रांची: स्वच्छता सर्वे देशभर में शुरू हो चुका है। 400 से अधिक शहर इसमें पार्टिसिपेट कर रहे हैं। ऐसे में रांची नगर निगम ने भी अपनी ओर से पूरी तैयारी कर रखी है। रेगुलर सफाई के अलावा छिड़काव भी कराया जा रहा है ताकि इस बार रैंकिंग में रांची को अच्छे नंबर मिल जाएं। लेकिन नगर निगम की इस तैयारी में सिटी के लोग धब्बा लगा रहे हैं। निगम की गाडि़यां जाने के बावजूद कचरा फैला रहे हैं। वहीं साफ नालियों में घरों का कचरा डालने से भी परहेज नहीं है। ऐसे में ये दाग कहीं स्वच्छता रैंकिंग में रांची को पीछे न धकेल दे। चूंकि अर्बन मिनिस्ट्री की टीम जब सरप्राइज इंस्पेक्शन के लिए आएगी तो ऐसे में नंबर कटना तय है।

गाड़ी जाने के बाद कचरा

नगर निगम ने सिटी में डोर टू डोर कलेक्शन के लिए नई एजेंसी को हायर किया है। सीडीसी कंपनी डोर टू डोर कलेक्शन लगातार कर रही है, ताकि किसी भी घर में कचरा न छूटे। इसके बाद भी लोग गाडि़यों के जाने के बाद घर का कचरा रोड किनारे डाल रहे हैं। वहीं दुकानदारों को भी इसके लिए अपने वार्ड सुपरवाइजर से कोआर्डिनेट करने को कहा गया है, जिससे कि दुकान खोलने के बाद कूड़ा गाड़ी आएगी और वे उसी में कचरा डालेंगे। इसके बाद भी निगम की अपील का कोई असर नहीं हो रहा है। फिर भी दुकान के बाहर कचरा फेंकने से उन्हें कोई परहेज नहीं है।

घर साफ, गंदा कर रहे शहर

नालियों की सफाई कराने के बाद उसमें ब्लीचिंग का छिड़काव निगम करा रहा है। फिर भी कई लोग अपने घरों की गंदगी उसी में डाल दे रहे हैं। इसके बाद जब नाली जाम हो जाती है तो निगम को कोसते हैं। वहीं सफाई नहीं कराए जाने का हवाला देते हैं। लेकिन वे यह नहीं जानते कि उनकी गंदी आदतों के कारण ही सफाई व्यवस्था दुरुस्त नहीं हो पा रही है। वहीं अपना घर साफ कर शहर को गंदा करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है।

सरप्राइज विजिट को आएगी क्यूसीआई टीम

स्वच्छता सर्वे इसबार 6000 मा‌र्क्स का है, जिसमें सिटीजंस वॉयस के आधार पर 1800 नंबर मिलने हैं। वहीं सर्टिफिकेशन में 1800 नंबर तय हैं। जबकि सर्विस लेवल प्रोग्रेस पर 2400 नंबर मिलने हैं, जिसमें कई क्राइटेरिया अरबन मिनिस्ट्री ने रखी है, जहां सर्टिफिकेशन का काम तो नगर निगम ने लगभग पूरा कर लिया है। अब टीम सरप्राइज विजिट के लिए आएगी। इसलिए निगम ने सफाई में कोई कसर नहीं छोड़ी है। वहीं, वीआईपी इलाके में नाइट सफाई अभियान भी चल रहा है, जिससे कि कहीं भी कचरा दिखाई न दे।

किस साल कितने शहरों ने किया पार्टिसिपेट

2016 - 73

2017 - 434

2018 - 4203

2019 - 4237

2020 - 2020

2021 -

Posted By: Inextlive