RANCHI : रांची यूनिवर्सिटी में अब वोकेशनल कोर्सेज के टॉपर्स भी गोल्ड मेडल से नवाजे जाएंगे। सोमवार को वीसी डॉ रमेश कुमार पांडेय की अध्यक्षता में हुई एग्जामिनेशन बोर्ड की मीटिंग में यह फैसला लिया गया। इससे पहले सिर्फ रेगुलर कोर्सेज और प्रोफेशनल कोर्सेज के ओवरऑल टॉपर्स को ही गोल्ड मेडल देने की परंपरा रही है। एग्जामिनेशन बोर्ड की मीटिंग में प्रो वीसी डॉ एम रजीउद्दीन और डीन सोशल साइंस डॉ करमा उरांव सहित सभी सदस्य मौजूद थे।

बढ़ जाएंगे गोल्ड मेडलिस्ट

यूनिवर्सिटी एग्जामिनेशन बोर्ड के इस फैसले के बाद करीब दर्जनभर गोल्ड मेडलिस्ट की संख्या बढ़ जाएगी। मालूम हो कि रांची यूनिवर्सिटी का दीक्षांत समारोह 20 जनवरी को होना है। इसके लिए 37 टॉपर्स को गोल्ड मेडल से सम्मानित करने की लिस्ट तैयार है, लेकिन वोकेशनल कोर्सेज को भी इसमें शामिल किए जाने के लिए गए निर्णय के बाद लिस्ट में टॉपर्स की संख्या बढ़ जाएगी। इस मौके पर रेगुलर कोर्सेज के टॉपर्स के अलावा पीएचडी डिग्री धारकों को भी डिग्री दी जाएगी।

एक स्टूडेंट के लिए स्पेशल एग्जाम

एग्जामिनेशन बोर्ड की मीटिंग में बीटेक के सिर्फ एक स्टूडेंट के लिए स्पेशल एग्जाम लेने का भी फैसला लिया गया। थर्ड सेमेस्टर के मा‌र्क्स से असंतुष्ट एक स्टूडेंट ने स्क्रूटनी के लिए एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट को अप्लीकेशन दिया था। लेकिन, जबतक स्क्रूटनी का रिजल्ट आता, अगले सेमेस्टर की परीक्षा शुरू हो चुकी थी। ऐसे में यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने अपनी गलती स्वीकारते हुए सिर्फ एक स्टूडेंट के लिए स्पेशल एग्जाम लेने पर सहमति दे दी।

पीएचडी से संबंधित दो प्रस्ताव स्थगित

एग्जामिनेशन बोर्ड में पीएचडी उपाधि प्रदान करने के प्रस्तावों पर चर्चा हुई। इसमें पीजी राजनीति विज्ञान के पीएचडी के दो प्रस्तावों को स्थगित रखा गया, क्योंकि इस पर डीन ने आपत्ति जताई थी। डीन के मुताबिक, पीएचडी के लिए मानकों को पूरा नहीं किया गया। मानक पूरा करने के बाद ही इसे परीक्षा बोर्ड में रखा जाए। इन दो प्रस्तावों को छोड़ दर्जन भर पीएचडी उपाधि देने से संबंधित प्रस्तावों को मंजूरी दे दी गई।

एक्सपेल्ड स्टूडेंट्स भी दे सकेंगे पेपर

रांची यूनिवर्सिटी की किसी भी परीक्षा में नकल करने के आरोप में एक्सपेल्ड किए गए स्टूडेंट्स को अन्य पेपर्स के एग्जाम में बैठने की अनुमति देने के प्रस्ताव को भी एग्जामिनेशन बोर्ड ने स्वीकार कर लिया। निष्कासित स्टूडेंट्स उस पेपर की परीक्षा अगले साल दे सकेगा, जिसमें वह नकल करते पकड़ा गया हो। इसके लिए स्टूडेंट को एक पेपर के लिए पांच हजार रुपए फी के तौर पर जमा करने होंगे। हालांकि, बोर्ड ने कहा कि इस प्रस्ताव पर एकेडमिक काउंसिल की स्वीकृति जरूरी है। इसके बाद ही यह नियम लागू होगा।

Posted By: Inextlive