रांची: राजधानी में सफाई व्यवस्था फिलहाल रांची नगर निगम के हाथों में है। लेकिन जल्द ही शहर में सफाई की व्यवस्था एजेंसी के हाथों में होगी, जिससे अब स्वच्छता में पिंक सिटी की एजेंसी रांची नगर निगम का बेड़ा पार लगाएगी। वहीं शहर की सफाई व्यवस्था को अन्य शहरों की तरह ही पटरी पर ले आएगी। अब देखना यह होगा कि इसका कितना फायदा रांची नगर निगम को स्वच्छता सर्वे में मिलेगा। लेकिन इतना तो तय है कि एजेंसी ने दिए गए प्रेजेंटेशन के तहत काम किया तो राजधानी की सूरत ही बदल जाएगी। बताते चलें कि नगर निगम ने जयपुर की सेंटर फॉर डेवलपमेंट कम्युनिकेशन को डोर टू डोर कलेक्शन के लिए टेंडर के माध्यम से चुना है।

एजेंसी फाइनल, एग्रीमेंट होते ही सफाई

नगर निगम ने सिटी की सफाई को दुरुस्त करने के लिए तीन कैटेगरी में टेंडर निकाला था, जिसमें डोर टू डोर कलेक्शन, वेस्ट ट्रांसफर और वेस्ट डिस्पोजल के लिए एजेंसियों को आमंत्रित किया गया था। ऐसे में डोर टू डोर कलेक्शन के लिए कई कंपनियों ने इंटरेस्ट दिखाया था, जिसमें एल-1 हुई कंपनी सेंटर फार डेवलपमेंट कम्युनिकेशन को फाइनल कर नगर विकास विभाग को भेज दिया गया। अब नगर विकास ने एजेंसी को हरी झंडी दे दी है। जैसे ही नगर निगम एजेंसी के साथ एग्रीमेंट करता है उसके बाद एजेंसी सफाई की कमान संभाल लेगी।

एग्रीमेंट के बाद हर घर में डिवाइस

एग्रीमेंट के बाद नगर निगम गाडि़यों के अलावा मशीनें भी एजेंसी को हैंडओवर करेगा। वहीं एजेंसी भी रिक्रूटमेंट को लेकर प्रक्रिया करेगी। इसके अलावा हर घर और दुकान में आरएफआईडी (रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन डिवाइस) इंस्टालेशन का काम किया जाएगा। इससे घरों की जानकारी एक क्लिक पर एजेंसी के पास होगी। वहीं कचरे का उठाव होने पर एजेंसी के कंट्रोल रूम में मैसेज पहुंच जाएगा कि कचरा उठ गया है।

53 वार्डो में डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन

वैसे तो डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन का काम नगर निगम पहले भी करता था। इसके बाद आरएमएसडब्ल्यू ने काम लिया और करीब दो सालों तक काम भी किया। फिर नगर निगम ने एजेंसी की लापरवाही को देखते हुए उसे नोटिस देते हुए हटा दिया। अब नई एजेंसी को सेलेक्ट किया गया है, जो नगर निगम के सभी 53 वार्डो में काम करेगी। वहीं लोगों के घरों से कचरा उठाव होगा। राहत की बात यह है कि लोगों को अब शिकायत का मौका कम मिलेगा। चूंकि जिन घरों से एजेंसी कचरा नहीं उठाएगी इसकी भी जानकारी कंट्रोल रूम को होगी। वहीं छूटे हुए घरों से हर हाल में कचरा उठाया जाएगा।

डिस्पोजल प्लांट लगाएगी गेल

नगर निगम के डंपिंग यार्ड में वेस्ट डिस्पोजल का भी काम चल रहा है। गेल इंडिया ने वेस्ट के डिस्पोजल से गैस बनाने में इंटरेस्ट दिखाया है। वहीं शहर में गेल ने पाइपलाइन से गैस की सप्लाई भी शुरू कर दी है। ऐसे में यह तो तय है कि वेस्ट से निकलने वाले गैस को गेल इंडिया सप्लाई करेगी। इससे वेस्ट का डिस्पोजल भी होगा और गैस की सप्लाई भी की जा सकेगी। फिलहाल नगर निगम डिस्पोजल को लेकर भी तैयारी कर रहा है। डंपिंग यार्ड की बाउंड्री का काम भी पूरा होने को है। बताते चलें कि वहां पर कूड़े का पहाड़ खड़ा हो चुका है।

सफाई तो फिलहाल नगर निगम कर रहा है। अब एजेंसी आएगी तो काम में सुधार तो होगा ही। चूंकि वह एक सिस्टम के तहत काम करेगी। 15 नवंबर तक ही एजेंसी को काम देने की तैयारी थी। लेकिन जल्द ही एजेंसी के साथ एग्रीमेंट के बाद हैंडओवर कर दिया जाएगा। एजेंसी को जो चीजें चाहिए होंगी वह उन्हें प्रॉसेस के तहत दी जाएंगी। एजेंसी को भी अपनी गाडि़यां मंगानी होगी। हम इसके लिए उनकी पूरी मदद करेंगे।

-शंकर यादव, डीएमसी, आरएमसी

Posted By: Inextlive