय नहीं पहुंच पा रहे। इसी तरह बच्चों के जन्म होने के बाद भी उसका जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए नगर निगम के कार्यालय जाने की जहमत नहीं उठा रहे हैं। रांची नगर निगम के डाटा के अनुसार, 1 अप्रैल 2020 से 31 अगस्त 2020 तक सिर्फ 1100 लोगों ने ही जन्म प्रमाण पत्र बनाने के लिए आवेदन दिया है। इसी तरह इन पांच महीने में सिर्फ 800 लोगों ने मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के लिए आवेदन दिया है। जबकि पिछले साल 2019 में इन्हीं पांच महीनों में 7000 से अधिक लोगों ने जन्म प्रमाण पत्र बनाने के लिए आवेदन दिया था, उसी तरह 3000 से अधिक लोगों के मृत्यु प्रमाण पत्र 5 महीने में बनाए गए थे।

आवेदन ही नहीं आ रहे

रांची नगर निगम के एक कर्मचारी ने बताया कि पहले जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए अधिक आवेदन आते थे तो अधिक प्रमाण पत्र बना कर दिए जाते थे। लेकिन अप्रैल महीने के बाद से अब बहुत कम लोग प्रमाण पत्र बनाने के लिए आवेदन दे रहे हैं, इस कारण आवेदन जारी होने की संख्या भी कम है।

1 सप्ताह में बन जाता है सर्टिफिकेट

रांची शहर में जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के लिए 1 सप्ताह का समय काफी है। अगर किसी भी बच्चे का जन्म अस्पताल में होता है और 1 महीने के अंदर अस्पताल द्वारा जो लिखा हुआ रिसिप्ट दिया जाता है उसी आधार पर बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र बन जाता है। उसी तरह मृत्यु होने पर 21 दिनों के अंदर अगर अस्पताल या घर में होने पर आवेदन देने पर 1 सप्ताह में आवेदन प्रमाण पत्र बन जाता है। अगर एक महीने से अधिक होता है और उसके बाद आवेदन देते हैं तो मजिस्ट्रेट के पास जाता है, उसके बाद प्रमाण पत्र बनने की प्रक्रिया शुरू होती है, उसमें थोड़ा अधिक समय लगता है।

ऑनलाइन फैसिलिटी की तैयारी

अब राची नगर निगम में जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र की प्रक्रिया ऑनलाइन होगी। अर्थात आवेदकों को जन्म या मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए राची नगर निगम के चक्कर नहीं लगाने होंगे। आवेदकों को इसके लिए ऑनलाइन आवेदन देने की सुविधा होगी। फिर तीन चरणों से आवेदन पास होने के बाद रजिस्ट्रार या डिप्टी रजिस्ट्रार के डिजिटल हस्ताक्षर के साथ ऑनलाइन प्रमाण पत्र जारी किए जाएंगे। आवेदक घर बैठे ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत जन्म या मृत्यु प्रमाण डाउनलोड कर सकेंगे। फिलहाल जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र से संबंधित आवेदन पूर्व की तरह मैन्युअल तरीके से लिए जा रहे हैं।

फेक सर्टिफिकेट का आया था मामला

कुछ माह पहले रांची नगर निगम में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनवाने का मामला सामने आया था। डोरंडा के एक व्यक्ति ने जन्म प्रमाण पत्र सही है या गलत, इसकी जांच के लिए रांची नगर निगम में आवेदन दिया था। जब संबंधित प्रमाण पत्र की जांच की गई तो वह फर्जी निकला। राची नगर निगम के सॉफ्टवेयर या रजिस्टर में संबंधित जन्म प्रमाण पत्र से संबंधित कोई रिकॉर्ड नहीं था। डिप्टी रजिस्ट्रार ने फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने वालों की धर-पकड़ के लिए साइबर थाने में आवेदन भी दिया था। हालांकि, अब तक इस मामले में साइबर थाना के माध्यम से कोई कार्रवाई नहीं की गई है। फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मिलने के बाद नगर आयुक्त के निर्देश पर जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र की प्रक्रिया ऑनलाइन की जा रही है, ताकि इसकी डुप्लीकेसी न हो।

क्यूआर कोड से जांच

वर्तमान में राची नगर निगम द्वारा जारी किए गए जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र की वैधता की जांच के लिए क्यूआर कोड स्कैन करने की सुविधा है। जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र के ठीक नीचे क्यूआर कोड अंकित होता है। क्यूआर कोड को स्कैन करते ही संबंधित व्यक्ति के नाम के साथ जन्म या मृत्यु प्रमाण पत्र आपके एंड्रॉयड मोबाइल पर खुल जाता है। यदि क्यूआर कोड स्कैन करने पर जन्म या मृत्यु प्रमाण पत्र आपके एंड्रॉयड मोबाइल पर नहीं खुलता है तो वह फर्जी होगा।

Posted By: Inextlive