RANCHI: रिम्स के कई विभागों में स्टाफ के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद भले ही प्रबंधन ने सतर्कता बरतने के आदेश दिए हैं, लेकिन अब पेइंग वार्ड का कैंटीन ही कोरोना का हॉटस्पॉट बनने की ओर है। इसी कैंटीन में कोविड सेंटर में ड्यूटी करने वाले टास्क फोर्स के मेंबर्स खाना खा रहे हैं। वहीं, हॉस्पिटल के स्टाफ और मरीजों के परिजन भी यहीं अपनी भूख मिटाने के लिए आते हैं। ऐसे में प्रबंधन की थोड़ी सी चूक से सैकड़ों लोग कोरोना की चपेट में आ सकते हैं। हालांकि, प्रबंधन ने कैंटीन में काम कर रहे स्टाफ की भी जानकारी मांगी थी।

टास्क फोर्स का आरामगाह

हॉस्पिटल का पेइंग वार्ड इन दिनों कोरोना से लड़ाई के लिए बनाई गई स्पेशल टास्क फोर्स का आरामगाह बना हुआ है, जहां कोविड सेंटर में ड्यूटी करने के बाद मेंबर्स आराम करने के लिए जाते हैं। इसके बाद वहां से सीधे उन्हें कोविड सेंटर में ड्यूटी के लिए जाना होता है। इसी को देखते हुए उनके खाने के लिए पेइंग वार्ड के कैंटीन में ही व्यवस्था की गई है, लेकिन कैंटीन वाले सभी कोरोना फाइटर्स के रूम में खाना सर्व नहीं कर रहे हैं। कुछ खास लोगों को खाना उनके रूम में पहुंचाने के बाद ये लोग हाथ खड़े कर दे रहे हैं।

हो सकता है खतरा

टास्क फोर्स के मेंबर्स को रूम में खाना सर्व नहीं करने की वजह से वे कैंटीन में जाकर ही खा रहे हैं। इस दौरान वे लोग स्टाफ के अलावा अन्य लोगों के संपर्क में भी आ रहे हैं। ऐसे में सबसे ज्यादा खतरा तो डायरेक्टर कांटैक्ट में आने वाले स्टाफ को है। इतना ही नहीं स्टॉक फोर्स के कुछ मेंबर्स खाना पैक कराकर ले जा रहे हैं। इस दौरान वे लोग भी कुछ देर के लिए तो वहां मौजूद लोगों के कांटैक्ट में आ रहे हैं। इसके अलावा कई मेंबर्स तो चाय-नाश्ते के लिए भी कैंटीन ही पहुंच रहे हैं।

स्टाफ का भी टेस्ट

हॉस्पिटल में सैकड़ों स्टाफ अलग-अलग विभागों में ड्यूटी कर रहे हैं। इनमें से कई स्टाफ रोज दूसरे स्टाफ से मिलते हैं। उनका कई विभागों में भी आना जाना लगा रहता है। इस बीच कुछ विभागों में कोरोना पॉजिटिव मरीज और स्टाफ मिलने के बाद प्रबंधन ने कोरोना ड्यूटी में तैनात सभी स्टाफ का कोरोना टेस्ट कराने को कहा है, जिससे कि कई लोगों को कोरोना के इंफेक्शन से बचाया जा सकेगा।

Posted By: Inextlive