राजधानी रांची के हमेशा बिजी रहने वाले रातू रोड में एलिवेटेड रोड बनाने का रास्ता साफ हो गया है जिसके बाद ट्रैफिक जाम से लोगों को राहत मिलेगी.


रांची(ब्यूरो)।रातू रोड में लगने वाले जाम से जल्द ही निजात मिलेगा। यहां प्रस्ताबित एलिवेटेड रोड की सभी अड़चनें दूर कर ली गई हैं। एलिवटेड रोड की सबसे बड़ी रुकावट जमीन की थी, जिसे अब पूरी तरह से दूर कर लिया गया है। डिपार्टमेंट की मानें तो इसी महीने के अंत तक इस प्रोजेक्ट के लिए टेंडर निकाला जाएगा। सब कुछ ठीक रहा तो अगले महीने इस प्रोजेक्ट पर काम भी शुरू कर दिया जाएगा। राजधानी की सबसे बिजी सड़क में शामिल रातू रोड, पिस्का मोड़ से लेकर किशोरी यादव चौक तक जाम की बहुत बुरी हालत है। एलिवेटेड रोड के बन जाने से यहां ट्रैफिक की मूवमेंट स्मूद हो जाएगी। बीते कई वर्षों से रातू रोड पर लगने वाले जाम का मुद्दा उठता रहा है। पिस्का मोड़ से रातू रोड तक फ्लाईओवर बनाने की भी योजना थी। लेकिन इसे अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका। जमीन की समस्या इसके लिए बड़ी बाधा है। इस समस्या को दूर करने के लिए यहां एलिवेटेड रोड का कॉन्सेप्ट लाया गया। यह काफी समय से पाइपलाइन में पड़ा हुआ है। हालांकि, एनएचएआई की ओर से हरी झंडी मिलने के बाद इस दिशा में प्रक्रिया तेज कर दी गई है। टेंडर होने के 18 महीने में इसे तैयार करने का लक्ष्य रखा जाएगा।
550 करोड़ आएगी लागत


नागाबाबा खटाल से आगे किशोरी यादव चौक, रातू रोड चौक होते हुए पिस्का मोड़ तक बनने वाले इस एलिवेटेड रोड की अनुमानित लागत करीब 550 करोड़ रुपए है। पूर्व में यहां थ्री लेन एलिवेटेड रोड बनाने की योजना थी, जिसे में बाद में जरूरत के अनुसार फोर लेन में बदल दिया गया है। प्रोजेक्ट के फोर लेन में तब्दील होने के बाद इसकी लागत में भी बढ़ोतरी हुई है। गौरतलब हो कि नागा बाबा खटाल के पास से पिस्का मोड़ के आगे तक इस एलिवेटेड रोड का निर्माण किया जाएगा। पिस्का मोड़ के आगे एनएच-23 पर इटकी रोड में आधा किमी तक एलिवेटेड रोड बनेगा। इसके लिए सरकार को करीब 1.31 एकड़ जमीन की जरूरत है, जो बिना किसी अधिग्रहण के उपलब्ध हो जा रही है। पिस्का मोड़ के पास का कुछ इलाका जहां जमीन एक्वायर करने की ज्यादा जरूरत थी। उसे अधिग्रहित किया जा चुका है। साथ ही इसमें अधिकतर मामलों में मुआवजा राशि का भुगतान भी कर दिया गया है। अत: अब देखा जा रहा है कि एलिवेटेड रोड की सभी बाधाओं को दूर कर लिया गया है। इसलिए सरकार ने भी हरी झंडी दे दी है। सिर्फ टेंडर प्रक्रिया पूरी करनी है और काम शुरू हो जाएगा। तीन किमी में बनेगा कॉरिडोर रातू एलिवेटेड रोड को तीन किमी के कॉरिडोर में बनाया जाएगा। इससे दो नेशनल हाइवे भी जुडेंग़े। इसका एक हिस्सा पिस्का मोड़ चौक से इटकी रोड की तरफ और दूसरा हिस्सा सर्ड की ओर मिलाया जाएगा। फ्लाईओवर बनने के बाद एनएच 75 के रातू-पंडरा से आने वाले वाहन व एनएच 23 के इटकी रोड-बेड़ो की तरफ से आने वाले वाहन सीधे एलिवेटेड कॉरिडोर से होकर रोड पार करते हुए कचहरी-मेन रोड की ओर जा सकेंगे। उन्हें जाम में नहीं फंसना पड़ेगा। एलिवेटेड कॉरिडोर बनने से रातू रोड इलाके से गुजरने वाले लाखों लोगों को काफी फायदा होगा। हर दिन हजारों गाडिय़ां इस रास्ते से गुजरती हैं। कई बार अटका काम

रातू रोड एलिवेटेड कॉरिडोर प्रोजेक्ट का प्लान चार साल पहले ही तैयार किया गया था। लेकिन सिर्फ कागज पर ही यह बना। प्रोजेक्ट में कई संशोधन हुए। कभी राजभवन तो कभी हरमू रोड के कारण यह प्रोजेक्ट अधर में लटकता रहा है। इससे पहले रातू रोड को फोरलेन बनाने की योजना थी, लेकिन इसे स्थगित कर फ्लाईओवर बनाना तय हुआ। बाद में हरमू रोड में बनने वाले पुल का स्थानीय लोगों के विरोध की वजह से वर्तमान सरकार ने इस प्रोजेक्ट को स्थगित कर दिया और सिर्फ रातू रोड फ्लाईओवर बनाने की स्वीकृति दी। पूर्व में इस योजना के लिए 225 करोड़ रुपए की राशि तय की गई थी। लेकिन समय और संशोधन के साथ यह 550 करोड़ रुपए तक पहुंच गया।

Posted By: Inextlive